उलझन सुलझे ना
शादी के बाद कई बार लडकियों को इस उलझन का सामना करना पडता होगा ? एक जानकार मनीषा (परिवर्तित नाम ) भी एक ऐसी समस्या से घिर गई है उस की उलझन आपसे शेयर कर रही हूं अगर कोई सुझाव हो तो कि उसे क्या करना चाहिए जरुर बताईए…
कुछ समय पहले की है जब
मनीषा राहुल को अपना जीवन साथी पाकर बहुत खुश थी. शादी से पहले उसने यही देखा था कि राहुल माता पिता के लिए बहुत केयरिंग है. मनीषा की चिंता खत्म हुई क्योकि वो अपने माता पिता की इकलौती संतान थी. शादी के बाद राहुल उनका भी ख्याल रखेगा यही सोच सोच कर वो बेहद उत्साहित थी पर अब शादी के बाद उसका उत्साह फीका पडने लगा…
बेशक, राहुल माता पिता को लेकर बहुत केयरिंग था पर सिर्फ अपने माता पिता को लेकर. जब भी मनीषा अपने पेरेंटस की बात करती या जाने को कहती या फोन करके उनका हाल चाल पूछ्ने को कहती तो वो अकसर बहाना बना जाता और जब उसके पेरेंटस की बात होती तो वो चाह्ता कि उन्हें कोई दिक्कत न हो … !! बेशक मनीषा अपने सास ससुर का ख्याल रखती है कि शायद राहुल भी उसके पेरेंटस के बारे में सोचे पर राहुल पर कोई असर नही … उसकी सोच देख कर मन में एक दर्द, एक टीस जरुर उठती रहती है…!!!
आज उसकी शादी को तीन साल हो चुके हैं एक छोटा बच्चा भी है पर समस्या जस की तस है.मनीषा का हमेशा मन करता है कि राहुल भी उसके माता पिता को जरा तो आदर मान दे .. पर नही .. !!अगर मनीषा के कोई भाई- बहन होता तो शायद वो इतना नही सोचती … आपके पास मनीषा की समस्या दूर करने का सुझाव हो तो जरुर बताईएगा क्योकि इन दिनो वो बहुत डिप्रेशन में चल रही है…