निर्भया
निर्भया
निर्भया Nirbhaya दिल्ली में 16 दिसम्बर 2012 के बहुचर्चित बलात्कार और हत्या की आपराधिक घटना की पीड़िता को समाज व मीडिया द्वारा दिया गया नाम है। भारतीय कानून व मानवीय सद्भावना के अनुसार ऐसे मामले में पीड़ित की पहचान को उजागर नहीं किया जाता। ऐसी धटना के बाद भी जिस तरह से रेप केस बढे जा रहे हैं लग रहा है मानो अब महिलाओं और बच्चियों का बस यही नाम रह जाएगा ऐसा प्रतीत हो रहा है
अफसोस !! बेहद दुखद !!! इतनी असुरक्षा !!!
निर्भया
अच्छे दिन आयेंगे
अच्छे दिन आयेंगे
बहुत समय से अच्छे दिनों की इंतजार है. महिला असुरक्षा इतनी बढ गई है कि घर से निकलते हुए डर लगता है. कानून अव्यवस्था , रेप, महिला असुरक्षा … बस बहुत बुरा हाल है ..
मोदी सरकार का नारा था चुनावों में कि अच्छे दिन आएंगें .. उसी की इंतजार है पता नही बाहर कब आऊं हो सकता है जल्दी या फिर कभी नही …
मन मे बार बार यही प्रश्न परेशान कर रहा है कि क्या अच्छे दिन आयेंगे ????
Swine Flu H1N1
हरियाणा साहित्य अकादमी- अब मुश्किल नही कुछ भी
हरियाणा साहित्य अकादमी- अब मुश्किल नही कुछ भी
बाल साहित्य के अन्तर्गत
हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा लेखन के क्षेत्र मे विभिन्न पुरस्कारो की घोषणा हुई. उसमे मेरे द्वारा लिखी गई बाल साहित्य की पांडुलिपी ” अब मुश्किल नही कुछ भी” को हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से अनुदान मिला है. इसमे देश की दस जानी मानी हस्तियो ने अपने बचपन और जीवन के बारे मे विस्तार से बताया है जो बच्चो के लिए सिर्फ रोचक ही नही बल्कि प्रेरक भी होगा.
उन जानी मानी हस्तियो के नाम
हैं…Nraghuraman Aiyer,
Ashok Chakradhar,
Bharti Singh,
,Sanket Goswami,
Yudhbir Singh,
Manmohan singh(सिनेटोग्राफर) और Vijaya Ghosh (लिम्का बुक आफ रिकार्ड की सम्पादिका) हैं.
अब मुश्किल नही कुछ भी”किताब बच्चों को जरुर प्रभावित करेगी
मेरी भी सुनिए
मेरी भी सुनिए
राहुल गांधी जी के भाषण के बाद शुरु हो गया टोका
टिप्पणी का दौर कि भाषण कैसा था? क्या वो अपना पद सम्भाल पाएगें? तरह तरह के प्रश्न …!!! पक्ष
गुणगान कर रहा है और विपक्ष उनके भावुक भाषण पर व्यंग्य कर रहा था.