Fake Email
आज एक पत्रिका मे लेख पढते पढते ध्यान लेखक के ईमेल पर चला गया. बहुत खुशी हुई कि Email लिखा हुआ है.चलो, मैं अपने विचार उन तक पहुचां पाऊगी. मैने बहुत लम्बा सा ईमेल लिखा और उसे भेज दिया . कुछ ही क्षणो मे वो वापिस आ गया. पता चला कि वो ईमेल सही नही है.
ओह !!! बडा दुख हुआ… वैसे अक्सर ऐसा ही होता है चाहे अखबार में किसी का लेख हो या किसी पत्रिका मे….. अक्सर ईमेल सही नही होते!!! ऐसा नही होना चाहिए क्योकि इससे पत्रिका का नाम तो खराब होता ही है पाठक के मन मे भी खराब छवि बैठ जाती है…. !!! वैसे आपका ई मेल तो सही होगा … है ना !!! अगर काम नही कर रहा तो जरुर देखिएगा !!!
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