Facebook Friend
एक अच्छी पुस्तक हजार दोस्तों के बराबर होती है और एक अच्छा दोस्त पूरी की पूरी लाईब्रेरी होता है. हम खोजते रहते हैं ऐसे दोस्त को जो हमारे दुख, दर्द समझे और हमारी बाते सुने और हमारा साथ दे…
फेसबुक मित्र अलग किस्म के होते है पहली बात तो लडकी मे छिपे लडके या लडके मे छिपी लडकी.. वो नही होते जो दिखाई देते हैं यानि असल फोटो से शायद बहुत अलग… वैसे एक बात मैं पहले ही साफ कर दूं कि अपवाद हर क्षेत्र में होते हैं अगर आपके फेसबुक पर अच्छे अनुभव रहे हैं तो जानकर बहुत खुशी हुई …
हां तो मैं बात कर रही हू फेसबुक मित्र की… एक फेसबुक सहेली ने मुझसे किसी के बारे मे पूछा तो मैने अनभिज्ञता जाहिर की क्योकि शायद वो मेरी मित्र लिस्ट मे नही था. फेसबुक सहेली ने बताया कि वो पिछ्ले एक साल से फेसबुक मित्र सबसे अच्छा था वो इसलिए कि जब भी वो कुछ पोस्ट करती है वो सबसे पहले लाईक करता था और कमेंट तो करता ही करता था. जन्मदिन आने से महीना पहले विश करना शुरु कर देता था. वाल पर कम ही लिखता था जो करता था मैसेज मे ही करता था. अपने बारे मे कभी नही बताया और न ही अपनी कभी फोटू दिखाई ये भी नही पता की वो देश के किस कोने मे रहता था पर था वो सबसे अलग और सबसे अच्छा हमेशा गुड मार्निग और गुड नाईट करके ही जाता था.
मेरी सहेली अभी तक परेशान है क्योकि अब उसका प्रोफाईल भी नही दिख रहा शायद डिएक्टिवेट कर दिया है … पर उसे अभी भी इंतजार है पहली लाईक और पहला कमेंट का … फिलहाल उसका मन रखने के लिए अब ये काम मैं कर रही हूं … क्योकि आखिर वो भी तो मेरी फेसबुक मित्र है 🙂