महागठबंधन
एक समय था जब जनता चाहती थी कि खिचडी सरकार न बने एक पार्टी सरकार बने ताकि काम काज सुचारु रुप से चलता रहे पर जनता मोदी सरकार की नीतियों से इस कदर तंग आ गई कि उसे बिहार चुनाव में महागठबंधन को जीतवा कर अपना रोष अपनी नाराजगी जाहिर कर दी . आज देश भर की नजरे पटना शपथ ग्रहण समारोह पर होंगी. बिहार चुनाव में महागठबंधन की अप्रत्याशित और ऐतिहासिक जीत के बाद बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथ लेंगे . लोगो में ज्यादा उत्सुकता यह जानने की भी है कि लालू जी के कौन से बेटे को क्या पद मिलने वाला है.
महागठबंधन
बिहार के मुख्यमंत्री पद की लगातार 5 वीं बार कमान संभालने जा रहे हैं नीतीश कुमार ।बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन की शानदार जीतके बाद शपथ समारोह में बहुत से जाने माने गैर बीजेपी दलों के लोग होंगे, जो देश की सियासत में नए समीकरणों का संकेत है. शपथ ग्रहण समारोह में लालू प्रसाद यादव, जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव सहित कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा,. ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, तरुण गोगोई और अखिलेश यादव, राकांपा प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे और राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद समेत विभिन्न नेता शामिल होंगे।
चुनाव के दौरान नीतीश कुमार-लालू गठबंधन के खिलाफ आक्रामक प्रचार करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मुख्यमंत्री ने समारोह में आने का न्यौता दिया था, लेकिन उनकी जगह केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और राजीव प्रतीप रूडी उनके प्रतिनिधि के तौर पर समारोह में मौजूद होंगे।
नई सरकार कुछ अच्छा कार्य करके दिखाए और जनता में विश्वास जगा पाए तभी असल मायने मे जीत मानी जाएगी
शुभकामनाएं
महागठबंधन