Facebook – फेसबुक और हमारी सोच – Are You Ready !! फेसबुक हमारी जिंदगी का अभिन्न अंग बन चुका है सुबह शाम रात और देर रात बस अब यही है इस से जुडे रहना अच्छा भी लगता है. कल नव भारत टाइम्स में एक लेख पढा कि किन लोगो को फेसबुक पर करें नमस्कार … यकीनन उत्सुकता हुई और उसे पढने बैठ गई.
Facebook – फेसबुक और हमारी सोच
उसमे कुछ इस प्रकार लिखा था कि जो बेसिर पैर के स्टेटस अपडेट करे और नकारात्मक टाईप स्टेट्स लिखे उसे दूर से ही नमस्कार करें.
कुछ लोग बात बात पर पैसे की शेखी दिखाते हैं और कुछ लोग जो हर छोटी से छोटी बात भी फेसबुक पर डालते हैं इतना ही नही बे फिजूल बातों लिख कर ढेर सारे लोगों को टैग भी करतें हैं ऐसे महानुभावों को भी नमस्कार करें एक और बहुत सही बात लिखी थी और वो ये कि कुछ लोग फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और लिखते हैं कि स्कूल टाईम या कालिज में आपकी/ आपका जूनियर थी/ था.जिसे पढ कर हम सोच मे पड जाते है और मित्रता स्वीकार कर लेते हैं.
इस बात ने इसलिए प्रभावित किया कि बहुत दिनों से एक लडकी का मैसेज आ रहा है कि वो मेरी कालिज टाईम में जूनियर थी. मैने पूछा कब तो जो उसने बताया वो मैं नही थी. मेरे मना करने के बाद भी वो बार बार मुझे मैसेज कर रही है.जानबूझ कर कभी हैलो, कभी हाय तो कभी अपनी फोटो भेजती है. मैं, अब समझी कि इस तरह की हरकतें होती रहती हैं इसलिए मैनें उस लडकी को पूरी तरह से इग्नोर कर रखा है.
फेसबुक पर इन 7 तरह के दोस्तों को कहें ‘नमस्ते’ – टेकराडार से लिए गए निम्न विचार- Navbharattimes Photogallery
बताईए कैसे कैसे लोग है फेसबुक पर. वैसे फेसबुक पर एक ही गलती हुई अभी तक … एक लडकी से दोस्ती हुई. कुछ समय बाद पता चला कि वो लडकी नही लडका था. मैने तुरंत उसे गुस्सा करके अनफ्रैंड और ब्लाक कर दिया पर उसके बाद बहुत सोच समझ कर मित्रता की. चाहे लडका हो या लडकी सभी को बहुत सोच समझ कर मित्रता करनी चाहिए अन्यथा फेसबुक को दूर से ही नमस्कार करने मे भलाई है !!!
फेसबुक कही फेकबुक न बन जाए. वैसे आपके क्या विचार है या अनुभव है जरुर बताईएगा !!