कैंसर और ईलाज
आज सुबह दैनिक भास्कर अखबार पढते पढते एक खबर पर नजरे टिक गई . चाय का कप एक तरफ रख कर मैं जुट गई खबर पढने में …खबर थी कि 2050 के बाद विश्वभर में कैंसर से नही जाएगी किसी की जान .. (एम्बीकान 2015) यानि राष्ट्रीय कार्फ्रेस आफ एसोसिएशन आफ मेडिकल बायोकेमिस्ट आफ इंडिया के दौरान बताया गया कि वैज्ञानिक शोध मे जुटे हैं लंबा वक्त लगेगा पर कामयाबी की सम्भावना है.पढ कर राहत मिली और एक स्माईल भी आ गई. क्योकि जिस तरह से खांसी जुकाम होता है ना आजकल वैसे ही कैंसर का सुनने को मिल रहा है. जिसे देखो उसे कैंसर…. मेरे अपने ही परिवार के ना जाने कितने लोगों को इसकी वजह से जिंदगी को अलविदा कहना पडा,
कैंसर की चपेट में लगातार ढेरों लोग नित आए जाए रहे हैं. कैंसर महंगा ईलाज महंगा होने के साथ साथ बहुत painfull भी है ईश्वर शोध करने वालो को और ज्यादा ताकत दे ताकि वो जल्द से जल्द इस बीमारी का तोड खोज सकें और हम किसी अपने को खोने से बच जाए… बाकि जितनी एहतियात आरम्भ से रखें उतना ही अच्छा… तब तक स्वस्थ रहिए