Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for ब्लाग

November 5, 2015 By Monica Gupta

देश का बिगडा माहौल

cartoon dog by monica gupta

cartoon dog by monica gupta

देश का बिगडा माहौल

देश का बिगडा माहौल बनाम जंगल राज …  हद ही है .. सभी कह रहे हैं कि देश का माहौल बिगड गया है … दूसरो शब्दों में ये कहें कि जंगल राज आ गया है … अब यही बात सुबह सुबह की सैर पर फोन पर कर रही हैं श्रीमती जी पर उनके पालतू ने तो जंगल राज का नाम सुन कर अपने परिवार को ही फोन करके बुला लिया …

अब बताईए कि क्या किया जाए !!!

देश का बिगडा माहौल

 

November 5, 2015 By Monica Gupta

सहिष्णुता बनाम सहनशीलता

stop photo

 

सहिष्णुता बनाम सहनशीलता

गूगल सर्च में आप देखेगें तो पाएगें कि चाहे बडे से बडा नेता हो, लेखक हो, इतिकास कार हो , फिल्मी दुनिया से शाहरुख, सलमान खान  हों या योग गुरु बाबा रामदेव हो या फिर सोशल नेट वर्किंग साईट हो, गूगल प्लस हो,टवीटर हो, फेसबुक हो, ब्लाग हो या अन्य साईटस  या फिर मीडिया, अखबार और न्यूज चैनल…. सभी सहिष्णुता और असहिष्णुता के विषय पर जम कर बोल रहे हैं न सिर्फ वो जम कर बोल रहे हैं बल्कि बहस भी कर रहे हैं किंतु मैं आपको बोलना चाहूंगी कि वो तो बडे लोग हैं. कुछ भी, कभी भी, कैसे भी, कहीं भी बोल सकते हैं पर आपको बहुत सोच समझ और विचार के बोलना होगा

.देखिए अन्यथा न लीजिए बस मेरे कहने का यही भाव है कि सहिष्णुता या असहिष्णुता बोलने से पहले एक बार तसल्ली कर लें कि आपको ये शब्द बोलने में कोई कठिनाई तो नही. वो क्या है ना जरा मुश्किल है बोलने में. वैसे शब्द अच्छा है बोलने में रौब सा भी पडता है पर अगर आप इसे बोलने से दिक्कत महसूस कर रहे हैं, अटक कर बोलना पड रहा है  तो प्लीज रुकिए आप इसे  असहनशीलता या सहनशीलता बोल सकते हैं दोनो के मायने एक ही है यानि सहिष्णुता और असहिष्णुता या सहनशीलता या असहनशीलता ….

और जहां तक लिखने की बात है वो तो आप कापी पेस्ट कर ही सकते हैं इसमे कोई दिक्कत नही…. अब जब मायने एक ही है फिर बोलने में टेंशन किसलिए लेनी इसलिए ये मेरा सुझाव है… !!

हां …तो आप क्या कह रहे थे सहिष्णुता, असहिष्णुता के बारे में …!! बोलिए बोलिए बेबाक होकर पूरे विश्वास के साथ अपनी राय रखिए . किसी की स्वत्रंता हमें मिले या न मिले पर कुछ भी बोलने की स्वतंत्रता तो है ही…

सहिष्णुता बनाम सहनशीलता

November 4, 2015 By Monica Gupta

टवीटर के टवीट

tweet photo

टवीटर के टवीट

 खबरों का बदलता रवैया

टवीट का बढता रुतबा …

ना महंगाई से डर लगता है ना भूकम्प से…  डर लगता है तो बस टवीट से

टवीट से डर लगने के बहुत कारण है….

पहले ऐसा नही था. एक समय था जब टवीट शुरु हुआ था  तो अच्छा  लगा था  और सोचा था  कि कम शब्दों में हम अपनी बात कह सकेंगें पर ना जाने ये किस दिशा में बह गया. अब तो बहुत कुछ गलत सलत, गंदा, अश्लील, अंट शंट सब इसमे है..!! पर पर पर सभी दुखी नही हैं इससे … अब हमारे खबरिया चैनल को देखिए.. उन्हें तो बैठे बिठाए टीआरपी मसाला मिल गया है.

किसी का टवीट आता है.. फिर उसी टवीट पर आवाज उठती है. न्यूज चैनल वाले सर्तक हो जाते हैं और उस टवीट पर आई प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रियाओं  का दौर चालू हो जाता है. काम की बात ये होती है कि टवीट बैसिर पैर का होता है और फिर शुरु हो जाती है उसी टवीट पर बहस … चैनल पर बैठ कर चीखतें हैं चिल्लाते हैं फिर शाम को खबर आती है कि जिस व्यक्ति ने टवीट किया था उसने अपना टवीट वापिस ले लिया.. अरे !! तो क्या हुआ !! कोई दिक्कत नही … उन्होनें अपना टवीट वापिस क्यो लिया, किसलिए लिया, इस पर भी बहस चालू होगी…

हे भगवान !! ऐसे मे आप हमारे सहिष्णु, सहनशील होने की उम्मीद कैसे रख सकते हैं.. बिल्कुल बढ रही है असहिष्णुता, असहनशीलता … !!!

वैसे टवीटर के टवीट के बारे में आपकी क्या राय है… जरुर टवीट करके बताईएगा !! ह हा हा !!!

November 4, 2015 By Monica Gupta

सबक

  सबक

जिंदगी का सबक !! सबक यानि lesson पाठ … जिंदगी हमें तरह तरह से सबक सिखाती रहती है. अच्छी बातो का सदा स्वागत करना चाहिए..

   मेरी सहेली मणि के घर कोई सपरिवार आए हुए थे. देखने में बहुत साधारण पर बातचीत में बेहद सलीकेदार और हर बात हाथ जोडे कर रहे थे. मैं उन्हें नही जानती थी. उनके जाने के बाद मणि ने जो बताया. वो मैं आप सभी को बता रही हूं.

 लगभग सात आठ साल पहले मणि सपरिवार मार्किट बच्चो के लिए पैन खरीदने गई थी. दुकान पर बहुत भीड थी. मणि ने पैन लिए और पचास रुपए दुकानदार को दे दिए. उसके पति कार मे ही बैठे रहे. कुछ देर में दुकानदार ने उसे तीन पैन दिए के साथ साथ पचास रुपए भी दे दिए और दूसरे ग्राहको को सामान देने लगा. मणि पहले तो कंफ्यूज हुई पर बाद में मन ही मन खुश हो गई कि मजा आ गया. पैन फ्री मे आ गए. मम्मी को खुश देख कर बच्चे भी खुश हो गए. कार मे बैठ कर जब उसने अपने पति को खुशी खुशी बात बताई तो उसे बहुत डांट पडी. उन्होने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. दुकानदार को पैसे वापिस देकर आओ. वो मुंह बना कर बेटे के साथ वापिस दुकान पर गई.

जब रश काम हुआ तो उसने दुकानदार को सारी बात बताई. उस समय तो दुकानदार ने अपनी व्यस्तता बताते हुए पैसे काट कर उसे दस रुपए वापिस कर दिए पर कुछ समय बाद कही से पूछते पाछ्ते वो सपरिवार उपहार लिए उनके घर आया. उस दिन दीपावली थी. उसने अपने बच्चों से कहा कि इन से सीखों .ऐसे भी लोग दुनिया मे होते हैं.

उस दिन मणि को बहुत झेंप भी महसूस हुई पर खुशी भी हुई कि आज वो किसी के लिए तो प्रेरणा बनी. बात पचास रुपए की नही है बल्कि हमारी सोच की है अगर मणि उस दिन अपने पति के कहने पर रुपये न वापिस करती तो जिंदगी तो वैसे ही चलती रहती और  उसके बच्चों को एक गलत सबक मिलता पर अब मणि के साथ साथ उसके बच्चे भी एक सीख ले चुके थे. उस बात  के बाद से अब वो  दुकानदार सपरिवार  हर साल दीपावली पर आता है.

सबक कैसा लगा ? जरुर बताईएगा !!

 

lesson of life photo

Photo by symphony of love

 

 

November 3, 2015 By Monica Gupta

Maids Home Services

Maids Home photo

Photo by Internet Archive Book Images   

Maids Home Services

Maids यानि काम वाली बाई या आया का आजकल बहुत प्रचलन हो गया है . इन्हे घर में रखना हर घर की प्राथमिकता बन चुकी है.बच्चे अपने माता पिता पर नही बल्कि इन पर ज्यादा भरोसा करते हैं.

कुछ दिनों पहले एक बच्चे के हैप्पी बर्थ डे पर जाना हुआ. खूब सारे छोटे छोटे बच्चे आए हुए थे.बच्चे जितने स्मार्ट थे मम्मियां उतनी ही अलग सी लग रही थी. एक महिला चुपचाप एक किनारे पर बैठी चुपचाप बच्चों को देख रही थी. मैं उन्ही के पास बैठ गई. तभी उस महिला की चार साल की बेटी आई और नाराजगी में बोली कि आप चली जाओ ना. यहां किसी की मम्मी नही आई. वो महिला उदास सी हो गई. फिर बेटी बच्चो के साथ खेलने चली गई. मेरे पूछ्ने पर उस महिला ने बताया कि उसकी कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा समय अपनी बेटी के साथ रहे पर इस आया (maid)  कल्चर की वजह से परेशान है क्योकि बेटी कहती है कि सभी के घर में  maid है तो आप को भी रखनी चाहिए. बातो बातो में मुझे ये पता चला की वो महिला गोल्ड मेडलिस्ट और यूनिवर्सिटी टापर भी रही है पर बेटी होने के बाद् नौकरी इस वजह से  छोड दी कि बेटी की खुद परवरिश करेगी पर …!!! उसे ये समझ नही आ रहा कि उसने कहां और क्या गलती की. उसका मूड इतना खराब था कि उस समय उससे बात करना सही नही था.

केक कटने वाला था वो उठ कर बच्चों के पास चली गई और मैं सोचने लगी कि गलती इस महिला की नही बल्कि उन महिलाओं की है जो कामकाजी न होने के बावजूद भी स्टेटेस सिम्बल दिखाने के चक्कर में अपने बच्चों को अपने से दूर करती जा रही हैं. बच्चों को जितना लगाव अपनी maid से होता जा रहा है ये अच्छा सकेंत नही है. अब तो मेरा भी मूड आफ हो गया क्योकि पार्टी में 99% maid ही आई हुई थी बच्चों के साथ…

Maids Home Services

November 3, 2015 By Monica Gupta

हैप्पी दीपावली

happy deepawali by monica gupta

                                                                         दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाए…

 

हैप्पी दीपावली

दीपावली है तो छुट्टी है छुट्टी है तो मौज मस्ती है… मौज मस्ती है तो धूम धडाका है.दीपावली की  बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!

बाजार में भी खूब रौनक छाई हुई है .बेशक, धमाकेदार सेल जनता को आकर्षित कर रही है पर बाजार में जेब कतरों से सावधान रहना.. इसके इलावा चौराहों पर जादू टोना भी बहुत किया होता है उससे भी बच कर रहना बाकी हैप्पी दीपावली.. दुकानों पर मिठाईयां ऐसी सजाई होती हैं कि देखते ही  मुहं में पानी आ जाए पर उन्हें खाने से बचना क्योंकि वो मिलावटी हो सकती हैं बाकी हैप्पी दीवाली..

तरह तरह के पटाखे फोडने में बडा मजा आता है पर बच्चों को जरा दूर ही रखना क्योंकि एक तो उनकी आवाज बच्चों के कानों को नुकसान पंहुचा सकती है दूसरा उनके हाथ जल सकते हैं और तीसरा पटाखे बाद जो धुंआ निकलता है उससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है बाकी हैप्पी दीपावली…

हैप्पी दीपावली ( मोनिका गुप्ता)

हैप्पी दीपावली

 

  • « Previous Page
  • 1
  • …
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • …
  • 59
  • Next Page »

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved