How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं – how to wake up your child for school – सारा दिन जहां सडको पर खूब भीड़ भाड़ और ट्रैफिक होता है वही सुबह सवेरे 7 और 8 बजे के बीच लगभग सड़कें खाली होती है और वहां दिखाई देती हैं स्कूल बस, ऑटो और बच्चे.. और बहुत बार बच्चे भागते दिखाई देतें हैं कि लेट हो गए तो बहुत बार मम्मी भागती दिखाई देती है कि टिफिन भूल गए… कॉपी भूल गए… ये आमतौर पर इसलिए होता है कि बच्चे समय से उठे नही… बहुत बार ये होता है कि बच्चे समय से उठते ही नही तो क्या करें…
How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं
चलिए आज यही बात करते हैं कि बच्चे समय से उठे उसके लिए क्या करें…
पहली बात की बच्चे ने अच्छी नींद ली हो… उसके लिए हमे अपनी बात रात से शुरु करनी पडेगी…
छोटे बच्चों की नींद 12 घंटे की होती है और 12 साल तक के बच्चों की नींद 9 से 10 घंटे तक की होनी चाहिए… National Sleep Foundation, के अनुसार
Sleep Time… तो क्या और कैसे करना चाहिए
रात को सोने का मतलब सोना ये नही होना चाहिए की टीवी चल रहा है कि लेट तो गए पर टीवी चल रहा है… या वीडियो गेम लेट कर खेल रहे हैं.. सोना मतलब सोना.. आखं बंद कमरे की लाईट बंद हो.. बेशक, हम ज़ीरो वॉट का बल्ब लगा सकते हैं आप कहानी भी सुना सकते हैं… कि बच्चे सुनते सुनते सो जाएं…
Organized रखें
सोने से पहले अगर बच्चे अपना स्कूल बैग और यूनिफ्राम भी रेडी रख कर सोएगें तो सुबह सुबह तनाव नही होगा.. भाग दौड या भूकम्प जैसा कुछ नही होगा.. और टाईमटेबल के हिसाब से काम करें
एक सोने से पहले बच्चे की डायरी चैक कर लेनी चाहिए… कई बार जब बच्चा होमवर्क नही करता तो उसका मन नही होता स्कूल जाने का फिर वो कभी पेट दर्द कभी गला दर्द की शिकायत करता है अगर होम वर्क और लर्न वर्क या टेस्ट की तैयारी होगी तो सुबह बच्चा खुद ही उठ जाएगा..
Natural तरीके से उठने दें
अब बात आती है सुबह की तो उन्हें स्वाभाविक रुप से उठने दे… जैसा कि होता है सुबह सुबह बाहे से रोशनी आती है बाहर से या फिर चिडिया की आवाज या सडक पर आवाज… इस तरह से स्वाभाविक रुप से उठने दें…
Be Happy खुश रहिए
सुबह सुबह का समय बहुत ताजगी भरा और खूबसूरत होता है तो अगर बच्चा ऊठने में चिड़चिड़ करे तो हमें नार्मल रहना है और बच्चे की प्रेज करनी है उसे हग देना है.. बहुत प्यार से गुड मॉर्निंग बोलना है बच्चे को ये भी बोलते रहिए कि अभी बाथरुम खाली है अभी आपके पापा या भईया को मैंनें उठाया नही है जल्दी भागो…
अलार्म – इसके लिए कुछ और बातें भी कर सकते हैं जैसा कि अलार्म लगा दीजिए और वो बच्चे ही बंद करे.. इतनी दूर हो कि उठ कर बंद करना पडे… या म्यूजिक – हर सुबह एक म्यूजिक चला दीजिए कि जब तक म्यूजिक चलता है आपने उठ जाना है पलंग से … अगर एक महीना ऐसा किया तो जो भी उसे चाहिए मान लीजिए साईकिल चाहिए या गिटार खरीदना है या कुछ भी वो पक्का दिया जाएगा..
पसंद का खाना सुबह हम कुछ ऐसे भी उठा सकते हैं कि रसोई में उनकी पसंद का कुछ बन रहा हो… उसकी खुश्बू आ जाए या फिर हम बच्चे के पास आकर कहें कि आज तो हम राजमा चावल बना रहे हैं.. आज तो ब्रेक फास्ट में पाव भाजी है.. तो भी कई बार खुशी से बच्चे उछ्ल पडते हैं…
रिश्वत – थोडी बहुत रिश्वत वाली बात कर ली जाए तो भी कोई दिक्कत नही,.. क्योकि अगर एक बार रात को सही समय पर सोने की आदत हो गई और सुबह समय से उठने की आदत हो गई फिर कभी दिक्कत नही आएगी…
अच्छी नींद की महत्ता – बच्चों को जल्दी उठाने के लिए हम अच्छी नींद की महत्ता भी बता सकते हैं कि हमारी सेहत के लिए सारा दिना खूब एनर्जी रहे इसके लिए अच्छी नींद किसलिए जरुरी है…
बच्चे के सामने Goals रख देने चाहिए…
फिर बात आती है कि तैयार कैसे हो.. एक दीवार पर चार्ट बना कर लगा देना चाहिए कि सात बजे उठे 7.30 पर नहाए और आठ बजे तैयार और चार्ट पर हर रोज टिक मार्क .. इससे महीने के एंड में हम इस जगह चल्गे.. जो भी प्लॉनिंग है वो कर सकते है पहले से ही ताकि बच्चे में उत्साह बना रहे…
और सबसे ज्यादा जरुरी Parents रोल मॉडल बने..
वो खुद ही देर से उठेगें.. खुद ही आलसी रहेंगें कि चलो बस मिस हो गई तो आज छुट्टी कर लो या चलो मैं कार से छोड दूंगी.. तो बच्चे स्मार्ट नही बनेगें.. खुद ही उदाहरण बनना होगा ताकि बच्चे उसे फॉलो करें.. बहुत बार बहुत सारी मदर्स के मैसेज आते हैं कि सुबह आखं ही नही खुलती…
How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं