Social Media for Children and Teenager – बच्चे और सोशल मीडिया का प्रभाव – पेरेंट्स ध्यान दें – बच्चे और सोशल मीडिया … Social Media और बच्चे – कैसे रखें अपने बच्चों का ध्यान – Social Media and Children – कल मैं सोच ही रही थी कि किस बारे में बात करी जाए यही सोचते सोचते मैंने फेसबुक ऑन कर लिया… तभी ध्यान एक पोस्ट पर गया… किसी बच्चे ने लिखा हुआ था कि मैं स्कूल नही जाऊगां.. टीचर बहुत ही रद्दी है बोर है उसकी क्लास में नींद आने लगती है… और खूब सारे कमेंटस भी आए हुए थे और मैं एक एक करके कमेंटस पढने लगी … और लगा कि बेशक पेरेंटस बच्चों को सोशल मीडिया पर जाने से रोक नही सकते पर कुछ बाते समझा तो सकते हैं… क्योकिं मान लीजिए अगर ये बात उनकी वही टीचर पढ ले तो क्या होगा…
Social Media और बच्चे – कैसे रखें अपने बच्चों का ध्यान – Social Media and Children – Monica Gupta
Social Media for Children and Teenager – बच्चे और सोशल मीडिया का प्रभाव
जरुरत है इस बात की कि पेरेंटस जैसे बच्चों को बातें सीखाते हैं बचपन में पर ऊंगली पकड कर चलना सीखाते हैं ऐसे ही कुछ बाते digital world के बारे में भी बतानी बहुत जरुरी हैं ताकि वो अवेयर रहें
जैसाकि पहली तो यही कि
सावधान
Be Careful – कुछ भी ऐसी बातें लिखने से पहले सावधान रहें… क्योकि ये हमारा लिखित प्रमाण बन जाता है… इसलिए अपने आपको ज्यादा स्मार्ट न समझे और इस तरह की बुराई खुले आम करना जरा भी सही नहीं.. कोई हो बात टीचर या स्कूल की नही दोस्तों की भी है. बहुत सोच समझ कर ही पोस्ट करना चाहिए सिर्फ लिखना ही नही फोटो भी अगर डालनी हैं तो सोच समझ कर मान लीजिए आपने कोई फोटो डाली जो नही डालनी चाहिए और बाद मे आपको लगा कि सही नही है और डिलीट कर दिया पर अगर किसी ने उसे सेव कर लिया और उसका मिसयूज करना शुरु कर दिया तो… इसलिए सावधान रह्ना सिखाईए
अंजान से Stranger से दोस्ती…
ये बताईए कि अगर किसी ने फोटो ही नही लगाई अपना प्रोफाईल में कुछ डिटेल नही है और वो आपको रिक्वेस्ट भेज रहा है तो नही लीजिए.. मान लीजिए दोस्ती कर ली फिर वो कैसा है कोई अपराधी तो नही, चोर तो नही … कैसे पता चलेगा … और जब तक पता चलेगा कहीं देर न हो जाए .. इसलिए जब तक हमें किसी के बारे में पता ही नही तो कैसे दोस्ती…
अकाउंट की प्राइवेसी Settings के बारे में भी समझाएं…
जब भी हम एकाऊंट बनाते हैं तो प्राईवेसी Setting होती है बच्चों को बताए कि कुछ बातें प्राईवेट ही रहनी चाहिए… कुछ बातो की प्राईवेसी रखनी बहुत जरुरी है जैसा कि मान लीजिए हमारा फोन नम्बर जरुरी नही है हम सभी को दिखाएं ये सैटिंग में जाकर सम्भव हो सकता है बच्चों को सारी जानकारी दें और टूल्स क्या क्या है उसके बारे में बताएं और बेहतर ये भी होगा कि खुद भी बच्चे को फोलो करें ताकि अगर कहीं गलत हो गया तो आप उसे ठीक कर सकें … और सेफ्टी टूल्स की डीटेल्स समझाएं. अगर कोई तंग करे तो अनफ्रेंड या ब्लाक भी कर सकते है..
cyber bullying साईबर बुलिंग
बच्चों को साईबर बुलिंग के बारे में भी जरुर बताएं !! कई बार ऐसा होता है कि कोई ग्रुप किसी न किसी बात को लेकर तंग करता है धमकी या अपमानित या प्रताड़ित कर रहा है तो बताएं या फोटोफोटो या मैसेज के माध्यम से तंग करता है तो उस चीज से भी तैयार रहना चाहिए…
बच्चों को बताए कि अगर कभी भी ऐसी बात हो तो जरुर बताएं छिपाए नही क्योकि इससे बच्चा परेशान हो जाते हैं बल्कि एक डर भी बैठ जाता है … कर कई बार बहुत तनाव मे भी चला जाता है
सभी बातें शेयर न करें
Don’t Share Locations अपनी सभी बातें शेयर न करें … कई बार बच्चे हर बात शेयर करने लगते हैं जैसे मान लीजिए कही हिल स्टेशन पर गए.. कही शादी मे गए पात है कि आप दस दिन के लिए बाहर है तो कई बार कुछ लोग इसी फिराक में रहते हैं इसीलिए हमें उन्हे मौका ही नही देना चाहिए … शो ऑफ नही करना चाहिए.. कि मेरे पास इतनी बडी कार है या ये सोने का सेट पापा ने गिफ्ट किया… इस बात का तो पेरेंटस का भी ख्याल रखना चाहिए मैंनेें बहुत मदर्स को देखा है कि हर बात वो फेसबुक पर शेयर करती हैं एक बार तो एक के घर चोरी भी हो गई थी
समय की पाबंदी जरुरी
बच्चों को बताईए कि आप सोशल नेटवर्किंग साईटस से जुडिए बिल्कुल जुडिए पर समय का भी ख्याल रखिए .. हर समय नही देखना अपना एक टाईम फिक्स कीजिए और उस समय जरुर देखिए.. पढते समय पढाई और नेट करते समय सिर्फ नेट और इस बीच में लंच या डिनर भी नही आना चाहिए.
कम्यूनिकेशन करें न कि जासूसी … एक बात हमे ये भी समझनी होगी कि जासूसी नही करनी जब बच्चा सो रहा है या नहा रहा है तो उसका एकाउंट चैक करना … इससे अविश्वास पैदा होता है इसलिए चोरी छिपे नही बल्कि बातचीत कीजिए उनका विश्वास जीजिए कि बच्चे को कुछ छिपाने की जरुरत ही न पडे …
कई बार बच्चे दूसरे नाम से भी एकाऊंट बना लेते हैं फिर क्या कर लेंगें हम … इसलिए जरुरी है विश्वास जीतना ताकि बच्चा कुछ न छिपाए और कुछ गलत हो तो बताएं भी
Social Media for Children and Teenager – Social Media और बच्चे – कैसे रखें अपने बच्चों का ध्यान – Social Media and Children – Monica Gupta
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