Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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November 4, 2015 By Monica Gupta

टवीटर के टवीट

tweet photo

टवीटर के टवीट

 खबरों का बदलता रवैया

टवीट का बढता रुतबा …

ना महंगाई से डर लगता है ना भूकम्प से…  डर लगता है तो बस टवीट से

टवीट से डर लगने के बहुत कारण है….

पहले ऐसा नही था. एक समय था जब टवीट शुरु हुआ था  तो अच्छा  लगा था  और सोचा था  कि कम शब्दों में हम अपनी बात कह सकेंगें पर ना जाने ये किस दिशा में बह गया. अब तो बहुत कुछ गलत सलत, गंदा, अश्लील, अंट शंट सब इसमे है..!! पर पर पर सभी दुखी नही हैं इससे … अब हमारे खबरिया चैनल को देखिए.. उन्हें तो बैठे बिठाए टीआरपी मसाला मिल गया है.

किसी का टवीट आता है.. फिर उसी टवीट पर आवाज उठती है. न्यूज चैनल वाले सर्तक हो जाते हैं और उस टवीट पर आई प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रियाओं  का दौर चालू हो जाता है. काम की बात ये होती है कि टवीट बैसिर पैर का होता है और फिर शुरु हो जाती है उसी टवीट पर बहस … चैनल पर बैठ कर चीखतें हैं चिल्लाते हैं फिर शाम को खबर आती है कि जिस व्यक्ति ने टवीट किया था उसने अपना टवीट वापिस ले लिया.. अरे !! तो क्या हुआ !! कोई दिक्कत नही … उन्होनें अपना टवीट वापिस क्यो लिया, किसलिए लिया, इस पर भी बहस चालू होगी…

हे भगवान !! ऐसे मे आप हमारे सहिष्णु, सहनशील होने की उम्मीद कैसे रख सकते हैं.. बिल्कुल बढ रही है असहिष्णुता, असहनशीलता … !!!

वैसे टवीटर के टवीट के बारे में आपकी क्या राय है… जरुर टवीट करके बताईएगा !! ह हा हा !!!

November 4, 2015 By Monica Gupta

सबक

  सबक

जिंदगी का सबक !! सबक यानि lesson पाठ … जिंदगी हमें तरह तरह से सबक सिखाती रहती है. अच्छी बातो का सदा स्वागत करना चाहिए..

   मेरी सहेली मणि के घर कोई सपरिवार आए हुए थे. देखने में बहुत साधारण पर बातचीत में बेहद सलीकेदार और हर बात हाथ जोडे कर रहे थे. मैं उन्हें नही जानती थी. उनके जाने के बाद मणि ने जो बताया. वो मैं आप सभी को बता रही हूं.

 लगभग सात आठ साल पहले मणि सपरिवार मार्किट बच्चो के लिए पैन खरीदने गई थी. दुकान पर बहुत भीड थी. मणि ने पैन लिए और पचास रुपए दुकानदार को दे दिए. उसके पति कार मे ही बैठे रहे. कुछ देर में दुकानदार ने उसे तीन पैन दिए के साथ साथ पचास रुपए भी दे दिए और दूसरे ग्राहको को सामान देने लगा. मणि पहले तो कंफ्यूज हुई पर बाद में मन ही मन खुश हो गई कि मजा आ गया. पैन फ्री मे आ गए. मम्मी को खुश देख कर बच्चे भी खुश हो गए. कार मे बैठ कर जब उसने अपने पति को खुशी खुशी बात बताई तो उसे बहुत डांट पडी. उन्होने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. दुकानदार को पैसे वापिस देकर आओ. वो मुंह बना कर बेटे के साथ वापिस दुकान पर गई.

जब रश काम हुआ तो उसने दुकानदार को सारी बात बताई. उस समय तो दुकानदार ने अपनी व्यस्तता बताते हुए पैसे काट कर उसे दस रुपए वापिस कर दिए पर कुछ समय बाद कही से पूछते पाछ्ते वो सपरिवार उपहार लिए उनके घर आया. उस दिन दीपावली थी. उसने अपने बच्चों से कहा कि इन से सीखों .ऐसे भी लोग दुनिया मे होते हैं.

उस दिन मणि को बहुत झेंप भी महसूस हुई पर खुशी भी हुई कि आज वो किसी के लिए तो प्रेरणा बनी. बात पचास रुपए की नही है बल्कि हमारी सोच की है अगर मणि उस दिन अपने पति के कहने पर रुपये न वापिस करती तो जिंदगी तो वैसे ही चलती रहती और  उसके बच्चों को एक गलत सबक मिलता पर अब मणि के साथ साथ उसके बच्चे भी एक सीख ले चुके थे. उस बात  के बाद से अब वो  दुकानदार सपरिवार  हर साल दीपावली पर आता है.

सबक कैसा लगा ? जरुर बताईएगा !!

 

lesson of life photo

Photo by symphony of love

 

 

November 3, 2015 By Monica Gupta

Maids Home Services

Maids Home photo

Photo by Internet Archive Book Images   

Maids Home Services

Maids यानि काम वाली बाई या आया का आजकल बहुत प्रचलन हो गया है . इन्हे घर में रखना हर घर की प्राथमिकता बन चुकी है.बच्चे अपने माता पिता पर नही बल्कि इन पर ज्यादा भरोसा करते हैं.

कुछ दिनों पहले एक बच्चे के हैप्पी बर्थ डे पर जाना हुआ. खूब सारे छोटे छोटे बच्चे आए हुए थे.बच्चे जितने स्मार्ट थे मम्मियां उतनी ही अलग सी लग रही थी. एक महिला चुपचाप एक किनारे पर बैठी चुपचाप बच्चों को देख रही थी. मैं उन्ही के पास बैठ गई. तभी उस महिला की चार साल की बेटी आई और नाराजगी में बोली कि आप चली जाओ ना. यहां किसी की मम्मी नही आई. वो महिला उदास सी हो गई. फिर बेटी बच्चो के साथ खेलने चली गई. मेरे पूछ्ने पर उस महिला ने बताया कि उसकी कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा समय अपनी बेटी के साथ रहे पर इस आया (maid)  कल्चर की वजह से परेशान है क्योकि बेटी कहती है कि सभी के घर में  maid है तो आप को भी रखनी चाहिए. बातो बातो में मुझे ये पता चला की वो महिला गोल्ड मेडलिस्ट और यूनिवर्सिटी टापर भी रही है पर बेटी होने के बाद् नौकरी इस वजह से  छोड दी कि बेटी की खुद परवरिश करेगी पर …!!! उसे ये समझ नही आ रहा कि उसने कहां और क्या गलती की. उसका मूड इतना खराब था कि उस समय उससे बात करना सही नही था.

केक कटने वाला था वो उठ कर बच्चों के पास चली गई और मैं सोचने लगी कि गलती इस महिला की नही बल्कि उन महिलाओं की है जो कामकाजी न होने के बावजूद भी स्टेटेस सिम्बल दिखाने के चक्कर में अपने बच्चों को अपने से दूर करती जा रही हैं. बच्चों को जितना लगाव अपनी maid से होता जा रहा है ये अच्छा सकेंत नही है. अब तो मेरा भी मूड आफ हो गया क्योकि पार्टी में 99% maid ही आई हुई थी बच्चों के साथ…

Maids Home Services

November 3, 2015 By Monica Gupta

हैप्पी दीपावली

happy deepawali by monica gupta

                                                                         दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाए…

 

हैप्पी दीपावली

दीपावली है तो छुट्टी है छुट्टी है तो मौज मस्ती है… मौज मस्ती है तो धूम धडाका है.दीपावली की  बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!

बाजार में भी खूब रौनक छाई हुई है .बेशक, धमाकेदार सेल जनता को आकर्षित कर रही है पर बाजार में जेब कतरों से सावधान रहना.. इसके इलावा चौराहों पर जादू टोना भी बहुत किया होता है उससे भी बच कर रहना बाकी हैप्पी दीपावली.. दुकानों पर मिठाईयां ऐसी सजाई होती हैं कि देखते ही  मुहं में पानी आ जाए पर उन्हें खाने से बचना क्योंकि वो मिलावटी हो सकती हैं बाकी हैप्पी दीवाली..

तरह तरह के पटाखे फोडने में बडा मजा आता है पर बच्चों को जरा दूर ही रखना क्योंकि एक तो उनकी आवाज बच्चों के कानों को नुकसान पंहुचा सकती है दूसरा उनके हाथ जल सकते हैं और तीसरा पटाखे बाद जो धुंआ निकलता है उससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है बाकी हैप्पी दीपावली…

हैप्पी दीपावली ( मोनिका गुप्ता)

हैप्पी दीपावली

 

November 3, 2015 By Monica Gupta

अंधविश्वास या आस्था

supersticioun photo

 

अंधविश्वास या आस्था

 

थोडी देर पहले मैं अपनी सहेली मणि से बात कर रही थी कि अचानक उसकी हथेली मे खारिश होने लगी. वो परेशान हो गई और मैं खुश क्योंकि खारिश का मतलब था कि पैसा आएगा.फिर बाते छिड गई छोटे मोटे अंधविश्वासो की. जहां बचपन मे चप्पल उल्टी रखी जाती या चाबी बजाने पर अक्सर डांट पडती थी. वही नमक गिरने या छिपकली के उपर गिरने को अच्छा नही मानते थे.

मंगल या शनिवार को नाखून काटना हो या पीछे से टोकना अच्छा नही माना जाता था. बाहर  जाते वक्त अगर सडक पर  झाडू लगाता यानि सफाई कर्मचारी यानि जमादार दिख जाता तो  शुभ माना जाता  पर आजकल कहां इन बातो को मानते हैं बाते करते करते अचानक मुझे छींके आनी शुरु हो गई .

मणि ने कहा कि वो अभी रुमाल ले कर आती है इस पर मैने कहा अरे नही रुमाल लूंगी तो हमारी लडाई हो जाएगी … ह हा हा !! यानि कही न कही हम आज भी इन अंधविश्वासों मे ज्यादा तो नही पर थोडा बहुत जरुर गिरफ्त में हैं !!!

अंधविश्वास या आस्था पर आपके क्या विचार हैं ?? जरुर बताईएगा !!!

November 2, 2015 By Monica Gupta

आज की रात

आज की रात

आज की रात है जिंदगी …. कार्यक्रम के बारे में मैं यही कहना चाहूंगी कि मैं कुछ नही कहना चाहूगी.. ऐसा प्रोग्राम कोई बनाता है भला … !!! इतना अच्छा इतना शानदार !!! अभी तक क्यों नही बनाया था.. दिमाग खराब हो गया था नेताओ के लडाई झगडे देख कर, वोटो के लिए हिंदू मुस्लमानों को भिडवा दिया, कभी बीफ कभी राधे मां तो कभी इंद्राणी… चारों तरफ बस चिल्लम चिल्ली, लडाई झगडा और रही सही कसर न्यूज चैनलों ने पूरी कर दी लगने लगा कि अब कुछ नही रहा. बस, बुराई ही बुराई रह गई है समाज में… न कोई अच्छा है और न कुछ अच्छा होगा पर पर पर जब अमिताभ जी का ये कार्यक्रम देखा तो खुशी से आसूं छलक आए… सिर्फ मैं ही नही बहुत लोग इस प्रोग्राम को देखते हुए इमोशनल हुए होंगें स्टार प्लस पर इस प्रोग्राम को देखते हुए…

बात सिर्फ इमोशनल वाली ही  नही है…. सबसे बडी बात ये है कि हमारे समाज में आज भी अच्छाई है आज भी अच्छे लोग हैं और आज भी सच्चाई और ईमानदारी जिंदा है. शुक्र है … !!! जो लोग चुपचाप पूरी मेहनत से समाज सेवा में जुटे हैं उन्हॆं यकीनन बहुत मनोबल मिलेगा और वो ज्यादा गम्भीरता से इसमें जुट जाएगें …

हमने भी सन 2004 मे सैमसन क्रिएशनं  https://youtu.be/4_wZ1JfHtV0 में ढेरो कार्यक्रम   बना कर उन बच्चों को इसमे शामिल किया था जो प्रतिभावान हैं पर प्रतिभा दिखाने का कोई मंच नही था … बच्चो को इन कार्यक्रमों मे आकर बहुत आत्मविश्वास मिला था. इसलिए मैं कल्पना कर सकती हूं कि जो भी इस कार्यक्रम में आ रहे हैं उनका मनोबल कितना बढा होगा.

आज की रात है जिंदगी की पूरी टीम को बधाई !! मेरा भी प्रयास रहेगा कि भले ही छोटे लेवल पर ही सही पर नेक दूत और आदर्श दूत खोज कर ब्लाग के माध्यम से पाठकों के सामने रख पाऊं ताकि और लोग उनसे प्रेरणा पाकर खुद भी अच्छे बनने का प्रयास कर सकें ..!!! एक शानदार प्रयास… !!!

आज की रात

 

तस्वीर सौजन्य गूगल सर्च

तस्वीर सौजन्य गूगल सर्च

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