How not to Talk to Your Child – बच्चों से बातचीत का तरीका क्या हो – बच्चों से कैसे Communicate करते हैं आप ?? अगर अच्छी तरह कर रहे हैं तो positive नही तो negative effect डालेगी.. बच्चों की परवरिश कैसे करें – How to Raise a Child…
How not to Talk to Your Child – बच्चों से बातचीत का तरीका क्या हो
बच्चों से कैसे बात करते हैं आप ?? कल्पना कीजिए एक बीमार बच्चा हो गया doctor के पास गए और वो अपने पापा के साथ अस्पताल से बाहर आया तो पापा ने जोर से गुस्सा किया.. कहना नही मानते कितनी बार समझाते हैं तुम हो कि समझते ही नही.. अब हो गए न बीमार पडे रहना अब घर पर.. आज से तुम्हारा बाहर खेलना बंद.. आपको कैसा लगा..
यकीनन आप सोच रहे होंगें कि जब बच्चा नही ख्याल रखेगा तो पापा को तो गुस्सा आएगा ही… सही बात है पर अगर हम इस बात का ख्याल रखें कि बच्चे की तबियत ठीक नही है.. पर अगर यही बात आराम से कही जाए तो उसका असर भी जरुर पडेगा… जैसाकि बेटा आपने अपना ख्याल नही रखा ना अब देखो… छुट्टी भी लेनी पडेगी कितना नुकसान भी होगा पढाई का.. अपनी बात भी कनवे कर दी.. और कुछ बदमगजी भी नही हुई… ऐसी रोजमर्रा की छोटी छोटी बातों का ख्याल रखेंगे आराम से कहेंगें तो बच्चे पर लम्बे समय तक असर डालेगा..
कुछ उदाहरण बताती हूं …
- हे भगवान ऐसे नालायक बच्चे से तो मुझे बेऔलाद ही रखता… पता नही कौन से पाप किए थे जो तुझ जैसा बेटा मिला…
बेशक हमें किसी बात पर गुस्सा आया पर इस तरह से गुस्सा निकालना कहां तक सार्थक है..
- 100 बार बताना पडता है एक बात को समझ नही आता तुम्हें… पागल है क्या तू
- मुझे maths जरा भी अच्छा नही लगता इसका नाम लेते ही टेंशन शुरु हो जाती है.. बच्चा नम्बर कम लाया तो अपने पापा पर गया है
- खबरदार जो रोए तो चुप हो जाओ एकदम चुप…
5. कजिन को देखा है वो कितनी प्यारी है
- बाद मे बात करेगें… देख नही रहे मैं काम कर रही हूं
- तू मुझे सीखाएगा.. तू मुझसे जुबान लगाएगा.. मां हूं मैं तेरी चटाक चटाक…
8. Be a man आदमी बनो.. क्या डर रहे हो डरपोक कही का…
9. अपनी मम्मी को मत बताना ये बात..
पेरेंटस के लिए बच्चे सबसे खूबसूरत उपहार हैं… इसलिए उन्हें प्यार से सहेज करना उन्हें अच्छे संस्कार देना पेरेंटस का ही काम है… जैसा देंगें वैसा ही मिलेगा… बच्चे हम पेरेंटस से ही सीखते हैं … इसलिए अच्छी बात बोलना , रिस्पेक्ट करना…..
How not to Talk to Your Child –