Importance of Girl Education – Promote Girl Education – Girl Education in India – महिला सशक्तिकरण – कल एक जानकार का फोन आया . उन्होने कहा कि कोई काम वाली नजर में तो बताना.. हमारी काम वाली बाई बीमार है एक महीने की छुट्टी पर है..मैनें कहा कि आपने उससे पूछा क्योकि आमतौर पर वही किसी न किसी को रखवा देती है तो वो बोली अरे नही… पहले तो उसकी बेटी ही आ जाती थी काम करने पर इनके चोंचले देखो…
Importance of Girl Education – Promote Girl Education – Girl Education in India – महिला सशक्तिकरण
उसे न जाने क्या भूत सवार हुआ है कि पढाई करवाएगी.. अब वो स्कूल जाती है नही तो वही आ जाती.. मैंने बात करके फोन तो रख दिया पर मुझे उसकी सोच पर बहुत दुख हुआ.. एक लडकी पढे लिखे वो भी अच्छा नही लगता… बहुत द्ख की बात है… एक काम वाली बाई अगर अपनी बेटी को पढा रही है तो हमे प्रोत्साहित करना चाहिए और हम पढे लिखे लोग इसे चोंचला बोलेगें तो क्या उदाहरण पेश कर रहे हैं हम अपने पढ़े लिखे होने का..
जहां तक मेरी सोच है ना कि अगर एक अच्छे समाज को बनाना चाहते हैं तो लडकी को पढाना चाहिए..
देखिए जहां तक शिक्षा की बात है लडका हो या लडकी पढाना दोनो को चाहिए…. हम लड़कियों को लेकर समाज में उतनी जागरुकता नही है जितनी होनी चाहिए
इसलिए बात आती है कि लडकी को पढाई करानी चाहिए और इसके फायदे भी बहुत है…
सबसे पहले तो वो जागरुक होगी..
बहुत ऐसी बातें हैं जिसका उसे पता ही नही… उसे जानकारी होगी और जागरुक बनेगी… नही तो कोई भी उसका गलत फायदा उठा लेगा..
Hygiene यानि स्वच्छता के बारे में जानकारी मिलेगी..
उससे उसकी सेहत में सुधार होगा… अपने शरीर का अपनी सेहत का ख्याल कैसे रखना है.. खासतौर पर मासिक धर्म के दौरान कैसे रहना है क्या इस्तेमाल करना है.. किन किन बातों का ख्याल रखना है जब पढेगी तभी तो जानकारी होगी…
आर्थिक रुप से सशक्ति होगी..
आमतौर पर लड़कियों को पढाया नही जाता और फिर शादी कर दी जाती है… और वो शादी के बाद पूरी तरह से दब कर इसीलिए रहती है कि वो निर्भर है… उसके पास आय का कोई साधन नही है.. पति मारता है, शराब पीता है, उसे उसी नर्क मे जीना पडता है पर अगर आत्मनिर्भर होगी तो उसे सहने की कोई जरुरत ही नही…
एक मेरी जानकर थी. उनके दो बच्चे थे और पति उसे बहुत मारते.. वो साथ रहती रही क्योकि कोई दूसरा रास्ता ही नही था. एक दिन उसके पति उसे छोड कर चले गए.. पहले तो वो बहुत रोई… फिर उसने हिम्मत जुटाई और जिस स्कूल में बच्चे पढते उसी स्कूल में बात की नौकरी के लिए… और उसे वो मिल गई… बच्चों की फीस भी कम हो गई..
और आज वो ऐसी टीचर बन गई है जिसे सारा स्कूल प्यार करता है… ये तभी आया जब वो अपने पैरो पर खडी हो गई.. आत्म सम्मान मिलता है
एक महिला के लिए dignity यानि इज्जत सम्मान से जीना बहुत जरुरी है..
अगर महिला कोई काम नही कर रही तो सब उसे अलग सी निगाह से देखते हैं सोचते हैं कि इसका कैसे भी इस्तेमाल कर लो…
पर उसका भी आत्मसम्मान होता है.. और ये बात तभी आएगी जब वो पढी लिखी होगी.. लोग उसकी वेल्यू करेंगें ..
अपने पसंद का करियर भी चुन सकती है..
पढाई लिखाई कर के जिस क्षेत्र में उसका शौक है वहा काम कर सकती है…
जिंदगी बेहतर हो सकती है…
जब अपने पैरो पर खडी होगी, अपनी सेहत का ख्याल रहेगी, मन पसंद का काम कर सकेगी तो जिंदगी तो बेहतर ही बनेगी ना…
और बेहतर बनने के बाद वो दूसरों को भी मोटिवेट कर सकती है कि लडकी का शिक्षित होना कितना जरुरी है.. जहां कन्या भ्रूण हत्या की बात होती है वो रुक सकती है.
ये बात शुरु होगी एक परिवार से… वो इस बात की महत्ता को समझे और पढने के लिए प्रोत्साहित करें न कि इसे चोंचले का नाम दे…
Importance of Girl Education – Promote Girl Education – Girl Education in India – महिला सशक्तिकरण
Dipankar Krishna says
Ma’am bahut atcha laga apka article padhke. Thank you.