Charlie Chaplin
किसी बात पर मन बहुत उदास था . कुछ करने को दिल नही था इसलिए टीवी के चैनल बदलने शुरु किए. चैनल बदलते समय अचानक मेरा ध्यान गया कि अरे !!चार्ली चैपलिन की मूवी आ रही है… मैं उसे देखती रही और मेरा उदासी उडन छू हो गई. हां, पर हंसते हंसते पेट दर्द जरुर हो गया.
16 अप्रैल 1889 को जन्में सर चार्ल्स स्पेन्सर चैप्लिन, जिन्हे सब Charlie Chaplin के नाम से जानते है विश्व सिनेमा के आज तक के सबसे बड़े मजाकिया माने जाते है । हालांकि उनका शुरूआती जीवन बड़ी ही कठिनाइयों और अभावों में बिता था लेकिन उन्होंने परदे पर सदैव हास्य भूमिका अदा की और लोगो को भरपूर हसाया 88 वर्ष की उम्र में 25 दिसंबर 1977 को उनकी मृत्यु हुई लेकिन वे अपनी मृत्यु को अपनी फिल्मों से पराजित करते हुए हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गए और आज भी वे स्क्रीन पर अपनी खास अदा , अपनी खास वेशभूषा तथा खास हँसी से हमारे दिल मे बसे रहेग़ें
चार्ली चैपलिन के कुछ विचार जो मुझे बहुत अच्छे लगे …
यदि आप केवल मुस्कुराएंगे तो आप पाएंगे की ज़िन्दगी अभी भी मूल्यवान है ।
मेरी ज़िन्दगी में कई तकलीफे है पर मेरे होठ उनको नहीं जानते है। वो हमेशा मुस्कुराते है।
शीशा मेरा सबसे अच्छा मित्र है क्योंकि जब मै रोता हूं तो वह कभी नहीं हँसता
मेरा दर्द किसी के लिए हंसने की वजह हो सकता है। पर मेरी हंसी कभी भी किसी के दर्द की वजह नहीं होनी चाहिए
मैंने सोचा कि मैं बैगी पैंट, बड़े जूते, एक छड़ी और एक डर्बी टोपी पहन कर तैयार होऊंगा . सब कुछ उल्टा :पैंट बैगी , कोट तंग, छोटी टोपी और बड़े जूते.
चार्ली चैपलिन की ज़िंदगी में बहुत दुख थे लेकिन उन दुखों को अपने भीतर छिपाए जिस तरह से वो हंसी बांटते चले गये, वो हमारे लिए सीख है और सदियों तक रहेगी…..
उन्हे सादर नमन