My Mother My God
जिंदगी के सफर मे,हमारी अखिरी सासं तक, बहुत तरह के रिश्ते बनते है.कुछ कम समय के लिए तो कुछ लम्बे समय तक निभाए जाते हैं पर किसी भी सूरत मे “माँ के साथ हमारा रिश्ता 9 महीने ज्यादा का होता है”. … है ना
अपने अहसास को कुछ इस तरह से बया करती है मां/
आसुँओ को खुशी के मोतियो मे पिरो लेती है मां/
यू तो बेवजह, बात बात पर भावुक होने का हुनर कोई उससे सीखे/
पर , खुदा कसम/
रोने वाले लम्हों में मुस्कुरा कर रह जाती है मां
खुद को खुदा नही समझती पर मेरी नजर मे खुदा से कम नही मेरी मां….
My Mother My God