How to Be Mature – Mature कैसे बनें – How to Be Mature and Grow Up – Monica Gupta – आमतौर पर हम कहते मिल जाते है कि वो देखो कितना mature हो गया है वो या ये भी कहते मिल जाते हैं कि अरे mature हो जाओ… !! ये कैसे behave करते हो… responsible बनो तो Mature कैसे बनें ?
How to Be Mature – Mature कैसे बनें –
देखिए जो maturity है ना इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं एक दस साल का भी mature हो सकता है वही 60 साल का भी immature… Maturity वो होती है कि हम खुद से और दूसरो से कैसे treat करते हैं कैसे सोचते हैं कैसे behave करते हैं अब प्रश्न ये उठता है कि कैसे बनें mature.. तो मैं आपको इस बारे में 5 बातें बता रही हूं.. इसे अपना कर हम हम अपनी personality में बदलाव ला सकते हैं…
1.अपने goals Set करें और दृढ़ भी रहें
अगर हम mature होना चाहते हैं तो हमे हमारा एक goal सेट करना पडेगा.. और वो बिल्कुल clear और realistic हो और उसके बाद उस पर लगातार काम करना पडेगा… और उसे achieve करने के लिए पूरी मेहनत करनी पडेगी.. Never give up ये नहीं कि एक गोल बनाया कुछ दिन काम किया नहीं हो पाएगा चलो दूसरा गोल बनाते हैं.. चलो तीसरा गोल बनाते हैं.. उससे immaturity झलकती है.. एक ही बनाईए और लगातार उस पर जुटे रहें..
2. हमें सुनना ज्यादा चाहिए और बोलना कम चाहिए..
self-control होना चाहिए कि हमें कब और क्या बोलना है.. बात को अच्छी तरफ से सुनना आमतौर पर हम बातचीत में बीच में ही बोल पडते हैं.. बात काट देते हैं… बात को सही प्रकार से सुनना maturity की निशानी है… हम कई बार बहुत उतावले हो जाते है जैसे की कभी कोई कमेंट लिखा तो आपका जवाब नहीं आया क्या हो गया आप गुस्सा हो नाराज हो.. तो थोडी सी पैशंस रखनी चाहिए.. किसी भी बात पर ओवर रिएक्ट नहीं करना चाहिए… सिर्फ बोलने में ही नहीं बल्कि लिखने में भी अच्छे etiquette अपनाने चाहिए..
दूसरे लोगो के opinion का भी सम्मान करना चाहिए.. दूसरे की अपनी सोच है point of view अपने विचार हैं… तो उनके नजरिए को न समझना हमारी immaturity है.. अपनी अपनी चलाए जाना… कई बार समझदारी इस बात में भी होती है कि ज्यादा समझदारी न दिखाई जाए… accept कर लेना चाहिए कि सामने वाला जो कह रहा है कि चलो कोई बात नहीं… इसका मतलब ये भी नहीं होता कि हमने हार मान ली… तो ये बात भी अगर हम Develop कर लेंगें तो भी हम समझदार कहलाएगें..
3. कई बार हम जिंदगी में असफल हो गए तो दूसरा जिम्मेदार है…
इस तरह की शिकायत लगा देते हैं.. blame नहीं लगाना दूसरे पर.. खुद मेहनत कीजिए और comfort zone से बाहर आईए… मेहनत कीजिए… बार बार शिकायत करने से हमारी immaturity झलकती है.. अगर कोई हमें compliment देता है या हमें criticise करता है तो उसे maturity से स्वीकार करना चाहिए.. या बार बार दूसरे की बुराई करना दूसरे में नुक्स निकालना भी immature बनाता है… इस तरह की बातों को कई बार ये बहुत बचकानी लगती है… और हमारी immaturity झलकती है.. Avoid करना चाहिए
4. तो खुद पर विश्वास रखिए..
self-confidence बनाएं अपनी strength को कभी भी underestimate नहीं कीजिए.. और ये तभी होगा जब हम अपने डर का सामना करेंगें… और ये तभी सम्भव होगा जब हम आशावादी होंगें… हमारी सोच पॉजिटिव होगी… जब ये फीलिंग हममे आ जाएगी तो लोग हमें mature कहने लगेंगें..
5. Mature लोगो की संगत में रहिए और mature topics पर बात कीजिए..
जैसे आज की खबर, राजनीति, पर्यावरण आदि पर ये नहीं कि किसी की चुगली कर रहे हैं, बुराई कर रहे है.. ऐसे विषयों पर बात करें जिनसे कुछ सीख सकें.. अच्छे बन कर रखिए,, नम्र बन कर रहिए और जो वायदा करे जो कहें उसे कर के भी दिखाएं… बजाय ये सोचने के कि लोग क्या कहेंगें लोग क्या सोचते हैं हम क्या सोचते हैं अपने बारे में ये ज्यादा जरुरी है.. Mature हम तब नहीं होते जब बडी बडी बाते करने लगते हैं बल्कि mature तब होते हैं जब छोटी छोटी बातें समझने लगते हैं…
How to Be Mature