Role of Father in Parenting – बच्चों की परवरिश में पिता की भूमिका – बापू सेहत के लिए तू तो … बापू सेहत के लिए तू तो लाभदायक हैजब भी पेरेंटिंग की बात होती है हमारे जहन में सिर्फ मदर्स ही आती है पर पापा लोग का भी बहुत बडा रोल होता है बेशक, उनका समय बच्चों के साथ ज्यादा नही निकलता पर ये बात भी सच है कि बच्चे उनके पास आकर उनसे बात करके ज्यादा खुश, satisfied महसूस करते संतुष्ट करते हैं..बच्चों की जिंदगी में पापा का बहुत बडा Influence प्रभाव होता है…
कैसे मैं आपको 7 बातें बताती हूं कि कैसे…
Role of Father in Parenting – बच्चों की परवरिश में पिता की भूमिका –
1. पापा Encourage करते है Healthy Risks लेने के लिए
पापा बोल्ड होते हैं इसलिए बच्चों को उत्साहित करते हैं कि चलो आगे आओ … मान लीजिए स्वीमिंग है … या साईकिल चलाना है या स्कूटी चलानी है मम्मी तो घबरा जाएगी पर पापा बच्चों को मोटिवेट करते हैं कि हां हां चलाओ … चलो शाबाश … क्या है बच्चों को दब्बू बना रही हो … और बच्चे खुश !!
2 पापा के साथ ज्यादा सेफ होते हैं
मान लीजिए कही ट्रिप पर जा रहे हैं और रास्ते में कार खराब हो गई तो बच्चे चिंता नही करते कि कोई बात नही पापा है ना … वहीं अगर मम्मी हो तो मम्मी तो खुद ही घबरा कर फोन करने लगती है … तो बच्चे पापा के साथ खुद को ज्यादा सेफ फील करते हैं…
3 पापा अच्छे जोड़ीदार होते हैं Playmate, दोस्त होते हैं और टीचर होते हैं
पापा पार्टनर की तरह होते है जब भी बाहर खेलने की बात होती है तो बच्चे यही चाहते हैं पापा उन्ही के पार्टनर बने… क्योकि उन्हें विश्वास होता है कि पापा बहुत स्ट्रांग हैं और पापा की टीम ही जीतेगी.. कुछ समझ नही आ रहा हो तो पापा के पास ही भागते हैं …
4. Health के लिए भी Benefit होता है – बापू सेहत के लिए तू तो लाभदायक है
पापा के साथ खाना खाते हैं हैल्थ के लिए फायदेमंद होता है.. दो बातें
और कई बार ऐसा भी होता है कि मम्मी बच्चों को खाने के लिए बोलती है पर बच्चे नही खाते और पापा जब बोलते हैं एक ही बार में खा लेते हैं पापा का डर भी होता है कि नही खाया तो पापा गुस्सा हो जाएगें …
अकसर मम्मी बच्चों का बहुत ख्याल रखती हैं और खूब खिलाती है और काम भी नही करने देती … बार बार किचन के चक्कर लगा रही है बच्चों को खाना सर्व कर रही है … वहीं अगर पापा वहां होते हैं तो बच्चों को बोलेगे की चलो जाओ मम्मी की हैल्प करवाओ… मम्मी को भी गुस्सा करेगें की बच्चों को काम नही करने देती बिगाड रही हो … काम करने दो …
5. बहुत केयरिंग होते हैं – दिल कोमल पर दिखाते स्ट्रांग हैं
मदर्स बहुत इमोश्नल होती है… बात बात पर रो देती हैं पर पापा लोग बहुत स्ट्रांग होते हैं और किसी भी बात को जल्दी से रिएक्ट नही करते … वैसे दिल तो बहुत कोमल ही होता है… मेरी एक जानकार की बेटी होस्टल में पढने चली गई .. तो पापा उसे फोन करते कहते हैं कि बेटा फोन करते रहा करो तुम्हारी मम्मी को बहुत इंतजार रहती है तुम्हारे फोन की … जबकि इंतजार उन्हें खुद को रहती है पर कैसे बोल दें … स्ट्रांग़ भी तो है ना …
6. Father As A Role Model – my daddy strongest
बच्चों के लिए पापा किसी रोल मॉडल से कम नही होते … my daddy strongest . कहते हुए बच्चे कितना इतराते हैं.. बेटी तो पापा की लाडली होती ही है … वो अपनी सारी बात अपने पापा से मनवा लेती हैं… बच्चों को पापा पर पूरा विश्वास होता है किसी दोस्त के साथ खटपट हुई हो या कोई और बात … बोलते हैं कि पापा को बता दूंगा फिर देखना … तो पापा पर पूरा विश्वास होता है
7. परिवार का ख्याल रखते हैं
स पिता यस्तु पोषक:
अर्थात पिता वही है जो पोषक है। पालने वाले होते हैं
बच्चों के लिए पापा घर पर बहुत सारे रोल अदा करते हैं सबसे पहले तो सारी डिमांड पूरी उन्ही से होती है … मम्मी से कुछ कहें तो यही सुनने को मिलता है पापा से पूछ कर बताऊंगी यानि मम्मी सारे निर्णय नही ले सकती इसलिए पापा की अहम भूमिका होती है.. …
तो देखा पापा कितना रोल अदा करते हैं..
एक लडकी कहती है
मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती हैं, क्योंकि पापा तो सिर्फ खिलोने लाते हैं,
लेकिन शाम….शाम तो पापा को घर लाती हैं…
Role of Father in Parenting – बच्चों की परवरिश में पिता की भूमिका –