राखी का त्यौहार – अनमोल है ये बंधन – एक पवित्र और खूबसूरत त्योहार – India ka Tyohaar – Rakhi ka Tyohaar , Festival.. बहुत प्यारा और खूबसूरत सा त्योहार है राखी …
राखी का त्यौहार – अनमोल है ये बंधन – एक पवित्र और खूबसूरत त्योहार
बाजारों की रौनक तो देखते ही बनती है … रंग बिरंगी राखियों से दुकानें सजी हुई हैं … मैं गई हुई थी राखी खरीदने … तो मेरे सामने एक महिला आई और दो चार राखियां देखी मुंह बिचकाया और फिर बोली और नही है क्या अच्छी राखी महंगी राखी… दुकान दार से बोली कोई सबसे सबसे मंहगी राखी दिखाओ.
राखी देखते हुए बोली ऐसी राखी जिसमे खूब सारे नग हों वो दिखाओं … और बोली भाईयों ने पहननी भी कितनी देर के लिए होती है … आधा धंटा बाद तो उतार ही देते हैं … कुछ देर माथा पच्ची के बाद और ठंडा कोल्ड ड्रिक पी कर दुकान दार ने सबसे महंगी राखी खरीद कर धमंड से वो बाहर जा रही थी…
उसके जाने के बाद एक अन्य महिला आई और वो डोरियां देखने लगी …. दुकानदार ने कहा कि और भी बहुत खूबसूरत और महंगी राखी आई हुई हैं वो दिखाऊं तो वो महिला बोली कि पिछ्ले साल जो डोरी लेकर गई थी भईया ने बहुत महीने तक पहने रखी इसलिए डोरी ही ले कर जाऊगी ताकि भईया की कलाई पर ज्यादा से ज्यादा समय तक वो सजी रहे … . बात करते करते उसने खूबसूरत सी पांच छह डोरी खरीदी…
सच, बात मंहगी सस्ती की नही ,प्यार की होती है. अनमोल बंधन है ये इसका कोई मोल नही …
वैसे मैंनें देखा है बहुत ladies अपने या बच्चे घर पर राखी बनाते हैं और वही भाई को पहनाते हैं … ऐसी राखियों का तो कोई मुकाबला ही नही … राखी का त्यौहार हार्दिक शुभकामनाएं !!!
मुझे राखी बिल्कुल अच्छी नही लगती अचानक जब मेरी सहेली ने ये बोला तो मैं सकते में आ गई. अरे !!! क्या हुआ !! अच्छी तो है राखी.. किसलिए अच्छी नही लगती. वो बोली पता नही पर राखी का नाम सुनते ही एक अजीब सी टेंशन हो जाती है.मैने पूछ ही लिया कि क्या इसकी वजह पैसे तो नही वो बोली पैसे कितने दें न दें मुझे उससे क्या मेरा क्या मतलब..