बच्चों को कैसे समझाएं नकल करना बुरी बात है – No Cheating Allowed – Bacho ko Kaise Samjhaye Nakal Kerna Buri Baat Hai… हम परेंटस हमेशा बच्चों की अच्छी शिक्षा के बारे में सोचते हैं उन्हें अच्छा इंसान बनाने के बारे में सोचते हैं पर नकल मारने की जब बात आती है तो चुप हो जाते हैं जबकि नकल करना अच्छी बात नही है कितना समझातें हैं उन्हें …
बच्चों को कैसे समझाएं नकल करना बुरी बात है – No Cheating Allowed
शाम को घर के सामने से दो छोटे बच्चे जा रहे थे .. बात करते हुए कि आज क्लास टेस्ट में मैंनें खूब नकल मारी … वो बच्चे जिस खुशी और गर्व से बात करते जा रहे थे … सुनकर अच्छा नही लगा …
नकल एक ऐसा short cut है जिसका रास्ता आगे से बंद है ये रास्ता कहीं नही जाता… Full Stop है जिंदगी का ..
चलिए मान लीजिए.. नकल मार कर एक साल हम पास हो जाएगें दो साल पास हो जाएगें हमें star भी मिलेगा पर जिंदगी के इम्तेहान में जीवन भर के लिए फेल हो जाएग़ें… कभी सोचा है ??
इसलिए माता पिता को ही समझाना होगा कि बच्चे नकल न करें… आमतौर पर जब बच्चे घर आकर बताते हैं कि स्कूल में test में सभी बच्चे नकल मार रहे थे … तो कहा जाता ही फिर ठीक है … जब सारे ही नकल कर रहे थे तो कोई बात नही … जबकि नही … !! ये गलत है…
एक सर्वे से पता चला कि नकल करने का सबसे बड़ा कारण है, विद्यार्थियों students का तैयारी करके न जाना…
स्कूल में एक-दूसरे से फर्स्ट आने की होड़ लगाने का माहौल या
माता-पिताओं की ऊँची उम्मीदों पर खरे उतरने का दबाव विद्यार्थियों पर इतना ज़्यादा होता है कि उनके पास नकल करने के अलावा कोई चारा ही नहीं होता.
कुछ बच्चे मानते हैं कि अच्छे नंबर लाने का लगातार दबाव रहता है इसलिए वे नकल करते हैं…. अच्छा बात यही नही रुकती अगर नकल करने की आदत हो जाए तो और भी बातों में वो बिगडने लगते हैं जैसाकि
सिर्फ स्कूल में ही नही वो घर पर भी चींटिंग करते हैं जैसा कि मान लीजिए कैरम खेल रहे हैं और उसकी गोटियां उठा लेंगें चुपचाप
या फिर मम्मी बाजार से सामान मगंवाएगे 100 रुपये देगी पर बच्चा बोलेगा कि सारे खर्च हो गए जबकि उसके पास हैं कुछ पैसे …
ऐसे बच्चे पता है कैसे हो जाते हैं हमेशा डरे सहमे…
उनमे Confidence ही नही रहता …
चोर रहता है मन में कि कहीं पकडे न जाएं कोई शिकायत न कर दे …
तो पैरेंटस से यही कहना है expectations कम कीजिए
Lower your expectations
उन्हें एक आदर्श बच्चा बनाईए … उन्हें समझाईए कि बेशक सारे कितनी नकल क्यू न मारें पर तुमने नही करनी … अगर अपनी मेहनत से 100 मे से 50 भी ले कर आए हो तो वो मेरे लिए 100 के बराबर ही हैं …
उन्हें समझाईए कि नकल एक तरह से चोरी करना होता है … चोरी करना क्या सही है … ये ही सोच लीजिए … ‘हरगिज़ नहीं।’ आप शायद ऐसा कहें, खासकर तब जब आपका पैसा चुराया गया हो! दरअसल नकल करके हम उस बात का श्रेय ले रहे होते हैं, जिसके हम हकदार नहीं…
नकल एक लत है … जो एक बार लग गई तो इसे सुधार नही सकते … और ये भी सोचिए कि आप नकल कर रहे हैं और पकडे गए तो कितनी बईज्जती होगी … तो क्यों नही बच्चे में मेहनत की आदत डल वाते …
Set a good example.नकल मारने वाली बात को बजाय प्रोत्साहित करने के कि वाह मेरा बेटा है शाबाश … आप अपना या किसी काल्पनिक दोस्त का उदाहरण दीजिए कि एक बार उसने भी स्कूल में नकल मारी थी … और पकडा गया था .. सभी बच्चों ने टीचर ने मजाक बनाया था …
या फिर कोई प्रेरक बात या कहानी सुना कर मोटिवेट कीजिए कि नकल करना बुरी बात है … नाम खराब होता है … सारी जिंदगी के लिए नक्कल चोर का तमगा मिल जाता है
no cheating allowed , बच्चों को कैसे समझाएं नकल करना बुरी बात है
No Cheating Allowed , no cheating in class