सर्दी, धूप और कच्ची मटर
सर्दी, धूप और कच्ची मटर
आज मणि के घर गई तो चुपचाप बैठी मटर छील रही थी. उसने बताया कल एक शादी में गरम टिक्की खाते समय जीभ जल गई. मैने बतियाते हुए कहा कि हाथ से खा लेना चाहिए कई बार चम्मच से गर्म का पता नही चलता. वैसे दाल चावल का भी हाथ से खाने का अलग ही मजा है एक तो गर्म का पता चल जाता है और हाथ से भोजन खाते समय उंगलियों से निकलने वाली शक्ति भोजन में आ जाती है और यह खाने को सुपाच्य बनाने मे सहायता करती है.
अचानक मणि बोली कि लगता है आज दाल चावल ही बनाने पडेंगॆं. अचानक ध्यान गया कि आधी से ज्यादा मटर तो मैं बाते करते करते ही खा गई थी. वैसे कच्ची मीठी मटर भी सेहत के लिए….!!!
सर्दी, धूप और कच्ची मटर
वहम
वहम
suspicion
आगरा से एक जानकार मित्र से मेरी सहेली ने छोटा सा ताजमहल मंगवाया. उसे उसने अपने ड्राईगरुम में लाईट लगा कर सजा कर रखा. तभी एक दिन घर आए एक रिश्तेदार ने वहम डाल दिया कि अरे ताजमहल क्यों रख लिया. रखना बहुत नेगेटिव है कुछ भी बुरा हो सकता है. हटा दे तुरंत. सहेली बहुत धबरा गई. मुझसे पूछने के लिए फोन आया कि क्या करे? अब घर में रखेगी नही.. किसी में ताज उपहार मे दे नही सकती क्योकि जब खुद को पता है तो उपहार में देना बहुत गलत होगा… !!! मित्र इतने प्यार से लाए हैं कैसे कूडे में फेंक दूं. क्या करुं !! मैने कहा कि मैं अभी बताती हूं पर मैं सोच रही हूं क्या जबाव दूं.. लोग वहम तो डाल जाते हैं पर उसका हल नही बताते !! क्या है कोई जवाब आपके पास ??
वहम का
suspicionका
सम विषम और महिलाएं
सम विषम और महिलाएं – पहले सुना कि सुबह 8 से शाम 8 बजे तक की छूट , फिर सुना कि रविवार सभी के लिए छूट, फिर सुना कि आपातकालीन के लिए छूट और अब सुनने में आया है कि सुरक्षा के मद्देनजर महिलाओ के लिए सम विषम मे छूट रहेगी … तो भई अपनी बीबी को आज से ही कार सिखवाऊंगा अब वही मुझे सुबह शाम दफ्तर छोड कर आया करेगी.
सम विषम और महिलाएं
बेशक , दिल्ली सरकार अभियान गम्भीरता से ले रही है पर महिलाओ को इससे पूरी छूट दी गई है जोकि बहुत खुशी का विषय है
सम-विषम से छूट? खुद महिलाएं नहीं एकमत See more…
नरम धूप
नरम धूप
जाड़ो की नरम धूप
लो जी, आ गई सर्दी!! अच्छा लगता है गुनगुनी धूप में बैठ कर उसका आनन्द लेना.धूप के साथ साथ अपनी कुरसी भी सरकाना और अगर अडोसी पडोसी मिल जाए तो बैठ कर इधर उधर की बतियाना और चुगली चपाटियां करना. वैसे पालक, हरी हरी मैथी जिसे बीनारना साफ करना बहुत बोरिंग होता है कम्पनी मे बैठ कर वो काम भी तुरंत हो जाता है ….. पर नुकसान भी है. जहाँ ज्यादा धूप लेने से चेहरा काला सा हो जाता है. वही बातो बातो मे चाय के साथ साथ खाया भी बहुत कुछ जाता है अब देखिए ना आजकल मटर इतनी मीठी आ रही है कि दो किलो छीलने बैठो तो मुश्किल से पाव भर ही रह जाती है … चलिए, फिर भी गुनगुनी धूप अच्छी ही लगती है. है ना
जाड़ो की नरम धूप और आँगन में लेट कर 🙂
.
ट्रैफिक जाम
ट्रैफिक जाम
अच्छा है ट्रैफिक जाम
एक ऐसी जगह जहां हम सभी ना सिर्फ ट्रैफिक की इंतजार करते हैं बल्कि यह भी कामना करते हैं कि ट्रैफिक इसी तरह से खूब सारा बना रहे … ह हा हा !! अरे हैरान मत होईए … वाकई मैं सच कह रही हूं और वो जगह है इंटरनेट… जो लोग हमारी साईट पर आते हैं उसे ट्रैफिक कहते है और जब ट्रैफिक बढ जाता है तो वो पोस्ट या वीडियो वायरल हो जाता है. ट्रैफिक की बात से याद आई एक बात ..
कुछ दिन पहले दिल्ली में मेरी एक जानकार बहुत उदास हो कर बोली वो वसंत कुंज तक गई थी एक घंटा लगता है पहुचने में पर आज बहुत जल्दी पहुंच गई ट्रैफिक ही नही मिला.. तो मैने कहा कि अरे ये तो खुश होने की बात है दुखी क्यो तो वो बोली कि असल में, ट्रैफिक जाम के चलते वो अकसर कार में ही सब्जी मटर पालक आदि छील लेती है ताकि घर पहुच कर जल्दी से खाना बना सके पर जाम नही मिलने से दिक्कत हो गयी और घर जाकर खाना बनाने में उसे देरी हो गई
वही एक खबर पढी कि नीतिन गडकरी जी दिल्ली जाम में ऐसा फसे दो धंटे कि उन्होंने जाम फ्री प्लान की माँग कर दी ।।अरे वाह।।।ऐसे तो जनता का भला ही हो जाएगा
लगता है कि जाम ही अच्छे है।।।। है ना 🙂
ट्रैफिक जाम
- « Previous Page
- 1
- …
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- …
- 36
- Next Page »