Chain Snatching , Ladies and Crime
कुछ देर पहले मैं और मणि सूरज देवता की बाते कर रहे थे कि तीन दिन हो गए दर्शन ही नही हुए.फिर बात आई कि सर्दी का एक फायदा तो ये हुआ कि चेन स्नैचिंग की धटना से बच रहे हैं …तभी सामने से एक स्कूटी गुजरी रुकी और आगे बढ गई.
अगले ही पल वो ही स्कूटी वापिस आई और हमारे मन में शंका होने लगी कि कही ये कोई Chain Snatching वाला तो नही !!! क्योकि मेरे साथ एक बार ऐसा हो चुका है. बात जयपुर की थी. दोपहर के समय मे छोटे बेटे के साथ मार्किट जा रही थी कि कालोनी के सामने, मोटर साईकिल पर, हेलमेट पहने एक आदमी रुका और मुझसे कोई पता पूछ्ने लगा मैं बता ही रही थी कि अचानक मुझे लगा कि उसने मेरे गर्दन पर जोर से हाथ डाला इससे पहले मैं कुछ समझ पाती वो भाग गया. मैं बुरी तरह घबरा गई और बेटा भी हैरान था. अच्छी बात ये हुई कि जो कुरता मैने पहना था उस पर बहुत वर्क हुआ था शायद उसे ये गलती लगी कि ये चेन है … उस समय तो हाथ पैर फूल गए थे पर ये बाद बहुत साल पुरानी हैं और आज चिंता इसलिए भी नही थी क्योकि हम दो हैं और दोनो ने ही चेन पहनी नही हुई स्वेटर, जैकेट और माफलर पहने हुए थे. कैसे वो हाथ मारेगा …!!
हम सोच ही रहे थे कि अचानक वो स्कूटी बिल्कुल हमारे पास आकर रुकी. हम तैयार थे किसी भी बात का सामना करने के लिए… स्कूटी रुकी और उसने सिर से अपनी शाल हटाई अरे !!! ये तो हमारी जानकार सहेली थी. वो नाराजगी मे बोली कि तुम्हे हैलो बोला पर तुमने जवाब ही नही दिया . ह हा हा !!!अब जवाब तो तब देते जब हम उसे पहचानते … हम तो कुछ और ही क्यास लगाए जा रहे थे…. ह हा हा !!! वैसे सर्दी के फायदे भी हैं और नुकसान भी 🙂
Chain Snatching , Ladies and Crime