Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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November 15, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

जिंदगी का कड़वा सच – केवल महिलाओं के लिए – महिलाएं कृपया ध्यान दें – Motivational Videos in Hindi

जिंदगी का कड़वा सच - महिलाएं कृपया ध्यान दें-

जिंदगी का कड़वा सच – केवल महिलाओं के लिए – महिलाएं कृपया ध्यान दें – Motivational Videos in Hindi – zindagi ka kadwa sach – सच हमेशा कडवा होता है … बहुत कड़वा पर सच्चाई का सामना भी करना पडता है… चलिए अपनी बात कहने के लिए आपको एक कहानी सुनाती हूं जो मैने कही पढी थी …

जिंदगी का कड़वा सच – महिलाएं कृपया ध्यान दें

कहानी कुछ ऐसे है … एक आदमी की वाईफ की डेथ हो गई … उसका 4 साल का छोटा बेटा था इसलिए उसने दूसरी शादी कर ली …  अब शादी के कुछ दिन बाद उसने अपने बेटे से पूछा कि बेटा आपको नई मम्मी कैसी लगी इस पर बेटा बोला नई मम्मी सच्ची है और पहले वाली मम्मी झूठी थी …

पापा हैरान हुए .. कि कैसे सच्चा झूठा … इस पर वो बोला कि पहले मैं जब रुठ जाता था मम्मी गुस्सा करती और बोलती तुझे खाना नही दूंगी पर दो ही मिनट बाद वो खाना लेकर आ जाती और अपने हाथों से खिलाती और आज नई मम्मी भी गुस्सा करती है डांटती हैं वो भी कहती हैं खाना नही दूंगी और देखिए मैने दो दिन से खाना नही खाया है .. अब देखिए … है ना कडवा सच… बच्चे ने कुछ गलत नही बोला पर सच कडवा ही लगता है और

 एक कडवा सच ये भी है कि महिलाए अपना ख्याल नही रखती … अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हैं … एनीमिक हैं खून की कमी है… अपने खाना पान को लेकर जरा भी जागरुक नही है पर अपनी फैमली का ख्याल रखने में सबसे आगे … .. और बहाने तैयार हैं कि समय नही मिलता … अरे भई ख्याल रखिए आज तो मैं बस यही बताने आई हूं …

 

जिंदगी का कड़वा सच – केवल महिलाओं के लिए – महिलाएं कृपया ध्यान दें – Motivational Videos in Hindi

आप स्वस्थ रहेंगी तो खुश रहेगी … खुश रहेगीं खाना टेस्टी  बनेगा …अब आप ये सोच रही होंगी कि खाने का खुशी से क्या सम्बंध ???

हां, सच में आपको नही पता … आप आजमा कर देख सकती हैं 100% सफलता की गारंटी है… अगर आप आटा बनाते समय या कोई भी सबजी बनाते समय कोई अच्छी खुशी की बात सोचेगी या कोई भी अपना फेवरेट गाना सुनते हुए खाना बनाएगी तो खाना टेस्टी बनेगा और सब अपकी तारीफ करेंगें और अगर गुस्से में आटा बनाएगी और जल्दबाजी में तनाव में खाना बनाएगी तो खाना कडवा यानि टेस्टी नही लगेगा … आजमा कर देख लीजिएगा

ये तो एक टिप्स है समय समय पर और भी देती रहूंगी पर अम्ल जरुर करिएगा … पर सबसे जरुरी है कि खुश रहिए ,, मुस्कुराते रहिए …

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान – Monica Gupta

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान – आतंकित कर देती हैं कुछ खबरें और सोशल मीडिया पर वायरल हुई खबर जिनका कोई सिर पैर नही होता … व्यक्ति को गहन तनाव read more at monicagupta.info

जिंदगी का कड़वा सच – केवल महिलाओं के लिए – महिलाएं कृपया ध्यान दें – Motivational Videos in Hindi –

November 14, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान

दूसरों की मदद करना अच्छा – एक प्रेरक कहानी

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान – आतंकित कर देती हैं कुछ खबरें और सोशल मीडिया पर वायरल हुई खबर जिनका कोई सिर पैर नही होता … व्यक्ति को गहन तनाव में भी डाल देती हैं … इसलिए सावधान हो जाईए

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान

500 और हजार के नोट बंद हुए है … इस पर कितनी बाते वायरल हुई … जिसमें  जरा भी सच्चाई नही थी ..नमक नही मिलेगा उस चक्कर में लोगो ने 500 का नमक भी खरीदा …
जिनके घर में शादी है, वे शादी के कार्ड पर अपने एरिया के डीसीपी से मुहर लगवाकर RBI से 5 लाख रुपये निकाल सकते हैं।
लोगों के हाथ में जिस दिन पहली बार 2000 का नोट आया उसी दिन नोट में टाइपिंग एरर की अफवाह भी सोशल मीडिया पर फैलने लगी….
और अब अफवाह भी देखिए हम भी बिना सच्चाई जाने उसे शेयर करते जाते हैं … जबकि ऐसी खबरें शेयर करके हम भी उसमे बराबर के भागीदार बन जाते हैं … जबकि हमें कोई भी खबर शेयर करते हुए 100 बार सोचना चाहिए क्योकि किसी की जान भी जा सकती है ..

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान

कल एक जानकार के घर जाना हुआ …  उनके पास कोई फोन आया और वो बोले कि आज नही नही डाक्टर साहब नही देखेंगे आज छुट्टी पर हैं  और ये कह कर हंसते  हुए फोन रख दिया… हमें समझ नही आया कि किस डाक्टर के लिए कह रहे थे क्योकि वो बिजनेसमैन है … जब मैने पूछा तो उन्होने हंसते हुए बताया कि कोई रॉग नम्बर था… किसी डाक्टर के बारे में कोई पूछ रहा था तो मैने ऐसे ही बोल दिया कि आज नही देखेंगें …

क्या ये सही किया … ना जाने कोई किस परेशानी में हो और बजाय ये कहने के रॉग नम्बर है हम झूठ बोलेंगें … बहुत गलत है वैसे सोशल मीडिया पर भी तो बहुत कुछ गलत सलत लिखा जाता है  …मजाक उडा दिया जाता है किसी की बात बिना सच्चाई जाने पोस्ट वायरल कर दी जाती है …

कितनी खबरें तो मैने ही देखी हैं एक जाने माने कलाकार को मार दिया जब पोस्ट इतनी वायरल हुई तब उन्हें खुद मीडिया में आकर कहना पढा कि वो जिंदा हैं वही एपीजे कलाम साहब की भी न्यूज वायरल हुई थी कि उनकी डेथ हो गई है … जबकि ये भी गलत थी …  

और अब जो 500 और हजार के नोट बंद हुए है … इस पर कितनी बाते वायरल हुई … नमक नही मिलेगा उस चक्कर में लोगो ने 500 का नमक भी खरीदा … जिनके घर में शादी है, वे शादी के कार्ड पर अपने एरिया के डीसीपी से मुहर लगवाकर RBI से 5 लाख रुपये निकाल सकते हैं।

लोगों के हाथ में जिस दिन पहली बार 2000 का नोट आया उसी दिन नोट में टाइपिंग एरर की अफवाह भी सोशल मीडिया पर फैलने लगी

और अब अफवाह भी देखिए हम भी बिना सच्चाई जाने उसे शेयर करते जाते हैं … जबकि ऐसी खबरें शेयर करके  हम भी उसमे बराबर के भागीदार बन जाते हैं … जबकि हमें कोई भी खबर शेयर करते हुए 100 बार सोचना चाहिए क्योकि किसी की जान भी जा सकती है ..

मजाक अपनी जगह है पर लोगो की जान से खिलवाड …  कि है कि क्या हम भी  इस वायरल वीडियो भेडचाल में शामिल होगें या एक अच्छे नागरिक होने  का फर्ज अदा करेंगें …वायरल वीडियो

जरुर सोचिए

वायरल सच ऐसा भी – Monica Gupta

वायरल सच ऐसा भी सोशल मीडिया और वायरल का बुखार जोरो पर है पर आज मैं जिस वायरल की बात करने जा रही हूं वो हम सभी की जिंदगी से जुडा है.  वायरल का सच है इसलिए बहुत सोच विचार कर ही पढे. जब बच्चा छोटा होता है और कभी कभार खेलते खेलते उसे चोट … वायरल सच ऐसा भी – Monica Gupta

वायरल खबर – अफवाहें फैलानें से पहले सावधान के बारे में आपके क्या विचार हैं … ???

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November 13, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

बच्चों का व्यक्तित्व विकास कैसे हो – बच्चों में छिपी प्रतिभा पहचानिए

दूसरों की मदद करना अच्छा – एक प्रेरक कहानी

बच्चों का व्यक्तित्व विकास कैसे हो – बच्चों में छिपी प्रतिभा पहचानिए – आज के इस बदलते दौर में हमें अपने बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा को पहचान कर दुनिया के सामने रखना होगा … पढाई के साथ साथ अन्य क्षेत्रों में भी उनका मनोबल बढाना होगा…

बच्चों का व्यक्तित्व विकास कैसे हो – बच्चों में छिपी प्रतिभा पहचानिए

थोडी देर पहले कुछ बच्चे आए और पूछ्ने लगे कि 14 नवम्बर को हमारा कोम्पीटिशन है फैंसी ड्रेस में हमें क्या बनना चाहिए दो बच्चे चित्रकारी मे हिस्सा ले रहे थे और दो बच्चे रेस में … कुल मिला कर बहुत बहुत उत्साहित थे… सच मे … उन्हॆ 14 नवम्बर की खुशी इसलिए थी कि कुछ अलग कर दिखाने का मौका मिलेगा..

वही पेरेंटस भी अपना प्रोग्राम बना रहे हैं कोई पिकनिक पर जा रहे हैं तो कोई कि मूवी और फिर डिनर पर जाने का प्रोग्राम बना रहे है… और कोई जानना चाह रहा है कि क्या गिफ्ट चाहिए … मेरे विचार से अगर पेरेंटस बच्चों को कुछ देना ही चाह्ते हैं तो उनके भीतर छिपी प्रतिभा को बाहर लाए उन्हें प्रोत्साहित करें

बच्चो को कभी कम नही समझना चाहिए कई बार बच्चे कुछ ऐसा काम कर जाते हैं कि बडे भी हैरान हो जाते हैं … बहुत समय पहले मैने एक कहानी पढी थी  …  कहानी कुछ ऐसे थी कि एक लडकी होती है

6 क्लास मे पढती है … मम्मी ने दाल चावल बनाए होते हैं और लडकी खाना न्ही खा रही होती है मम्मी गुस्सा करती है और पापा उसे कहते हैं अगर उनकी बेटी सारा खाना खत्म कर देगी तो जो वो कहेगी वही उसे मिलेगा …

लडकी पापा से प्रोमिस ले लेती है कि पक्का ना … आप देंगें न मुझे जो मैं कहूंगी … पापा हामी भरते है … लडकी फटाफट सारा खाना खा जाती है खाना खाकर वो पापा से कहती है अब पूरा कीजिए अपना वायदा

… पापा हसंते हुए कहते हैं बताईए मेरी राजकुमारी का क्या हुक्म है … क्योकि उन्हें लगता है कि छोटी मोटी चीज की ही फरमाईश होगी … पर लडकी की बात सुनकर वो सकते में आ जाते हैं … पता है बिटिया क्या कहती है वो कहती है कि मुझे गंजा होना है और वो भी अभी … मम्मी पापा हैरान …

मम्मी का गुस्सा तो सातवें आसमान पर पहुंच जाता है … पापा पहले मम्मी को शांत करते हैं फिर बेटी को समझाते हैं पर वो जिद कर लेती है कि अपना किया प्रामिस पूरा करो … बहुत समझाने के बाद पापा को बाल कटवाने लेकर ही जाना पडता है और उस दिन पूरा दिन तनाव रहता है अगले दिन वो स्कूल छोडने जाते है और ये सोचते है कि बच्चे कया कहेंगें टीचर क्या कहेगी कि ये क्या …

जैसे ही वो स्कूल पहुंचते है इतने में एक कार और आती है … उनकी बेटी फटाफट कार से बाहर निकलती है और दूसरी कार से भी एक लडकी बाहर निकलती है और वो भी बिल्कुल गंजी थी …

पिता देख ही रहे होते है तभी उस कार से एक महिला बाहर निकलती है और रोते हुए बोलती है कि भाई साहब आपकी बेटी बहुत महान है … उन्हें समझ नही आया कि गंजा होना क्या महानता दर्शाता है  तब उस महिला ने बताया कि उनकी बेटी को कैसर है और अब वो ठीक हो रही है क्योकि ईलाज के दौरान उसको गंजा किया गया और अभी बाल नही आए बेटी स्कूल आना चाहती थी पर गंजे होने पर उसका मजाक बनाया जाएगा इस वजह से नही आ पा रही थी पर जब आपकी बेटी को पता चला तो उसने कहा कि आप कल स्कूल जरुर आना …

आज आपकी बेटी को भी गंजा देखा … पिता अब समझ चुके थे कि इनकी बेटी ने कितना बडा काम किया कल तक जो गुस्सा आ रहा था

आज वो प्यार में बदल चुका था … इस कहानी को बताने का  मतलब यही है कि बच्चो को कम नही वे समझए जिस भी फील्डड में वो है उन्हे आगे लाएं और एक नया आसमान दें …

बच्चा बनना बच्चो का खेल नही है …

 

बच्चों का व्यक्तित्व विकास कैसे हो – बच्चों में छिपी प्रतिभा पहचानिए
चिल्ड्रन स्टोरीज, बच्चों की कहानियाँ, बाल दिवस पर भाषण, बाल दिवस पर प्रेरक कहानी , माता पिता ध्यान दें

 

स्वच्छ भारत अभियान और बच्चों की भूमिका – Monica Gupta

स्वच्छ भारत अभियान और बच्चों की भूमिका स्वच्छता अभियान के दौरान, गांव के बच्चों मे स्वच्छता के प्रति उत्साह देख कर हमनें ये वीडियो बनाई थी सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान, सिरसा , हरियाणा , गांव सिकंंदरपुर बात उन दिनों की है जब हरियाणा के सिरसा में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान जोरो शोरो से चला हुआ था और सभी गांव वाले एक जुट होकर अपने अपने गांव को स्वच्छ बनाने में जुटे थे. तभी हमने Read more…

 

November 12, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

मेरी माँ प्यारी माँ – मां के साथ कैसे बर्ताव करेंं – How To Deal With Mothers

मेरी माँ प्यारी माँ – मां के साथ कैसे बर्ताव करेंं – How to deal with mothers …बहुत अजीब लगा न सुनकर कि How to deal with mothers यानि मां के साथ कैसे डील करेंं … हम पढते हैं बच्चों के साथ कैसे डील करें पेरेंटस … आफिस में बॉस के साथ कैसे डील करें …. गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड के साथ कैसे डील करें पर … मदर … अपनी मम्मी के साथ कैसे डील करें …

मेरी माँ प्यारी माँ – मां के साथ कैसे बर्ताव करेंं

ये बात आज कहने की जरुरत इसलिए आई है कि  बदलते समय में बच्चे जरा भी महत्ता नही देते और ना ही उन्हें कुछ समझते …अकसर उल्टा बोलते या जवाब देते नजर आते हैं..

How to deal with mothers …

मेरी सहेली ममता ने नई कार चलाना सीखा और 15 दिन की ट्रेनिंग के बाद जब अपने बच्चों और पति को कहा कि जरा देखो मेरे ड्राईविंग कैसी है तो हंसने लगे बच्चे बोले हमें मरने का शौक नही है … आप ही जाओ … कुछ हो जाए तो फोन कर देना … उस समय उस मां की क्या फीलिंग होगी क्या आप सोच सकते हैं … ये वही मां है जिसने रात रात भर जाग कर आपकी देखभाल की … अपनी उंगली पकड कर चलना सीख्या … फिर वॉकर और फिर ट्राय साईकिल पहले दिन स्कूल लेकर गई ..  उसके साथ इतना रुखा व्यावहा

या फिर हम हम ये सोच ले कि मदर्स सिर्फ  कि सिर्फ मदर्स डे पर ही या फेसबुक पर लिखने से ही प्यार का इजहार हो जाता है बहुत है.. … मैंं आपको एक बात बताती हूं जब मदर्द डे गया तो मेरी सभी सहेलियों ने एक से एक मैसेज और ढेर सारी फोटो डाली हुई थी कोई गले मिलते पांव छूते  बस एक सहेली की वॉल खाली थी उसने कुछ भी नही लिखा … अगले दिन जब वो आई तो सब हंंसने लगी कि कहा थी उसने बताया कि कल उसकी मम्मी की तबियत ठीक नही थी बस उन्ही के साथ रही पूरा दिन उन्हें उसकी जरुरत थी …

अब मैं आती हूं अपने विषय पर कि How to deal with mothers

तो अगर आप ये सोच रहे हैं कि मैं बताऊगी कि मम्मी के साथ कैसे डील करे तो … जी नही मैं ये नही बताऊंगी कि कैसे डील करें क्योकि मुझे जरुरत ही नही है बताने की मुझे पता है कि आप जानते ही हो … आपकी मम्मी किस बात पर मुस्कुराती है किस बात पर खिलखिलाती है …उनका पसंद का खाना क्या है … क्या चीज उन्हें अच्छी नही लगती …  मैं तो बस याद दिलाने आई थी कि … तो यही छोडे जा रही हूं इस विश्वास के साथ कि मम्मी की फीलिंग को समझोगें  appreciate करेंगे … उन्हें जातएगे कि हम भी आपसे उतना ही प्यार करते हैं प्यार देंगें समय दोगे जिसका उन्हें हमेशा से  इंतजार  था है और रहेगा …

दिनभर काम करती है जब भी हमें उनकी जरुरत होती है वो साथ खडी होती है … और मांगती क्या है जरा सा प्यार हल्की सी मुस्कान और पूछ्ना कि कैसी हो मां …

पहला कदम पहली मुस्कान – एक अविस्मरणीय अनुभव – Monica Gupta

पहला कदम पहली मुस्कान एक अविस्मरणीय अनुभव टेलिविजन पर एक विज्ञापन आता था. वो पहला कदम पहली मुस्कान…. जिसमे मम्मी अपने नन्हे से बच्चे को चलना सीखाती है और एक दिन उसे उसी के नन्हे नन्हे पैरो से डगमगाते हुए चलते देख कर भावुक हो जाती है. read more at monicagupta.info

 

माँ का दिल , माँ का प्यार , माँ की ममता, माँ की याद, माता का आँचल , मेरी मां, मेरी माँ प्यारी माँ – मां के साथ कैसे बर्ताव करे,

November 11, 2016 By Monica Gupta 1 Comment

पशु और पक्षी का हमारे जीवन में महत्व – पशु पक्षी हमारे मित्र है

दूसरों की मदद करना अच्छा – एक प्रेरक कहानी

पशु और पक्षी का हमारे जीवन में महत्व – पशु पक्षी हमारे मित्र है . हमें हर समय इन्हें दाना पानी देते रहना चाहिए … बहुत खुशी महसूस होती है क्योकि ये हमारे मित्र हैं …

पशु और पक्षी का हमारे जीवन में महत्व – पशु पक्षी हमारे मित्र है

इनके मदद करनी चाहिए और कोई सुबह चिडिया के लिए पानी रखते हुए मैने देखा कि तो एक घर के बाहर एक महिला कटोरी मे दूध लिए एक महिला घूम रही थी. मुझे देखते ही बोली कि क्या आपने अभी काला कुत्ता देखा अभी गया है यहा से !! मैने इंकार किया ही था कि तभी एक सफेद कुत्ता जाता दिखा.

मैने कहा कि सफेद कुत्ता तो ये है इस पर वो बोली कि अरे नही आज काले कुत्ते को ही दूध पिलाना है बेचारा सफेद कुता काफी देर तक इंजार करता रहा कि शायद दूध मिल जाए और फिर सिर झुकाए चला गया. फिर वो महिला भी चली गई .

वैसे मुझे इस बात की नॉलिज नही कि किस दिन किस पक्षी या जानवर को खिलाया जाए पर इस बात का जरुर पता है सुबह हो शाम हो गर्मी हो या सर्दी हो पशु , पक्षी की मदद करके हमेशा अच्छा ही लगता है… …

चाहे तो पानी रखा हो या दाना डालना हो … नियमित चारा दाना डालते रहॆ तो भी नेक कार्य ही है !!!

पशु पक्षी और हम

मेरी एक सहेली हैं घर से आफिस तक कोई भी बीमार कुत्ता देखती हैं या तो वही उसकी मदद करती हैं या घर ले आती है … पशु , पक्षियों का संसार बहुत ही रोचक है

                                 पशु और पक्षी का हमारे जीवन में महत्व – पशु पक्षी हमारे मित्र है

रोचक कहानी चिडिया की

वैसे एक कहानी भी मुझे बहुत रोचक लगती है.. दो चिडिया थी… पक्की सहेलियां थी एक बार जंगल में एक शिकारी आया और एक उसकी पकड मे आ गई और उसे ले गया… उसे पिंजरे मे रख लिया… कुछ दिन बाद उसी शिकारी को उसी जंगल में दुबारा जाना पडा … चिडिया ने कहा कि प्लीज मुझे भी ले चलो इस पर शिकारी बोला कि ले कर तो नही जाउगांं पर कोई मैसेज हो तो वो दे दूंगा

उसने कहा कि बता देना कि वो कैद मे है… शिकारी जंगल गया और उसने देखा कि वो चिडिया चुपचाप बैठी थी… चिडिया ने उससे पूछा कि मेरी सहेली कैसी है इस पर शिकारी ने बताया कि वो मेरी कैद में है …

ये सुनते ही वो चिडिया एकदम से उपर उडी और फिर एकदम से नीचे गिर गई ऐसा लगा मानो वो मर गई … शिकारी ने सोचा जरुर उसे महसूस हुआ होगा इसलिए मर गई … वापिस आया तो पिंजरे वाली चिडिया ने पूछा क्या तुम मेरी सहेली से मिले वो कैसी है इस पर शिकारी ने बताया कि जब मैने उसे बताया कि मैने उसे कैद कर रखा है तो वो पहले तो खूब उंचा उडी और फिर एक दम से नीचे गिर गई और मर गई …

ये सुनते ही अचानक उस चिडिया ने अपने पर फडफडाए उडने को हुई और एक दम से निढाल हो गई …

शिकारी ने सोचा कि शायद ये अपनी सहेली की मरने वाली बात से दुखी हो गई इसलिए ये मर गई … उसने हिलाया दुलाया फिर पिजंरा खोल दिया कि अब तो ये मर गई …

पिंजरा खोलते ही वो चिडिया फुर्र से उड गई .. शिकारी हैरान कि ये क्या हुआ … इस पर चिडिया बोली मेरी सहेली ने मुझे आईडिया दिया था कि कैसे आजाद होना है … इतने में उसकी सहेली भी आ गई और दोनो शिकारी को बाय बाय करती हुई उड गई …

देखा कितना रोचक और प्यारा संसार है इनका इसलिए इन्हें दाना पानी खिलाते रहना चाहिए अच्छा लगता है

पक्षियों को दाना डालने से क्या होगा – पशु पक्षी के प्रति हमारा प्रेम

ऑडियो – जानवर और इंसान – Monica Gupta

यहांं क्लिक कीजिए और सुनिए एक मिनट और 40 सैंकिड का मजेदार ऑडियो – जानवर और इंसान  ऑडियो – जानवर और इंसान बीप बीप … वैसे आपने कभी महसूस किया है कि हम आम बोलचाल में जानवरों का नाम कितनी सहजता से लेते हैं … नही !! विश्वास नही हो रहा … है ना !! … read more at monicagupta.info

 

पशु और पक्षी का हमारे जीवन में महत्व – पशु पक्षी हमारे मित्र है – आपको कैसा लगा और वैसे दाना डालने के बारे मॆ आपकी क्या राय है  जरुर बताईएगा …

क्या आपने चिडिया के लिए पानी रखा – पशु पक्षी मित्र हैं हमारे

.. तब तक अपना और खुश रहिए मुस्कुराते रहिए

चींटी, चिड़ियों, गिलहरियां, कबूतर, तोता, कौआ और अन्य पक्षियों के झुंड और गाय, कुत्तों को नियमित दाना , ज्वार , पानी दाना-पानी देने से  मानसिक शांति प्राप्त होती है … आजमा कर देख लीजिए …

 

 

 

 

November 10, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

जीवन में इंटरनेट की भूमिका – पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है नेट

दूसरों की मदद करना अच्छा – एक प्रेरक कहानी

जीवन में इंटरनेट की भूमिका – पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है नेट – जिंदगी मे भी अक्सर ऐसा होता है जो हमारे पास होता है हम उसकी परवाह नही करते कद्र नही करते उसकी वेल्यू value  ही नही करते … अब इंटर नेट inter net को ही लीजिए … कितना कुछ है यहां कर दिखाने के लिए बस आप मे इच्छा शक्ति या स्पार्क spark चाहिए … कुछ कर दिखाने का हुनर होना चाहिए फिर sky is the limit है … पर हमारे पास बहाने तैयार रहते हैं क्योकि हम कुछ करना ही नही चाह्ते …

जीवन में इंटरनेट की भूमिका – पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है नेट

 

मैं अक्सर नेट पर thoughts search  करती रहती हूं कल भी सर्च कर रही थी और सर्च करते करते बहुत साईटस sites  देखी. देखते देखते एक विचार बहुत पसंद आया.मैं उसने नोट note करने ही वाली थी फिर सोचा चलो और आगे सर्च कर लूं शायद इससे भी अच्छा मिल जाए …..और बेहतर और भी बेहतर के चक्कर में मैं आगे बढती रही पर कोई पसंद ही नही आया फिर सोचा चलो वैसे पहले वाला ही विचार अच्छा है वही नोट कर लेती हूं  पर ओह … वो गायब हो गया.

 

बहुत सारी साईटस  sites खोल रखी थीं, सर्च कर रही  थी  scroll  भी कर रही थी  वो उसी में कही गुम हो गया.  खोजा… खोजा उसे बहुत खोजा पर !!!  पर मिला नही  और याद भी नही था कि क्या लिखा था. बस इतना याद था कि जिंदगी के बारे मे था और बहुत ही अच्छा था वैसे

जिंदगी मे भी अक्सर ऐसा होता है जो हमारे पास होता है हम उसकी परवाह नही करते कद्र नही करते उसकी वेल्यू ही नही करते … अब इंटर नेट को ही लीजिए … कितना कुछ है यहां कर दिखाने के लिए बस आपमे इच्छा शक्ति या स्पार्क चाहिए …  कुछ कर दिखाने का हुनर होना चाहिए फिर स्काई इज द लीमिट है …  पर हमारे पास बहाने तैयार रहते हैं

एक फेसबुक पर मैसेज आया कि मैं भी कुछ करना चाह्ती हूं पर मैं हाऊस वाईफ हूं … अरे मैने लिखा कि आज के समय में हाऊस वाईफ होना लक्की है क्योकि घर के समय से समय निकाल कर हम बहुत कुछ कर सकते है .. और लेखको के लिए तो Dream come true   है … ना सम्पादक की इंतजार न पब्लिशर की लिखो और पब्लिश करो और तो और अपनी book भी पब्लिश कर सकते हैं पर टालना और बहाने बनाना अच्छी बात नही है …वैसे आप कैसे हैं ??

इसलिए जो हमारे पास है उसी की वेल्यू value  करनी चाहिए और उसी मे खुश रहना सीखना चाहिए नही तो फिर परेशान ही होना पडेगा जैसे मै हो रही हूं वैसे  वो विचार कब मिलेगा.. मिलेगा भी या नही पर एक विचार मुझे बहुत ही पसंद है वो मैं आप सभी से जरुर शेयर करना चाहूंगी वो है … सुनाऊंं… जी सुनाती हूं

मंजिल मिले ना मिले..ये तो अलग की बात है
हम कोशिश भी ना करे…ये तो गलत बात है..
आपके क्या विचार हैं इस बारे में … !!!

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