डर
डर
Exit Poll Bihar
बिहार चुनाव पर वोटिंग खत्म होते ही जिस तरह से सभी न्यूज चैनल Exit Poll Bihar का दिखा रहे हैं तो स्वाभाविक है कुछ नेताओ का डर …. इसलिए पलंग के नीचे छिपने … अब उनका भय डर दूर किया जा रहा है कि बाहर आईए ये मात्र Exit Poll है सच मुच के नतीजे नही .. पर नेता जी का हाल बेहाल है…
डर
Exit Poll Bihar
देश का बिगडा माहौल
देश का बिगडा माहौल
देश का बिगडा माहौल बनाम जंगल राज … हद ही है .. सभी कह रहे हैं कि देश का माहौल बिगड गया है … दूसरो शब्दों में ये कहें कि जंगल राज आ गया है … अब यही बात सुबह सुबह की सैर पर फोन पर कर रही हैं श्रीमती जी पर उनके पालतू ने तो जंगल राज का नाम सुन कर अपने परिवार को ही फोन करके बुला लिया …
अब बताईए कि क्या किया जाए !!!
देश का बिगडा माहौल
सबक
सबक
जिंदगी का सबक !! सबक यानि lesson पाठ … जिंदगी हमें तरह तरह से सबक सिखाती रहती है. अच्छी बातो का सदा स्वागत करना चाहिए..
मेरी सहेली मणि के घर कोई सपरिवार आए हुए थे. देखने में बहुत साधारण पर बातचीत में बेहद सलीकेदार और हर बात हाथ जोडे कर रहे थे. मैं उन्हें नही जानती थी. उनके जाने के बाद मणि ने जो बताया. वो मैं आप सभी को बता रही हूं.
लगभग सात आठ साल पहले मणि सपरिवार मार्किट बच्चो के लिए पैन खरीदने गई थी. दुकान पर बहुत भीड थी. मणि ने पैन लिए और पचास रुपए दुकानदार को दे दिए. उसके पति कार मे ही बैठे रहे. कुछ देर में दुकानदार ने उसे तीन पैन दिए के साथ साथ पचास रुपए भी दे दिए और दूसरे ग्राहको को सामान देने लगा. मणि पहले तो कंफ्यूज हुई पर बाद में मन ही मन खुश हो गई कि मजा आ गया. पैन फ्री मे आ गए. मम्मी को खुश देख कर बच्चे भी खुश हो गए. कार मे बैठ कर जब उसने अपने पति को खुशी खुशी बात बताई तो उसे बहुत डांट पडी. उन्होने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. दुकानदार को पैसे वापिस देकर आओ. वो मुंह बना कर बेटे के साथ वापिस दुकान पर गई.
जब रश काम हुआ तो उसने दुकानदार को सारी बात बताई. उस समय तो दुकानदार ने अपनी व्यस्तता बताते हुए पैसे काट कर उसे दस रुपए वापिस कर दिए पर कुछ समय बाद कही से पूछते पाछ्ते वो सपरिवार उपहार लिए उनके घर आया. उस दिन दीपावली थी. उसने अपने बच्चों से कहा कि इन से सीखों .ऐसे भी लोग दुनिया मे होते हैं.
उस दिन मणि को बहुत झेंप भी महसूस हुई पर खुशी भी हुई कि आज वो किसी के लिए तो प्रेरणा बनी. बात पचास रुपए की नही है बल्कि हमारी सोच की है अगर मणि उस दिन अपने पति के कहने पर रुपये न वापिस करती तो जिंदगी तो वैसे ही चलती रहती और उसके बच्चों को एक गलत सबक मिलता पर अब मणि के साथ साथ उसके बच्चे भी एक सीख ले चुके थे. उस बात के बाद से अब वो दुकानदार सपरिवार हर साल दीपावली पर आता है.
सबक कैसा लगा ? जरुर बताईएगा !!
हैप्पी दीपावली
दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाए…
हैप्पी दीपावली
दीपावली है तो छुट्टी है छुट्टी है तो मौज मस्ती है… मौज मस्ती है तो धूम धडाका है.दीपावली की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!
बाजार में भी खूब रौनक छाई हुई है .बेशक, धमाकेदार सेल जनता को आकर्षित कर रही है पर बाजार में जेब कतरों से सावधान रहना.. इसके इलावा चौराहों पर जादू टोना भी बहुत किया होता है उससे भी बच कर रहना बाकी हैप्पी दीपावली.. दुकानों पर मिठाईयां ऐसी सजाई होती हैं कि देखते ही मुहं में पानी आ जाए पर उन्हें खाने से बचना क्योंकि वो मिलावटी हो सकती हैं बाकी हैप्पी दीवाली..
तरह तरह के पटाखे फोडने में बडा मजा आता है पर बच्चों को जरा दूर ही रखना क्योंकि एक तो उनकी आवाज बच्चों के कानों को नुकसान पंहुचा सकती है दूसरा उनके हाथ जल सकते हैं और तीसरा पटाखे बाद जो धुंआ निकलता है उससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है बाकी हैप्पी दीपावली…
हैप्पी दीपावली
धूल और प्रदूषण
धूल और प्रदूषण
अगर आपको ये कार्टून न नजर आए तो कोई हैरानी नही होनी चाहिए क्योकि आज वातावरण ही ऐसा है उसके मिजाज को कोई भी जान नहीं पा रहा . कभी लगता है धूल है कभी लगता है धुंध है तो कभी लगता है शायद कोहरा या बादल ही हैं . सूरज देवता तो बस एक धुंधले गोले जैसे नजर आ रहे हैं
मौसम का हाल बेहाल
समझ से बाहर है कि ये मौसम का परिवर्तन है या जो हम समाज में प्रदूषण नेताओ की अंट शंट बयान बाजी से माहौल खराब हो रहा है उसका असर है सब कुछ धुंधला धुंधला नजर आ रहा है.
दीपावली से पहले अगर ये हाल है तो दीपावली के बाद क्या हाल होगा … सोच कर ही दम फूले जा रहा है
फिलहाल तो बस अगर हैं तो सांस की दिक्कत, आक्छी और सिर दर्द !!
शायद देखने के लिए नजरिया सुधारना होगा !!!
धूल और प्रदूषण
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