If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें – What to Do when someone Hurts You – क्या करें जब कोई हमारा दिल दुखाए – अपने आप को कैसे सुधारें – कल एक जानकार घर आई हुई थीं और बहुत परेशान थी कि वो joint family मे रहते हैं और सास जरा भी अच्छी नही है बात बात पर नुक्स निकालती है… वो लोग सही हैं जिनकी single family होती है.. मेरा ये मानना है कि चाहे सिंगल फैमली हो या ज्वाईट फैमली… ये अपनी नेचर पर है कि हम चीजो को कैसे देखते हैं मैंने उससे पूछा तो क्या जो लोग single रहते हैं उनकी तो कभी लडाई होती ही नही होगी… वो बोली कि नही होती तो उनकी भी है… दूसरे पर blame लगाना बहुत आसान होता है…
If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें –
तो ये अपनी adjustment पर है… हमारे नजरिए पर है…
मैंने उससे कुछ बातें share की वही आपसे भी कर रही हूं
सबसे पहले तो समझदारी से काम लेना चाहिए…
बात करते करते मैं उठी और मैने पंखा बंद कर दिया तो वो बोली अरे .. आपने पंखा बंद किसलिए कर दिया बहुत गरमी है… मैंने कहा कि हमारे पास दो ऑप्शन है पहली तो ये कि चलो चलो गरमी को कोसते है उसे दोष देते है.. बहुत गंदी है पता नही किसलिए आई है तू या फिर हम पंखा चला लेते हैं यानि adjust कर लेते हैं कि गर्मी तो है पर उसे कोस कर कोई फायदा नही होगा चलो पंखा चला कर गर्मी कम कर लेते हैं… क्या करना चाहिए.. वो बोली की पंखा ही चला लेना चाहिए यानि कि हमने adjust कर दिया… तो हमारी प्रोब्लम भी solve हो गई … तो इसे दूसरी भाषा में बोलते हैं समझदारी…तो समझदारी से काम लेना चाहिए…
अलग अलग nature होती है..
फिर ये सोचना है कि दुनिया में सभी लोग अलग अलग नेचर के हैं जो जिसके पास होता है वो वही देता है… एक परिवार के बच्चों के भी अलग स्वभाव होते हैं.. मैंने उदाहरण दिया कि
एक आदमी एक जगह नया नया घर लिया.. सुबह सुबह उसके पडोसी घर के आगे कूडा डाल गए.. उसने देख लिया… अगले दिन वो अपने पडोसी के घर गया पडोसी ने बाहर झांका और सोचा कि ये जरुर लडने आया होगा… उन्होने उसी सोच से दरवाजा खोला तो वो आदमी हाथ में फल लिए खडा था… उसने बोला मेरे बाग में ये फल लगे थे तो सोचा ये आपके लिए…… उन्हें इतनी शर्म आई और उनकी सोच बदल गई… तो नेचर अलग अलग होती है पर हम उसे किस ढंग से लेते हैं ये हमारे ऊपर है..
हमेशा situation परिस्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें- सामना करने का मतलब
कैसे कि बात बढाए नही..
जैसा सास ने या ननद ने कहा कि भाभी तुम तो जरा भी सुंदर नही.. तो बहू बोलेगी अपना पल्लू खोस कर और आक्रमक होते हुए और तू क्या हूर की परी समझती है.. खुद को देख तेरी नाक कितनी मोटी है… यानि जो ननद ने कहा बहू ने मान लिया और उसी हिसाब से फिर क्या होगा कि बात बढेगी… तो ऐसे prepare करना है कि react नही करना.. eassy …
REmote नही बनना कि किसी ने गुस्सा दिलाया तो हमे गुस्सा आ गया.. बहस नही करनी .. रिएक्ट नही करना… या तो विषय बदल दीजिए या चुपचाप वहां खडे रहिए वहा से चले जाईए..
खुद को मजबूत बनाना है… अपनी सहन शक्ति बनाने रखनी है… कई बार situation को स्वीकार कर लेना चाहिए और ये सोचना चाहिए कि समय सदा एक सा नही रहता.. समय जरुर बदलेगा.. अगर हम धैर्य से काम लेंगें तो एक न एक दिन सब ठीक हो जाएगा…
कभी give up नही करना… और पता है एक अच्छी बात क्या हुई जो मेरी जानकार घर आई हुई थी उसने बोला कि वो भी हार नही मानेगी और अब सामना करेगी… खुद भी बदलाव लाएगी… !!
मुझे क्या…
तुम्हे क्या…
हमें क्या…
यही करते करते बस रिश्ते
खत्म हो जाते हैं
If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें – What to Do when someone Hurts You