How to Deal with Disappointment – निराशा कैसे दूर करें – Dealing with Disappointment – क्या करें जब आप disappointed हों – बहुत बार ऐसे पल आते हैं जब हम बहुत ज्यादा उदास , हताश और निराश हो जाते हैं… तो ऐसे में हमें इसी में घिरे रहना चाहिए या बाहर निकलना चाहिए.. यकीनन चाहते तो हम सभी यही हैं कि इससे बाहर निकले पर कैसे ? कैसे डील करें ?? इस बारे में मैं आपसे 5 बातें शेयर कर रही हूं और इस विश्वास के साथ कर रही हूं कि आप पूरी कोशिश करेंगे इससे बाहर निकलने की…
How to Deal with Disappointment
1.Face कीजिए disappointment – सबसे पहले तो इसे face कीजिए… जब हम इसका सामना करेंगे तो हम इससे deal कर रहे हैं जबकि उदास रह कर हम अपने साथ साथ अपने परिवार को भी दुखी कर रहे हैं… चलिए मान लेते हैं कि एक महिला से disappointed है कि जो वो चाह रही थी उसे achieve नहीं कर पाई उसे डिग्री नहीं मिली… या बच्चे के behaviour से disappointed हैं
जब हम इसे acknowledge करते हैं मान लेते हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि आप बुरे इंसान हैं ये आपके ही मन में है… तो इसका सामना करना face करना ज्यादा जरुरी है…
जब हम बात करते हैं कि face करो इसका मतलब ये भी होता है कि अपनी feelings express करना… जैसे मान लीजिए कि आप बहुत निराश हैं और आपको रोना आ रहा है तो रो दीजिए… इसका मतलब ये भी नहीं कि सभी के आगे रोना है… भावनाओं को बाहर निकालना अच्छा है ना कि उसे दबा कर रखना…
पर ये भी नहीं होना चाहिए कि एक दम से गुस्से में आप कुछ भी बोलना या चिल्लाना शुरु कर दो… कि इमोशनल बाहर निकालने हैं… जैसे कि एक व्यक्ति को प्रमोशन नहीं मिली और उसे गुस्सा आ गया और उसने बिना सोचे समझे बॉस को ईमेल कर दिया और बहुत कुछ गलत भी लिखा तो उसका नतीजा ये हुआ कि उसे नौकरी से ही हाथ धोना पडा..
2.Change what you can
Disappointment ठीक उसी प्रकार है जैसे बर्तन में उबलता पानी… अगर हम बर्तन में ऐसे ही पानी को उबलने देंगें तो क्या होगा… धीरे धीरे सारा पानी उबल जाएगा और बर्तन भी जल जाएगा… बस यही काम निराशा भी करती है… निराशा उस खौलते पानी की तरह है अगर हमने उसे नहीं सम्भाला नहीं रोका तो शरीर को damage कर देगा… और न सिर्फ हमारे बल्कि पूरे परिवार के लिए unhealthy होगा…
तो क्या कर सकते हैं हम या तो गैस बंद कर सकते हैं या उस बर्तन को नीचे उतार सकते हैं… तो हमें यही करना है जो चीजे हमें प्रोवोक trigger कर रही हैं हमें उसे बदलना है… ये बदलाव न सिर्फ आपको affect करेगी बल्कि आपके परिवार को भी affect करेगी…
तो अब हम क्या कर सकते हैं कि.. एक महिला जो disappointed है कि जो वो चाह रही थी उसे achieve नहीं कर पाई उसे डिग्री नहीं मिली…तो दुबारा करें पढाई.. दुबारा कोई ऑनलाईन कोर्स ज्वाईन कर ले… बच्चे के behaviour से disappointed हैं तो उस फील्ड में काम करें कि कैसे सही हो सकता है…
3. Accept कीजिए और आगे बढिए move ऑन – मैं ही अकेला नहीं हूं ऐसा बहुतों के साथ होता है…
उसे मन ही मन स्वीकार कीजिए… इससे भी आपका मन हलका होगा… अब इसमे क्या क्या कर सकते हैं…
Take a break.. जैसे मान लीजिए आपको नौकरी से निकाल दिया है तो कुछ दिन ब्रेक लीजिए.. खुद को शांत कीजिए… और फिर खुद को तैयार कीजिए… मैं आपको एक और उदाहरण देती हूं कि ब्रेक लेना किस लिए जरुरी है… जैसे मान लीजिए मैं कुछ दिनों से वीडियो अपलोड कर रही हूं पर उसके कुछ भी वियूज नहीं है और मैं बहुत परेशान हू… तो मुझे दो तीन दिन का ब्रेक लेकर दिमाग को शांत करके ये सोचना चाहिए कि क्या करुं कि ज्यादा से ज्यादा वियूज आए… नहीं तो मैं वीडियोज डालती रहूंगी दिमाग में टेंशन वैसे ही रहेगी तो कोई फायदा नहीं होगा…
रिलेक्स करने के परिवार के साथ समय बिता सकते हैं
तो नए नए plan बना सकते हैं
किसी से advice भी ले सकते हैं… कोई समझदार व्यक्ति चाहे वो घर का हो कोई दोस्त हो या उसी क्षेत्र में कोई अनुभवी हो…
या मोटिवेशनल किताबें या वीडियोज देख सकते हैं ताकि प्रेरणा मिले…
कुल मिलाकर पॉजिटिव रहना है…
4. खुद को desire के साथ Attach कीजिए ना कि goal के साथ…
जैसा कि मैं बताती हूं कि एक कम्पनी है आपका गोल है कि उसे ज्वाईन करना क्योंकि वो बहुत बढिया है और बहुत benefits है उसमे… पर किसी वजह से आपको वो जॉब नहीं मिलती… तो आप ये सोचिए कि वो कम्पनी आपको किस लिए पसंद थी… इसलिए कि उसका बहुत नाम था.. तो और भी बहुत कम्पनिस हैं जिनका नाम है.. आप वहां कोशिश कीजिए… या फिर आपको वो कम्पनी इस लिए अच्छी लगी थी कि वहां का काम बहुत चैलेंजिंग है… आपका मन है कि ऐसी कम्पनी में का करें तो ऐसी भी बहुत मिल जाएगी… या तो आप निराश हो कर बैठ जाएगें और खुद को कोसना शुरु कर देंगें या फिर आप किसी दूसरी कम्पनी ज्वाईन करेंगे जोकि उतनी अच्छी तो नहीं पर काम वैसा ही चैलेंजिंग है… जिसमे आप बहुत कुछ करके दिखा सकते है..
या फिर मान लीजिए कोई है जिसे आप बहुत पसंद करते हैं पर वो आप पर उतना ध्यान नहीं दे रहा तो आप उदास और निराश हो जाएगें कि वो मेरी तरफ जरा भी ध्यान नहीं दे रहा… तो बजाय उसी के पीछे पडे रहने के… आप और देखिए.. वैसे और भी बहुत अच्छे लोग मिल जाएगें.. अच्छा दोस्त चाहिए आपको तो और देखिए… जरुर मिल जाएगें…
5. उम्मीद रखिए… Focus इस बात पर रखिए कि आप क्या best टू बेस्ट कर सकते हैं… हर चीज हमेशा परफेक्ट हो ये नहीं होता… कई बार चीजे ठीक होती है तो कई बार चीजे गलत भी होती हैं… पर हम क्या करते हैं जो चीज सही है उस पर ध्यान नहीं देते और जो चीज थोडी भी गलत हो गई उस पर पूरा ध्यान लगा देते हैं… इससे हम नेगेटिव होते जाते हैं और निराशा हमें घेर लेती है…
ये समय भी बीत जाएगा… Moving Forward – जो हुआ उससे सबक लेकर आगे बढना सीखना चाहिए… Know your worth. आप कितने valuable हैं इस बात को कभी नहीं भूलना… आप सबसे अलग है सबसे यूनीक हैं… अपनी अच्छी बातें सोचिए… अगर आप ही अपने बारे में नेगेटिव सोचेगें और बोलेगें तो दूसरे तो जरुर ही बोलेंगे तो किस लिए मौका देना है उन्हें?
दिक्कत या परेशानी सभी पर आती हैं.. कोई बिखर जाता है तो कोई निखर जाता है…
अपने नज़रिए को इतना बेहतर बनाना चाहिए कि नजर हमेशा आधे भरे गिलास पर ही जाए…..
How to Deal with Disappointment