Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for cancer

May 28, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

मोबाईल फोन बनाम कैंसर का खतरा

 

मोबाईल फोन बनाम कैंसर का खतरा

पहले मैगी फिर ब्रैड और अब मोबाईल … हे भगवान किस किस से बचे और कैसे बचे …

थोडी देर पहले मणि मेरे लिए ब्रैड पकौडा बना कर लाई क्योकि मुझे बहुत पसंद है …. या था !!! मैने उसे बडा सा लेक्चर दे दिया कि क्या है समझती नही है … हर रोज न्यूज में आ रहा है कि ब्रैड नही खानी  इससे कैंसर हो  जाता है

पहले मैंगी खतरनाक थी अब इसका नम्बर है…उसने मुस्कुराते हुए  ब्रैड पकौडा टेबल पर रखा और बोली जब मन करे खा लेना धनिए की चटनी भी है ताजा है खेत से मंगवाई है … मैने व्यंग्य रुप में  कहा .. अरे मैं और ब्रैड पकौडा सवाल ही नही .. ये ऐसे ही रखा रहेगा….  दस दिन तक भले ही तुम देख लेना … वो चली गई और मैने अपना कार्टून देखने के लिए नवभारत टाइम्स ऑन लाईन खोला तो एक खबर ने मुझे जोर का झटका दिया … आप भी जरा सम्भल जाए … क्योकि इसे सुनकर आपकी क्या प्रतिक्रिया हो पता नही…

खबर थी कि मोबाईल के इस्तेमाल से हो सकता है कैंसर … हे भगवान !! मै ब्रैड पकौडा खा कर तनाव दूर करने की कोशिश कर रही हूं !! क्या वाकई हम मोबाईल को छोड पाएगें ब्रैड और मैगी की तरह ??? प्लीज बताईए ???

 

mobile phone girl talking  photo

Mobile phones linked to cancer in groundbreaking study – Navbharat Times

Mobile phones linked to cancer in groundbreaking study – Navbharat Times

मोबाइल फोन से बढ़ता है कैंसर का खतराः डब्लूएचओ | विज्ञान | DW.COM | 01.06.2011

लेकिन इस खतरे के बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहने से पहले और रिसर्च की जरूरत है. पहले डब्लूएचओ ने कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि कैंसर और मोबाइल फोन में कोई संबंध है. अब आईएआरसी के समूह के अध्यक्ष जॉनाथन सैमेट ने कहा, “इस बारे में सभी जरूरी प्रमाणों की समीक्षा के बाद पाया गया है कि रेडियोफ्रीक्वेंसी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक क्षेत्र से इंसानों में कैंसर का खतरा बढ़ता है.” read more at dw.com

heavy mobile phone use a cancer risk: स्‍टाइल: आज तक

तेल अवीव विश्वविद्यालय के औषधि संकाय एवं नाक-कान-गला विभाग के अध्यक्ष यानिव हमजानी ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों के लार का अध्ययन किया, जिसके आधार पर उन्होंने मोबाइल फोन के इस्तेमाल और कैंसर से पीड़ित होने की दर के बीच संबंध स्थापित किया. हमजानी, राबिन चिकित्सा केंद्र में गर्दन की सर्जरी विभाग के अध्यक्ष भी हैं. read more at aajtak.intoday.in

 

मोबाईल फोन बनाम कैंसर का खतरा वैसे आपके क्या विचार हैं इस बारे में जरुर बताईएगा !!!

 

Photo by herlitz_pbs

August 24, 2015 By Monica Gupta

पान मसाला

पान मसाला

अगर आप जिंदगी से परेशान हैं तो पान मसाला खाईए. अगर आपका कोई दोस्त रुठ गया है तो पान मसाले से मनाईए. पान मसाला जिंदगी में खुशियां और रंग भर देता है … इत्यादि इत्यादि !!

ह हा हा !!! क्षमा कीजिएगा पर क्या करुं अपनी हंसी जिसमें दर्द भी है रोक नही पा रही. हुआ क्या कि कल दिल्ली से लौटते हुए FM पर विज्ञापन चल रहे थे और सबसे ज्यादा विज्ञापन पान मसाले के थे और बार बार आ रहे थे. अलग अलग तरह के पान मसाले और जाने माने लोग कभी 25 साल पूरा करने पर बधाई दे रहे थे तो कोई कहता है कि इसके बिना जीवन अधूरा है. हैं दाने दाने में दम है वगैरहा वगैरहा.

दस से तीस सैंकिंड के विज्ञापन में मात्र 2 सैंकिंड ( वो भी फास्ट फारवर्ड करके ) ये बताया गया कि पान मसाला स्वास्थय के लिए हानिकारक है. मात्र खाना पूर्ति कर ली कि भई बोलना जरुरी है इसलिए बोलती को भागना पडेगा. हंसी सोच पर आई और दुख इस बात का भी हुआ कि  FM जैसे सशक्त माध्यम के द्वारा भी श्रोताओं में इसके प्रति क्रेज पैदा किया जा रहा है. सब पैसे की माया है पैसे के लिए कुछ भी करेंगें मीडिया वाले. वैसे बात एफएम की नही टीवी पर भी विज्ञापनों की हैं और कितनी खबरें तो प्रायोजित ही पान मसाले द्वारा होती है.फिल्म में तो जहां किसी ने सिग्रेट या शराब पी वही चंद सैंकिड के लिए लिखा आ जाएगा कि स्वास्थय के लिए हानिकारक है विमल पान मसाला हो या रजनी गंधा पान मसाला या पान पराग या  अन्य  कोई भी हो …

 

cartoon cancer by monica gupta

 

~ Hariom Care

पान मसाला से निजाद पाने का सरल उपाय धूम्रपान से भी खतरनाक है पान मसाला या गुटखा। सुपारियों में प्रति सुपारी 10 से 12 घुन (एक प्रकार के कीड़े) लग जाते हैं, तभी वे पान मसालों या गुटखा बनाने में हेतु काम में ली जाती हैं। इन घुनयुक्त सुपारियों को पीसने से घुन भी इनमें पिस जाते हैं। छिपकलियाँ सुखाकर व पीसकर उनका पाउडर व सुअर के मांस का पाउडर भी उसमें मिलाया जाता है। धातु क्षीण करने वाली सुपारी से युक्त इस कैंसरकारक मिश्रण का नाम रख दिया – ‘पान मसाला’ या ‘गुटखा’। एक बार आदत पड़ जाने पर यह छूटता नहीं। घुन का पाउडर ज्ञानतंतुओं में एक प्रकार की उत्तेजना पैदा करता है। पान मसाला या गुटखा खाने से व्यक्ति न चाहते हुए भी बीमारियों का शिकार हो जाता है और तबाही के कगार पर पहुँच जाता है। पान मसाले खाने वाले लोग धातु-दौर्बल्य के शिकार हो जाते हैं, जिससे उन्हें बल तेजहीन संतानें होतीं हैं। वे लोग अपने स्वास्थ्य तथा आनेवाली संतान की कितनी हानि करते हैं यह उन बेचारों को पता ही नहीं है। > पान मसाला या गुटखा खाने की आदत को छोड़ने के लिए 100 ग्राम सौंफ, 10 ग्राम अजवाइन और थोड़ा सेंधा नमक लेकर उसमें दो नींबुओं का रस निचोड़ के तवे पर सेंक लें।यह मिश्रण जेब में रखें। जब भी उस घातक पान मसाले की याद सताये, जेब से थोड़ा सा मिश्रण निकालकर मुँह में डालें। इससे सुअर का माँस, छिपकलियों का पाउडर व सुपारियों के साथ पिसे घुन मिश्रित पान मसाला मुँह में डालकर अपना सत्यानाश करने की आदत से आप बच सकते हैं। इससे आपका पाचनतंत्र भी ठीक रहेगा और रक्त की शुद्धि भी होगी। Read more…

http://www.bhaskar.com/news/MP-OTH-cancer-from-pan-masala-3690244.html

सामान्य गुटखा पाउच गाल में तो प्रभाव डालता ही है, साथ ही श्वास नली में सिकुड़न पैदा करता है। इसके लगातार खाने से गला चिपकने लगता है। रसायन अपना प्रभाव छोड़ते हैं और अनेक बार इन लक्षणों के बाद कैंसर तक सामने आता है।

मुझे लगता है पान मसाला या अन्य हानिकारक हो न हो पर ऐसे विज्ञापन का दिखाया जाना जरुर हानिकारक हैं तभी हंसी में उभरा दर्द.. कैसे सुधरेंगें हम !!

पान मसाला लेख आपको कैसा लगा ?? जरुर बताईएगा !!

July 7, 2015 By Monica Gupta

दाने दाने में कैंसर

cartoon cancer by monica gupta

cartoon cancer by monica gupta

दाने दाने में कैंसर… पान मसाला

तरह तरह के ब्रांड और तरह तरह के स्वाद पर एक बात सभी में समान है और वो है चटखारे ले कर खाने वाले दाने दाने में कैंसर छिपा है.. बेशक विज्ञापन बहुत आकर्षित करते नजर आते हैं, कई बार ऐसा लगता है कि पान मसाला नही खाया तो जिंदगी ही बेकार है … सफलता भी नही मिलेगी.

और उपर से ये टीवी वाले सच पूछो तो मैं इनसे बहुत नाराज हूं … क्यो?? अरे भई .. कैंसर का प्रोग्राम भी दिखाते है और प्रयोजक भी दिखाते है … आधे से ज्यादा विज्ञापन पान मसाले के ही होते हैं अब चाहे अजय देवगण हो, गोविंदा हो , शाहरुख हो ,,, और हम इम्प्रेस हुए जाते हैं.. टीवी हमारी जिंदगी में सीधा असर डालता है इसलिए ऐसे विज्ञापनों को दिखाने पर इन पर केस होना चाहिए… कि ये विज्ञापन हमें भ्रमित कर रहें  है.

सिविल जज सीनियर डिविजन सिद्धार्थ ¨सह ने कहा कि तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तंबाकू के सेवन से लोगों में तेजी से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो रहीं हैं। आज की युवा पीढ़ी में यह लत तेजी से बढ़ता दिख रहा है, जो खतरनाक संकेत है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अखिलेश कुमार ने कहा कि तंबाकू सेवन से प्रतिवर्ष 8 लाख लोग मौत के शिकार हो रहे हैं। जो चिंताजनक है। सीएमओ ने कहा कि तंबाकू से कई बीमारियां फैलती हैं। खैनी, पान, पान मसाला, सिगरेट आदि का सेवन बेहद खतरनाक है। बढ़ते हृदय रोग का एक प्रमुख कारण तंबाकू ही है। Read more…

No Smoking

– पान मसाला, सिगरेट और तंबाकू महंगा होने के बाद बावजूद कम नहीं हुए नशाखोर

ALLAHABAD: आलोक सिंह एक ऑटोमोबाइल कंपनी में फील्ड ऑफिसर हैं. उनकी सैलरी पंद्रह हजार रुपए है. वह स्मोकिंग करते हैं और रोजाना बीस सिगरेट पी जाते हैं. इस तरह से उनकी एक तिहाई सैलरी हर महीने धुएं में उड़ रही है. यह तो महज एग्जाम्पल है. ऐसे लाखों लोग हैं जो रोजाना तंबाकू, सिगरेट, पान मसाला की लत पर बड़ी रकम खर्च कर देते हैं. जिसकी वजह से शहर में तंबाकू उत्पादों की बिक्री का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. सरकार द्वारा वैट टैक्स में बढ़ोतरी किए जाने के बाद उत्पाद महंगे हुए लेकिन बिक्री पर बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा.

तंबाकू से होने वाले नुकसान को लेकर सरकार भले ही लोगों को लाख जागरुक करने की कोशिश करे लेकिन नशाखोरी कम होने के बजाय बढ़ रही है. केवल शहर में रोजाना आठ से दस लाख रुपए के तंबाकू, सिगरेट और पान मसाला की बिक्री हो रही है. इनमें सबसे ज्यादा डिमांड सिगरेट की है. कुल बिक्री का आधा हिस्सा स्मोकर्स अदा करते हैं. होल सेलर्स बताते हैं कि तंबाकू उत्पादों के मार्केट में सीमित ब्रांड हैं लेकिन इनकी डिमांड बहुत ज्यादा है.

पहले से ज्यादा बढ़ गया पान-मसाले का क्रेज

हाईकोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार ने प्रदेश में गुटखे की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. कंपनियों ने इस आदेश का पालन करते हुए पान मसाले का प्रोडक्शन शुरू कर दिया लेकिन इसके साथ तंबाकू के पाउच फ्री कर दिए. इससे गुटखा प्रेमियों को ऑप्शन मिल गया. अब वह पान मसाले के साथ पहले से ज्यादा तंबाकू का सेवन कर रहे हैं, जो कि सेहत के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है. कंपनियां तंबाकू के पाउच का पैसा पान-मसाले के जरिए वसूल कर रही हैं.

महंगाई भी कम नहीं कर पाई दीवानगी

सरकार द्वारा चालीस फीसदी वैट टैक्स में बढ़ोतरी किए जाने के बाद पान मसाले और सिगरेट के दाम तेजी से बढ़े हैं लेकिन इससे बिक्री पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है. लोग अपना नशा पूरा करने के लिए बढ़े हुए दाम देने को भी तैयार हैं. पान मसाले में एक तो सिगरेट में तीन रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है, जिससे सरकार का रेवेन्यू भी बढ़ा है. दुकानदार कहते हैं कि महंगाई के चलते कुछ लोगों ने जरूर नशा छोड़ा है लेकिन उससे ज्यादा संख्या उन टीन एजर्स की है जो नशे की लत का शिकार हो रहे हैं.

तंबाकू उत्पाद बेचने वाले कीडगंज के दुकानदार विवेक की मानें तो इस धंधे में ग्राहकों को बुलाना नहीं पड़ता है. वह खुद ब खुद चले आते हैं लेकिन चिंता का सबब है टीन एजर्स का नशे का शिकार होना. वह बताते हैं कि क्फ् से क्7 साल की उम्र के बच्चों में सिगरेट की लत तेजी से बढ़ रही है. अपना स्टेटस सिंबल मेंटेन करने और शोऑफ के चक्कर में वह शौकिया स्मोकिंग करते हैं और धीरे-धीरे एडिक्ट होने लगते हैं. शुरुआत में वह दस से पंद्रह रुपए की महंगी सिगरेट पीते हैं लेकिन नशे का शिकार होने के बाद 7 रुपए वाली सस्ती सिगरेट पीने से भी नहीं हिचकते. inextlive.jagran.com

कुछ समय पहले मेरी सहेली दक्षिण धूमने गई. उसे सुपारी पान मसाले का शौक है. रास्ते मॆं खत्म होने पर सोचा कि वहां मार्किट से ले लेगी. वहां जब पता किया तो पता लगा कि पान मसाला , सुपारी बैन है… वो हसंने लगी क्योकि उसे पता था कि हरियाणा जैसी जगह मे बैन का मतलब क्या होता है पर वहां सही मायने मे पता लगा कि बैन का मतलब बैन बैन ही होता है … काश देश भर की सरकार इसे अमल मे लाए … काश काश …

कुल मिला कर जब तक हम खुद से विचार करके इसे नकार न दे हमें समझ नही आएगी या साफ शब्दों में ये कहॆं कि  अक्ल नही आएगी.. अब ये हमारे उपर है कि विज्ञापन देख कर हमे भ्रमित होना है या …. केसर समझ कर इसे चबाते रहना है …

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved