कलाम बनाम औरंगजेब
सभी चैनल वाले मुद्दे से भटक गए हैं बहुत हैरानी की बात है कि आज सडक के नाम पर औरंगजेब और कलाम साहब की तुलना हो रही है… और बहस के दौरान अंट शट बोला जा रहा है वैसे इस संदर्भ में मुझे ज्यादा समझ तो नही पर मेरा मानना यही है कि कलाम साहब के नाम अगर कोई नई सडक बना कर समर्पित की जाती तो बेहतर होता… किसी के नाम को बदलना और फिर विवादों मे पडना … विवादों में तो कलाम साहब भी कभी नही पडे थे तो अब उनके जाने के बाद ये ओछी राजनीति किसलिए 🙁 शान से कोई नई सडक बना कर उसका नाम कलाम मार्ग रखते तो बहुत बेहतर होता .. !!
सबसे पहले तो दोनों की तुलना करना अजीब है … दूसरा जो इस बहस को तूल दे रहा है वो हास्यास्पद है और तीसरा अगर जालिमों को हटाने की इतनी ही बात है तो बहुत जल्द यह मुद्दा भी उठेगा कि दशहरा किसलिए मनाते हैं क्यो रावण को हर साल याद करते हैं क्यो राम लीला होती जब कि वो इतना जालिम था… बात ये है ही नही बात सिर्फ इतनी है कि अगर कोई नई सडक बनाकर कलाम साहब का नाम दिया जाता तो अच्छा था … खैर !!
पता नही क्या हो गया मीडिया को, एकंरिग करते करते एंकर इस बात की पैरवी करने लगते हैं कि कलाम साहब के नाम पर रोड सही है औरंगजेब के नाम पर सही नही है… लडते भिडते चिलाते, नेता , आखं दिखातें अलग अलग चैनल के एंकर … दुखद … अफसोस !!!
मुद्दा भटक गया है … हां पर टीआरपी जरुर बढ गई है यानि की उद्देश्य सफल हुआ चैनल वालो का !!!
कलाम बनाम औरंगजेब