विवादित, बडबोले, अमर्यादित बयान और निशाने पर महिलाए
( अगर नेट पर विवादित बयान सर्च करेंगें तो आप पाएगें कि भरा पडा है गूगल सर्च नेताओ के विवादित बयानो से )
आज अचानक सुर्खियों में आए सलमान खान अपने विवादित बयान रेप्ड वूमन के साथ जोकि न सिर्फ महिलाओ को बल्कि उनके फैंस को भी पसंद नही आया… असल में एक शूटिंग के दौरान उन्होने बताया कि शूटिंग के दौरान उन छह घंटों में काफी मेहनत होती थी। वह मेरी लिए काफी मुश्किल था।“
– “ ऐसा इसलिए कि मुझे 120 किलो के पहलवान को 10 अलग-अलग एंगल से उठाना होता था।“
– “ कई बार तो उन्हें जमीन पर पटखनी देनी होती थी। रिंग में ऐसा एक बार नहीं, कई बार करना पड़ता था। ताकि रियल फाइट का फील आए।“
– “ शॉट के बाद जब में रिंग से बाहर निकलता था, मुझे रेप का शिकार हुई महिला की तरह महसूस होता था। मैं सीधा नहीं चल पाता था।“
– ” शूटिंग के बाद भी ट्रैनिंग सेशन के लिए जाना पड़ता था।”
क्या हो गया है हमें कुछ भी लिख देते हैं और नेता लोग कुछ भी बोल देते है … बिना सोचे समझे विचारे कि इसका अंजाम क्या होगा जब मीडिया में बात उछलती है तो कहतें है कि मेरे बयान को तोड मोड कर पेश किया जा रहा है .. अरे भई ये क्या बात हुई .. आज एक कोटा की खबर पढी कि कांग्रेस ने गुलाब चंद कटारिया जोकि राज्य के गृह मंत्री हैं कांग्रेसियों ने कटारिया की 10 फीट लम्बी जीभ बनाई और फिर उसे फिनाईल से साफ किया …
महाराष्ट्र से BJP विधायक रविंद्र चव्हाण ने दलितों की तुलना सूअर से कर विवाद को जन्म दे दिया है
कल एक खबर में अरविंद केजरीवाल को पागल दिमाग खराब और भी न जाने क्या क्या उपाधि दे रहे थे कुछ लोग …
औरतों पर नेताओं के 5 विवादित बयान – BBC हिंदी
मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा था, ”हिंदुत्व की रक्षा के लिए हर हिंदु महिला को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए.” h/t bbc.com
सलमान बोले-शूटिंग के बाद रेप का शिकार महिला जैसा महसूस होता था; फैन्स भड़के
सलमान खान के बचाव में उतरे पिता सलीम खान: AAJ TAK: Movie Masala
अभिनेता सलमान खान के रेप पीड़िता पर दिए विवादित बयान पर पिता सलीम खान ने उनका बचाव करते हुए कहा है कि ‘सलमान ने ऐसा किसी गलत इरादे से नहीं कहा था. उन्होंने बातचीत में ऐसा कह दिया था.’
आज हमारे समाज में जिस तरह से महिला असुरक्षित होती जा रही है वो बेहद निराशाजनक है उपर से ऐसे बयान मनोबल और भी ज्यादा तोड देते हैं … हालाकि बाद में या तो यह आरोप लगा दिया जाता है कि बयानो को तोड कर पेश किया या फिर माफी मांग ली जाती है … दोनो ही सूरतों में सही नही है …आज जिस तरह से सोशल मीडिया , मुद्दा उछालने के लिए हर बात पर नजरे गडाए बैठा है बहुत सोच समझ कर बोलने की दरकार है आज समाज में …. !!!
आपके क्या विचार हैं इस बारे में जरुर बताईएगा …