How to Help Your Child Manage Stress – बच्चों में तनाव कैसे दूर करें – Monica Gupta – 9 tips to reduce your child’s stress… helping anxious kids & how to manage children’s emotions… what do when child is having a panic attack….बच्चों के स्ट्रेस को कैसे दूर करें पेरेंटस… बच्चों का mood or behavior बता देता कि बच्चा स्ट्रेस में है जैसा कि कहना नही मानेगा, जिद करेगा, रोएगा, और बात बात पर चिडचिड करेगा या पेट दर्द सिर दर्द जैसे बहाने बनाएगा.. ये कहीं न कही stress के ही सिम्टम है.. अब पेरेंटस का फर्ज है कि बच्चे का तनाव दूर करें.. किस तरह से stress दूर कर सकते हैं.??
How to Help Your Child Manage Stress – बच्चों में तनाव कैसे दूर करें –
मैं आपको बताती हू 9 बातें.. क्योकि stress मे रहेगा तो कुछ नही कर पाएगा.. इसलिए बहुत जरुरी है उसे दूर करना..
उसके लिए सबसे पहली बात तो ये पेरेंटस अपना stress कम करे..
जो उनकी लाईफ में तनाव है उसे बच्चे पर संक्रामक की तरह है stress.. अगर पेरेंटस को किसी बात का तनाव होता है तो बच्चे में भी stress आ जाता है क्योकि घर का माहौल ही वैसा हो जाता है.. इसलिए पेरेंटस अपना stress कम करें या बच्चों के सामने न दिखाएं या ऐसी बात करें नार्मल बनें रहें..
दूसरी बात है कि बच्चों का schedule बिल्कुल सिम्पल बनाएं.. सुबह स्कूल फिर हॉबी क्लास, फिर ट्यूशन फिर होम वर्क.. इतनी ज्यादा बिजी लाईफ हो जाती है तो.. उनका schedule ऐसा बनाए जिसमे… खेलने का टाईम हो, भागने दौडने का टाईम हो, अच्छी नींद लेना भी बहुत जरुरी हैकई बार नहा कर भी बहुत रिलेक्स महसूस होता है तो ये चीजे तो जरुर करनी चाहिए..
तीसरी बात है कि बच्चे को पॉजिटिव रहना सीखाना है बच्चे से बहुत ज्यादा उम्मीद नही लगा लेनी कि ये हर चीज में अव्वल आए. अक्सर ज्यादा स्ट्रेस होता इसी बात का है.. जैसे मान लीजिए क्लास टेस्ट था बच्चे के मार्क्स कम आए और उसे इस बात का स्ट्रेस हो गया कि मम्मी साईन नही करेगी.. डांट पडेगी तो बच्चे को बताईए कि कोई बात नही… नम्बर कम किसलिए आए उस को इम्प्रूव करना और साईन भी कर दिए. 4गलती करने पर डांटे नही.. बल्कि समझाएं.. कोई खिलौना टूट गया या स्कूल में बच्चा कुछ गुम कर आया तो पेरेंटस क्या करते हैं अक्सर चिल्लाएगें, गुस्सा करेंगें, और पिटाई भी कर देते हैं तो ये नही करना बल्कि समझाना है कि हम गलती से ही सीखते हैं पर ये गलती अब दुबारा नही करनी…
बच्चे की जान लोगे क्या
5. स्ट्रेस कम करने के लिए अच्छी अच्छी कहानी सुनाना, और कहानी के माध्यम से कल्पना करवाना.. जैसे कि रात को मम्मी बच्चे को कोई न कोई कहानी सुनाती है और बच्चे को बोलती है कि आप इमेजिन करो कि आप कि एक समुद्र है वहां मच्छली है.. या पहाड है वहां खूब सारे पेड हैं हवा चल रही है.. ऐसी कहानियां दिमाग को रिलेक्स करती हैं.. या फिर मजेदार क्विज खेलना, ब्रेन गेम खेलना, इससे भी बच्चे बहुत जल्दी रिलेक्स होते हैं..
6. एक बात का और भी ध्यान रखना है कि अगर टीवी बहुत देखता है या मोबाइल बहुत करता है तो थोडा सा कम.. एक दम से नही धीरे धीरे देखने का समय कम करते जाईए उसके बजाय कुछ और क्रिएटिव काम करने को बोलिए.. जो उसकी पसंद का काम..
7. इसी बीच में बातो बातो में बच्चे से स्ट्रेस की वजह भी जानने का प्रयास कीजिए.. और ये तभी सम्भव हो पाएगा जब पेरेंटस बच्चे को समय देंगें.. बहुत सारी बातें बच्चे के मन में होती हैं जोकि वो आया या ड्राईवर से नही बल्कि पेरेंटस से शेयर करना चाहता है पर जव वो टाईम नही देते तो वो स्ट्रेस में चला जाता है तो समय देना बहुत जरुरी है..
8. बच्चे का ध्यान डाईवर्ट करना – बच्चे का ध्यान हटाने के लिए उसकी अटेंशन डाईवर्ट करना –
वो बातें करना जिससे उसके चेहरे पर स्माईल आ जाए..
उसके लिए कोई सरप्राईज खाना बनाना या दोस्तों को बुलाना, घूमने जाना,
उसे पौधा लगा कर उसकी देखभाल के लिए बोलना या पक्षी के लिए दाना पानी रखना,
किसी की मदद करना चाहे स्कूल का दोस्त हो या आस पास रहने वाला कोई गरीब बच्चा. चाहे उसे अपनी पुरानी किताब कॉपी देना, या कपडे या खिलौने देना.
9. उसे हम करना.. सारा स्ट्रेस उसका वैसे ही भाग जाएगा.. रो रहा है कहना नही मान रहा है तो हग दे दीजिए…
मस्जिद है बहुत दूर तो चलो यूँ कर लें किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाए
How to Help Your Child Manage Stress