शादी ब्याह
हाईटेक होती शादियां
एक जानकार अपनी बिटिया की शादी का कार्ड देने आए और अपनी घोर व्यस्तता जताते हुए बताया कि लगभग 40 -50 तो वीआईपी ही आ रहे हैं शादी में. उनके साथ भी बाडीगार्ड होंगें उनकी भी आवभगत का पूरा चार्ट तैयार करना है. हाई प्रोफाईल शादी है ये कहते हुए कार्ड खोल कर देखने को कहा.. कार्ड वाकई में शानदार था इस पर वो बोले कार्ड के साथ जो मिठाई है वो खाकर देखना और ड्राई फ्रूट खास बाहर से मंगवाया है. बहुत काम है कहते कहते वो चले गए ऐसा लगा कि शायद वो कार्ड नही अपनी हाई प्रोफाईल शादी का ब्यौरा देने आए थे.
मुझे याद आया कि कुछ महीने पहले एक शादी मे जाना हुआ था. और वो बेहद धनवान परिवार था पर शादी में उन्होने बेहद खास खास अपनों को जोकि साठ के करीब ही होंगें आमंत्रित किया था. उनका विचार था कि शादी बहुत ही पर्सनल कार्यक्रम है इसलिए दिखावा करने का क्या औचित्य… बहुत जबरदस्ती करने पर भी मेहमानों से शगुन भी नही लिया … !!!
अक्सर शादी ब्याह जैसे अवसरों पर हम दिखावे के चक्कर में भीड बुला लेते हैं और उसमे अपने लोग कही गुम हो जाते है.. और जो जम कर वेस्टेज होती है उसका तो कहना ही क्या !!! इसलिए जरा नही बहुत सोचने की दरकार है..