Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for Bihar

June 23, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

समाज को झंझकोरती बिहार टॉपर धोटाला की खबर

समाज को झंझकोरती बिहार टॉपर धोटाला की खबर

20 लाख रुपये देकर  टॉपर  बने बच्चे आखिर कसूरवार कौन… बच्चे, माता पिता , शिक्षण संस्थान या हमारा समाज

 

topper

(तस्वीर गूगल से साभार)

समाज को झंझकोरती बिहार टॉपर धोटाला की खबर

20 लाख रुपये देकर  टॉपर  बने बच्चे आखिर कसूरवार कौन… बच्चे, माता पिता , शिक्षण संस्थान या हमारा समाज

नेता , बडबोले बयान आलोचना से हट कर भी बहुत खबरे ऐसी होती हैं जिनसे हमें और हमारे समाज को सरोकार होता है इसलिए उन खबरों का फोलोअप भी होना चाहिए … मेरा ध्यान बिहार टॉपर  धोटाले की ओर बहुत ज्यादा रहा … क्योकि  चाहे स्कूल में नकल की बात हो या सिफारिश की इससे सही मायनों में प्रतिभावान् बच्चों का मनोबल टूट जाता है ..  आज  बिहार टॉपर  घोटाला सुना और पता चला कि 20 लाख देकर वो बच्चे टॉपर  बने थे …खबर की सच्चाई सामने आई तो हैरानी के साथ साथ खुशी भी हुई कि चलो अब कोई ऐसा गलत काम करेगा तो शायद 100 बार सोचेगा बेशक यह काम पहले धडल्ले से चल रहा होगा पर अब समाज जागृत होने लगा है …

खबर देखते देखते में अतीत मे चली गई. जब मैं  स्कूल में पढती थी. मेरी क्लास में क्लास टीचर की बहन भी पढती थी और सभी लडकियां उसकी चमची भी मारती थी और वो हमेशा हर स्कूल के प्रोग्राम में हिस्सा लेती और उन क्लास में फर्स्ट भी आती … जब उन टीचर ने शादी के बाद स्कूल छोड दिया  तो उसका पास होना भी मुश्किल  हो गया था इतनी नालायक थी वो पर तब बोलता कौन …  … पर मुझे याद है कि मैं बहुत मेहनत के बाद भी उससे ज्यादा नम्बर कभी नही ला सकी और कितनी बार घर आकर रोती थी..

सिर्फ स्कूल ही नही बल्कि कालिज में भी ऐसा अक्सर हुआ …ऐसा बहुत बार प्रैक्टिकल में भी ऐसा ही  हुआ जिस बच्चे की सिफारिश थी उसे पूरे नम्बर मिले और हमारे मम्मी पापा ने कभी सिफारिश को  अहमियत नही दी और हम उस समय क्लास मे बेशक पीछे रह गए पर आज हम समाज में सिर उंचा करके चल रहे हैं क्योकि जितने भी अंक लाए अपनी मेहनत के बलबूते पर लाए …

‘Bihar toppers paid Rs 20 lakh each for results’ – Navbharat Times

टॉपर बनाने के लिए BSEB के पूर्व प्रमुख ने वसूले थे 20 लाख बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (BSEB) के पूर्व चेयरमैन ने टॉपर बनाने के लिए प्रति छात्र 20 लाख रुपए की घूस ली थी। बुधवार को बिहार पुलिस ने बताया कि जांच में सिंह ने इसका खुलासा किया। पुलिस के अनुसार नकल का एक पूरा रैकेट है, जिससे शिक्षा बोर्ड के निदेशक ने बड़ी रकम रिश्वत में ली। read more at indiatimes.com

जो भी हो मैं आजतक का बहुत धन्यवाद करती हूं कि उन्होने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया और प्रशासन और सरकार को जागना पडा

रुबी को भी गिरफ्तार कर लिया गया क्योकि बोर्ड कमेटी में जब जवाब देने आई तो 25 मे से बस 5 सवालो के जवाब दे पाई पर 4 जवाब गलत थे… पूरा पढिए

Bihar toppers scam: Arts topper Rubi Rai arrested

“Special Investigation Team (SIT) of Bihar police probing into the Bihar toppers scam has arrested Rubi Rai when she finally appeared for a re-test at BSEB office,” a police official said.

Ruby had scored 444 out of 500 marks in the Arts stream and Saurabh Shreshtha 485 out of 500 in Science. read more at eenaduindia.com

 

 

बिहार टॉपर और मीडिया की भूमिका  भी जरुर पढे

 

November 22, 2015 By Monica Gupta Leave a Comment

सही नही पकडे हैं

bihar fail cartoon by monica gupta

सही नही पकडे हैं

महा गठबंधन और फिर नेताओं का मंत्री पद के लिए  चयन  जनता के बीच यही आवाज उठ रही है कि नीतीशे बाबू सही नही पकडे हैं . वैसे शपथ ग्रहण समारोह में लालू जी और अरविंद जी का मिलना भी आप प्रेमियों को  नागवार गुजरा और होना भी चाहिए…

खैर इन सब में एक बात तो ये हुई कि न्यूज चैनल वालो को मसाला मिल गया और वो खूब ठोक बजा कर बहस कर रहे हैं

Educational Qualification of Bihar Ministers – Hindi Oneindia

पटना। बिहार की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर राज्य की कमान सौंपी है। बिहार को विकास के नये पथ पर ले जाना टीम नीतीश के लिये बड़ी चुनौती है। क्योंकि टीम के कोर सदस्यों की शैक्षिक योग्यता विकास कार्यों के आगे रोढ़ा बन सकती है।

चलिये जानते हैं नीतीश की टीम के लोग कितने पढ़े लिखे हैं:

1. नीतीश कुमार – मुख्यमंत्री – गृह, सामान्य प्रशासन व सूचना-जनसंपर्क (बैचलर आॅफ इन इंजीनियरिंग)

2. तेजस्वी यादव – उपमुख्यमंत्री – भवन निर्माण, पथ निर्माण व पिछड़ा-अतिपिछड़ा कल्याण (नौंवी फेल)

3. तेज प्रताप यादव – स्वास्थ्य,लघु सिंचाई,पर्यावरण(बारहवीं फेल)?

6. ललन सिहं – जल संसाधन (आठवीं) – | Educational Qualification of Bihar Ministers – Hindi Oneindia

 

फिलहाल मीडिया की पैनी नजर और जनता की शुभकामनाएं हैं कि नीतीशे सरकार की  महा गठबंधन सरकार सफलता पूर्वक अपना कार्यकाल पूरा करे

सही नही पक़डे हैं  सरकार आप !!!

June 26, 2015 By Monica Gupta

टेंशन दाखिले की

टेंशन दाखिले की

इंजिनियरिंग का रिजल्ट आने के बाद से बेहद गहमागहमी है कि दाखिला कहां लेंगें. कुछ को अच्छा कालिज मिलने की उम्मीद है तो कुछ मायूस है. ऐसे में एक मित्र के बेटे के ज्यादा अच्छे नम्बर नही आए हैं और उसने इस साल ड्राप करने निर्णय लिया है.

हालाकि पिछ्ले साल भी वो बाहर कोचिंग ले रहा था पर उसके इस निर्णय से उसके पेरेंटस खुश नही हैं वो चाहते है कि साल खराब नही करना चाहिए और जिस कालिज मे दाखिला मिल रहा है उसमे ले ले. मैने भी यही कहा क्योकि काम्पीटिशन इतना बढ गया है कि अगले साल का रिस्क नही लेना चाहिए और जिस संस्थान में दाखिला मिल रहा है वहां ले कर उसमे खूब मेहनत करें हो सकता है वहां स्लाईडिंग ही हो जाए पर वो सुनने को तैयार नही.

एक साल बहुत मायने रखता है बहुत बच्चे ऐसे भी देखे हैं जो बहुत अच्छा लिखाने के चक्कर में  पूरे साल बहुत तनाव में रहते हैं और टेंशन की वजह से अच्छा नही कर पाते और कुछ में काम्पलेक्स भी आ जाता है जब वो अपने से जूनियर को आगे आते देखते हैं. कई बार एक दूसरे की देखा देखी भी बच्चे ऐसा फैसला कर लेते हैं

फिर भी टेंशन इसी बात की है कि एक साल ड्राप करना या नही करना चाहिए.. कैसे समझाए उसे . बहुत टेंशन है

अगर आपके पास भी कोई सुझाव है तो उसका स्वागत  है 🙂

टेंशन दाखिले की

Some news of IIT

  LiveHindustan.com

देशभर के 18 आईआईटी व आईएसएम धनबाद में एडमिशन के लिए आईआईटी मुंबई की ओर से देशभर के तमाम बोर्डों का टॉप-20 परसेंटाइल का कटऑफ जारी कर दिया गया है। इसके तहत इस बार बिहार बोर्ड से12वीं में 342 या इससे अधिक अंक पाने वाले जनरल के छात्रों को ही आईआईटी में दाखिला मिल पाएगा। ओबीसी के लिए 333, एससी के लिए 325, एसटी के लिए 322 और नि:शक्तों के लिए 322 अंक कटऑफ निर्धारित किया गया है। सीबीएसई बोर्ड के छात्रों के लिए जनरल का कटऑफ 440 अंक निर्धारित किया गया है। ओबीसी का 428, एससी का 410, एसटी का 389 और नि:शक्तों का कटऑफ 389 अंक तय किया गया है। इससे कम अंक पाने वाले छात्रों का दाखिला आईआईटी में नहीं हो पाएगा, चाहे वे जेईई एडवांस में भी सफल क्यों न हों। जेईई एडवांस में सफल होने के बाद सिर्फ उन्हीं छात्रों का दाखिला आईआईटी में होगा, जो अपने 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में टॉप-20 परसेंटाइल में शामिल होंगे या उन्हें बोर्ड में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुए हों। 75 प्रतिशत अंक वाले भी शामिल इस बार आईआईटी में एडमिशन के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। इसके अनुसार इस बार अपने बोर्ड में 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लाने वाले जनरल व ओबीसी के छात्रों को भी आईआईटी में दाखिला मिलेगा। एससी-एसटी और नि:शक्तों का दाखिला 70 प्रतिशत या इससे अधिक अंक पर होगा। परीक्षा विशेषज्ञ आनंद जायसवाल ने बताया कि इसका फायदा बिहार बोर्ड के छात्रों को नहीं मिल पाएगा, क्योंकि 75 प्रतिशत के कटऑफ से कम टॉप-20 परसेंटाइल का कटऑफ है। इसलिए बिहार बोर्ड के छात्र टॉप-20 परसेंटाइल के कटऑफ पर ही एडमिशन लेंगे। सीबीएसई का 75 प्रतिशत का कटऑफ 375 अंक और 70 प्रतिशत का कटऑफ 350 अंक निर्धारिक किया गया है। ऐसे में सीबीएसई के छात्रों को इसका काफी लाभ मिलेगा। क्योंकि इसका टॉप-20 परसेंटाइल का कटऑफ 440 अंक है। जिन छात्रों का 440 अंक नहीं होगा वे 75 प्रतिशत वाले कटऑफ यानि 375 अंक पर भी दाखिला ले सकते हैं। पिछले दो वर्षों से सभी बोर्ड अपना टॉप-20 परसेंटाइल का कटऑफ जारी करते थे। इसमें काफी गड़बड़ियां होती थी। 2014 में ही बिहार बोर्ड और जेईई की ओर से जारी किए गए कटऑफ में अंतर हुआ था। इसे देखते हुए इस बार तमाम बोर्ड से डाटा मंगाकर आईआईटी मुंबई ने खुद कटऑफ जारी किया है। पिछली बार से बढ़ा है कटऑफ बिहार बोर्ड का कटऑफ वर्ष 2015 श्रेणी कटऑफ सामान्य 342 ओबीसी 333 एससी 325 एसटी/नि:शक्त 322 बिहार बोर्ड का कटऑफ वर्ष 2014 श्रेणी कटऑफ सामान्य 304 ओबीसी 300 एससी 289 एसटी/नि:शक्त 292 सीबीएसई का कटऑफ 2015 श्रेणी कटऑफ सामान्य 466 ओबीसी 451 एससी 432 एसटी/नि:शक्त 427 सीबीएसई का कटऑफ 2014 श्रेणी कटऑफ सामान्य 416 ओबीसी 410 एससी 370 एसटी/नि:शक्त 366 See more…

A Village of Bihar Masters of IIT JEE Since 1992 –

बिहार के गया जिले में एक गांव है, पटवा टोली। राज्य के अन्य गांवों की तरह यह भी एक सामान्य गांव जैसा ही है। लेकिन इस गांव की एक खासियत है। पिछले 23 सालों से इस मामूली गांव के छात्र वह करिश्मा करते आ रहे हैं, जो सुविधा संपन्न शहरों के स्टूडेंट भी नहीं कर पाते हैं। जी हां, पटवा टोली के छात्र पिछले कुछ सालों में बड़े पैमाने पर आईआईटी पहुंचे हैं। 2015 में भी गांव के 18 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड क्लीयर कर आईआईटी में दाखिला सुनिश्चित किया है। बता दें कि इसमें एक लड़की दीपा कुमारी भी शामिल हैं, जो आईआईटी में पढ़ाई करेंगी। पिछले साल 13 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड क्लीयर किया था। अब तक करीब 300 छात्र गांव में पढ़ाई करके आईआईटी और एनआईटी जैसे इंजीनियरिंग संस्थानों में पहुंच चुके हैं। कभी नक्सल और जातीय हिंसा से प्रभावित रहे गया जिले का यह गांव पटवाओं की टोली है। यहां के पटवा बुनकरी का काम करते हैं। ये अन्य पिछड़ी जाति में शामिल हैं। 1992 से ही इस गांव के छात्रों के लिए आईआईटी क्लीयर करना सामान्य बात साबित हो रही है। हालांकि, आईआईटी जाने वालों की संख्या कभी कम या कभी ज्यादा हो जाती है। लेकिन पिछले 23 सालों में यह सिलसिला कभी नहीं टूटा। दिलचस्प यह भी है कि आईआईटी जाने वाले अधिकांश बच्चों के माता-पिता या तो कम पढ़े-लिखे हैं या फिर निरक्षर हैं। उन्हें आईआईटी का मतलब भी नहीं पता है। ग्रुप स्टडी है सफलता का राज, पहली बार जितेंद्र पहुंचे थे आईआईटी यहां के छात्रों की सफलता का राज, ग्रुप स्टडी है। गांव के छात्र मिलकर साथ में पढ़ाई करते हैं और एक-दूसरे से सब्जेक्ट्स की गुत्थियां सीखते हैं। 1992 में इस गांव से पहली बार जितेंद्र आईआईटी पहुंचे थे। फिलहाल वे अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में सेटल्ड हैं। गौरतलब है कि गांव के सैकड़ों आईआईटियन देश-दुनिया में अच्छी जगहों पर सेटल्ड हैं। गांव वाले बताते हैं कि जो छात्र सेटल्ड हो चुके हैं, वे गांव के अन्य छात्रों की मदद करते हैं। सहयोग की इसी भावना के चलते बुनकरों का यह गांव आज आईआईटी हब के रूप में पहचान बना चुका है। 12 देशों में काम करते हैं गांव के इंजीनियर पटवा टोली के इंजीनियर करीब 12 देशों में कार्यरत हैं। सबसे ज्यादा 22 लोग अमेरिका में हैं। जबकि गांव के कई इंजीनियर सिंगापुर, कनाडा, स्विट्जरलैंड, जापान, दुबई आदि देशों में काम कर रहे हैं। people  talking photo… Read more…

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved