What we can Learn from Santa Claus – Santa Claus से सीखें ये अच्छी बातें -क्रिसमस डे – सांता क्लॉज़ और क्रिसमस एक दूसरे के पूरक है क्रिसमिस का अहम हिस्सा हैं सांता क्लॉज़… इनके बिना तो क्रिसमस की कल्पना भी नही की जा सकती…
What we can Learn from Santa Claus – Santa Claus से सीखें ये अच्छी बातें – क्रिसमस डे
जब क्रिसमस पर अपनी जानी पहचानी लाल पोशाक पहन कर ,एक बैग में खूब सारे गिफ्ट लेकर हो हो हो करते सांता क्लॉज़ आते हैं तो माहौल खुशनुमा हो जाता है… बच्चे तो बच्चे बडो के चेहरे पर भी स्माईल आ जाती है…
Santa Claus न सिर्फ हमारे चेहरे पर स्माईल ले आते हैं बल्कि हमें सबक भी सीखा जाते हैं… आप ये सोच रहे होंगें कि आखिर क्या सीखने को मिलता है… चलिए आज सांता क्लॉज़ की ही बात करते हैं…
सबसे पहले तो .. हमेशा हंसना और मुस्कुराना चाहिए
- उनका आगमन ही हमेशा हंसते मुस्कुराते होता है… हो हो हो करते आते हैं तो बच्चे बडो में खुशी की लहर दौड जाती है… हमे ये सबक मिलता है हमेशा खुश रहना चाहिए और जिंदगी को पूरा enjoy करना चाहिए.. खुशियां बिखेर देनी चाहिए…अच्छा बनना चाहिए
2. आज का समय हम सभी जानते है कैसा समय चल रहा है और इन बातों से हट कर Santa Claus हमें अच्छा यानि दयालु, केयरिंग और परोपकारी बनना सीखाता है… मदद के लिए आगें आएं
3 सब की सुनिए Santa Claus से हमें सब यह मिलता है कि सबकी सुननी चाहिए… कैसे… देखिए हर बच्चा चाहे अमीर का हो गरीब का हो वो सेंटा से कुछ न कुछ मांगता है और बच्चों के म्म्मी पापा भी तो मांगते हैं बच्चों की खुशी के लिए … चाहे जुराब में रखते हैं चाहे तकिए के नीचे रखते हैं, चाहे जूते में गाजर रखतें हैं सब की सुनते हैं और उसे पूरा भी करते हैं…
जरुरत के हिसाब से देना.. .. बस दे देना बल्कि सोच समझ कर किस की क्या जरुरत है.. एक गरीब बच्चे को खाना चाहिए ना कि खिलौना.. जरुरत के हिसाब से देना सीखातें हैं…
4. लेने से ज्यादा जरुरी देना है..
हम सभी से उम्मीद रखते हैं कि हमें मिले पर Santa Claus हमें देना सीखाते हैं हम उनसे ये सीखते हैं देना चाहिए जितना देंगें उतनी ज्यादा खुशी मिलेगी… वो हम सभी को देते हैं कुछ न कुछ पर इस उम्मीद से नही देते कि उन्हें भी कुछ मिले… बस बांटते जाते हैं … देते जाते हैं … यही पाठ हमें सीखतें हैं कि दयालु बनो
5. दूसरे के जिंदगी में उजाला भरना
हमें पूरे साल इंतजार रहता है वो इसलिए वो वो आगेंगे और खुशियां आएगीं इसलिए हमें दूसरों की जिंदगी में भी उजाला भर देना चाहिए… कोशिश यही करनी चाहिए कि दूसरा दुखी न हो… अंधकार छ्ट जाए…
6. मन में इच्छा हो तो कुछ भी किया जा सकता है
हम कहां रहते हैं क्या करते हैं क्या नही… ये बात इतनी जरुरी नही .. जरुरी है तो मन में बस लग्न… कि करना है… पहचान की जरुरत नही… सैंटा कहां रहतें है कहां से आते है कुछ नही पता.. जब आते हैं तो कम से कम आठ या नौ उड़ने वाले रेन्डियर रहते हैं और तो और कभी घर की चिमनी से आते हैं… अगर हम किसी का करना चाहे तो कर सकते हैं… अच्छा काम नेक काम किसी की मदद करके लोगो का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं..
7. उम्र कितनी भी हो..
मन मे जज्बा होना चाहिए… आप कितने बडे हो या बूढे अगर मन में किसी के करने लग्न है तो उम्र कोई बाधा नही.. इसी का जीता जागता उदाहरण है सैंटा क्लाज
हमेशा प्यार दीजिए और प्यार ही बांटिए…