How to Deal with Siblings Fighting – बच्चों के लड़ाई झगड़ों को कैसे काबू करें – छोटे बच्चों को कैसे समझाएं – How to Deal with Siblings Fighting – Stop Siblings from Fighting Sibling Relationships – Parenting Tips in Hindi – Motivational Videos in Hindi – बच्चों के लड़ाई झगड़ों को कैसे control करें – Siblings Fighting
Smart Parenting Tips बच्चों की परवरिश कैसे करें – परवरिश के तरीके – स्मार्ट पेरेंटिंग बच्चों को कैसे सिखाएं अच्छी आदतें – छोटे बच्चों को कैसे समझाएं
डिशूम डिशूम करें बच्चों के साथ भिड जाना चाहिए या…
आप बताईए क्या कहते हैं … जब बच्चे लड़ाई करें झगड़े तो समझाना चाहिए .. पर कैसे देखिए 9 बाते हैं …
1.बचपन से प्यार की भावना डालें
सबसे पहले तो मान लीजिए एक महिला के एक बच्चा है और एक आने वाला है यानि वो प्रेग्नेंट pregnant हैं तो शुरु से अपने बच्चे को होने वाले बच्चे के बारे में बताना चाहिए कि आपका भाई या बहन आ रहा है … अब तो आप बडे हो जाओगें .. उसका ख्याल रखना है और खूब प्यार देना है … जब कमरा शेयर करने की बात हो नन्न्हें मेहमान का सामान आए तो अपने बच्चे से ही पूछिए कि कहा सामान रखें क्या सैटिंग करे … अगर हम उसका पलंग दूसरी जगह रख देंगें उसकी अलमारी के दो खाने खाली कर देंगें कि छोटे बच्चे के सामान के लिए जगह चाहिए तो यकीनन वो चिढ जाएगा … उसके मन में शुरु से ही जलन शुरु हो जाएगी … तो बचपन से ही प्यार पैदा करें.
2. Remain impartial
अगर लडाई करें तो… एक तरफा नही होना है … आमतौर पर मदर्स बिना जाने की क्या बात है एक तरफा फैसला सुना देती है इससे दूसरे बच्चे को हर्ट करता है .. उसे लगता है मम्मी मुझे प्यार नही करती.. ये फीलींग तो बच्चे में आने ही नही देनी चाहिए… आप एज जज की भूमिका निभाए और एक एक करके तर्क सुने और फिर अपना फैसला सुनाएं
3. अपने आप को रोल मॉडल बनाना है ..
सुनने में शायद अच्छा न लगे पर ज्यादातर बच्चे झग़डा देख कर ही अकरना सीखतें है मान लीजिए परेरेंटस की लडाई हो गई या आप बाई का गुस्सा कर रही हैं या आफिस में काम बहुत है उसका गुस्सा बच्चे पर उतार रहे है … बच्चा वही देखता है और सीखता है उसे लगता है शायद हर बात का हल झग्दा ही है और बात बात पर उसे लडना अच्छा लगता है इसलिए पेरेंटस को खुद रोल मॉडल बनना पडेगा … बच्चों की लडाई के समय काम रहना है
4 शांत रहना है ..
जब बच्चे लड रहे हो तो एक दम से लडाई मे मत कूदिए … थोडा स्पेस दीजिए कि क्या कहतें हैं किस बात पर झगडा है … आमतौर पर छोटी छोटी बातों पर तो झग़डा होता ही रहता है … और होनी भी चाहिए लडाई बुरी नही है हर बार बीच में आने की जरुरत नही और फिर लडाई के बाद जब शांत हो जाएं तब आराम से बैठ कर बच्चों को समझाएं
5बच्चों को बिजी रखिए… बच्चे जब तक होमवर्क कर रहे हैं व्यस्त हैं तब तक ठीक है … जब होमवर्क खत्म हुआ.. टीवी देखने की बारी आई … फिर शुरु होता है झग़डा. बच्चों को किसी न किसी काम में व्यस्त रखिए ताकि झगडा हो ही ना … Keep kids busy.
6. टाईम मैंनेज कर लीजिए
अगर बच्चों का टाईमटेबल बना होगा तो झगडा कम होने के सारा होंगें.. अगर टाईमटेबल में ये होगा कि इतने से इतने बजे तक बडा बेटा टीवी देखेगा … इतने बजे तक छोटा देखेगा … ऐसे फिक्स होगा तो झगडा कम होगा …
7 Punishment jar
एक जार या डिब्बा बना दीजिए. उसमे जब लडाई हो तो एक एक पर्ची उठवाएं … और जो काम लिखा हो वो करने को बोले जैसा कि कमरे की डस्टिंग या मार्किट से आलू लान अ.. इन कामों से बच्चे बहुत चिडते हैं इसलिए जान बूझ कर ऐसे काम दीजिए जो खुशी खुशी न करें .. और इस वजह से लडाई भी जल्दी से नही करेंगें
8 वजह पता लगाईए
कभी कभार होती है तो अलग बात है पर अगर हर रोज हो रही है तो वजह क्या है … कारण पता कीजिए और उसे दूर करने का पूरा प्रयास कीजिए…
9 अच्छे behavior के लिए reward भी देजिए
आप बोलिए अगर प्यार से रहे तो ये मिलेगा … इतनी देर खेलने को मिलेगा आपका फेवरेट खाना मंगवाया जाएगा …
इस तरह की Guidelines सेट कीजिए .. ये हैं 9 Guidelines
आप फोलो करेंगें तो पाएग़ें की सुधार होना शुरु हो गया .