Courts and Justice – कटघरा और न्याय की देवी
कटघरे में न्याय की देवी … न्याय की गुहार… क्या वाकई कानून के हाथ लम्बे हैं या बस तारीख पर तारीख ही नियति रह गई है.
आमतौर पर रेप पीडिता से कानून पूछता है कि कितने आदमी थे पर आज न्याय की देवी खुद कटघरे में खडी है और वकील जज को यह बता रही है कि माई लार्ड बात ये नही है कि कितने आदमी थे पर बात ये है कि आदमी ही नही थे इसलिए न्याय ही नही मिल रहा यानि जज की नही है तो न्याय मिलेगा तो कैसे
तारीख पर तारीख … तारीख पर तारीख
justice delayed is justice denied…
हमारी कानून व्यव्स्था, कानूनी कार्यावाही इतनी सुस्त रफ्तार से है कि कई बार लगता है कि ये हो क्या रहा है… जब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कम जजो का मुद्दा उठाया तब पता लगा कि आखिर कमी हैं कहां ..
CJI Thakur makes impassioned plea to Modi govt: Need you to act, dont just criticise | The Indian Express
WITH the Prime Minister watching, an anguished Chief Justice of India T S Thakur made an impassioned plea on Sunday to the government to help upgrade judicial infrastructure and start addressing the glaring problem of shortage of judges. read more at indianexpress.com
सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश – मन की बात जरुर पढिएगा
अगर जज ही नही होंगें तो यकीनन न्याय होगा कैसे ?? एक ज्वलंत प्रश्न है और इसका समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए …
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