Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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May 30, 2015 By Monica Gupta

गर्भावस्था के दौरान

मेरी पडोसन शीना गर्भवती थी. पडोस मे रहने की वजह से मेरी जिम्मेदारी बढ गई थी कि उसका ख्याल रखूं वैसे भी वो नव विवाहिता है शादी के बाद तीसरे महीने मे ही वो गर्भवती हो गई.  आज जब मैं उसके घर गई तो वो टीवी पर कोई हारर मूवी  देख रही थी. अरे !! … ये मत देखो बच्चे पर बुरा असर पड सकता है. उसने तुरंत टीवी बंद कर दिया. वाकई में, गर्भावस्था के दौरान  बहुत ध्यान देने की जरुरत होती है. बेशक टीवी चैनल ढेर सारे हैं और हमारा मंनोरंजन भी करते हैं पर इस बात का भी बहुत ध्यान रखना चाहिए कि क्या देखें और क्या नही. मुझे याद है गीता(मेरी सहेली)  ने अपने समय बहुत धार्मिक किताबें पढी थी और रोज सुबह पूजा करती थी आज उसका बेटा 10 साल का है और वो हमेशा अच्छी किताबे पढने में ही लगा रहता है. एक अन्य सहेली सविता को चाय अच्छी नही लगती थी उसने चाय पीना बिल्कुल छोड दिया और आज देखो उसका बेटा 20 साल का हो गया नौकरी भी करने लगा पर आज तक उसने चाय का स्वाद नही लिया  जबकि मेरी सहेली ने बेटे को जन्म देते ही चाय पी और उसे बहुत स्वादिष्ट लगी. अच्छा साहित्य, साफ मन( चुगली चपाटी  नही) , स्वच्छ हवा से मन प्रसन्न रहता है और बच्चे पर इसका बहुत अच्छा असर पडता है

dont forget nine rules in pregnancy

दुनिया के सभी धर्म ग्रंथों ने रिश्तों में मां का दर्जा सबसे ऊंचा माना है। संतान की पहली गुरु मां होती है। वही उसे पालती है। उसकी गोद में बच्चा जो भाषा सीखता है उसे मातृभाषा कहा जाता है। हमारी सनातन संस्कृति में गौरीशंकर, सीताराम, राधेश्याम जैसे नाम रखने की परंपरा भी यह साबित करती है कि मां का स्थान दुनिया के और दस्तूरों से बड़ा और सबसे पहले है। ऋषियों, दार्शनिकों ने ग्रंथों में ऐसी कई बातों का उल्लेख किया है जिनका ध्यान गर्भवती महिला को रखना चाहिए, क्योंकि उसका उल्लंघन न सिर्फ बच्चे के लिए, बल्कि उसके लिए भी हानिकारक हो सकता है।

जानिए  ऐसी ही कुछ बातें- 1- गर्भावस्था में मल-मूत्र, अपानवायु, छींक, प्यास, भूख, नींद, खांसी, जम्हाई जैसे आवेगों को रोकना नहीं चाहिए। साधारण अवस्था में भी इन्हें रोकने से हानि होती है, इसलिए गर्भावस्था में इन्हें कभी नहीं रोकना चाहिए।2-  क्रोध न करें, अप्रिय बातें न सुनें, न करें। वाद-विवाद में न पड़ें। भयानक दृश्य, टीवी-सिनेमा के ऐसे कार्यक्रम जो डरावने हों, न देखें। तीव्र व तीखी ध्वनि उत्पन्न करने वाले स्थानों से दूर रहें।3- रात्रि को देर तक न जागें। सुबह देर तक न सोएं। दोपहर को थोड़ा विश्राम करें लेकिन बहुत गहरी नींद न लें।4- सख्त, पथरीले, टेढे़ स्थानों पर न बैठें। पर्वत, ऊंचे घर, लंबी सीढ़ियां, रेत के टीले पर न चढ़ें।5- बहुत चुस्त और गहरे रंग के वस्त्र न पहनें। इस दौरान अधिक आभूषण पहनना भी हानिकारक होता है।6- हमेशा करवट लेकर ही सोएं। करवट को समय-समय पर बदलें। घुटने मोड़कर, सीधे या उल्टे सोने से नुकसान हो सकता है।7- दुर्गंध वाले स्थानों, खट्टे खाद्य पदार्थ वाले वृक्षों, अत्यधिक धूप और पानी के सरोवर से दूर रहें।8- अनुभवी वैद्य या चिकित्सक की सलाह के बिना कोई औषधि न लें। जोर-जोर से सांस न लें। सांस को रोकने की कोशिश न करें।9- अपने इष्ट देव का ध्यान करें लेकिन लंबे उपवास न करें। अत्यधिक वात कारक, मिर्च-मसालेदार, बासी पदार्थ तथा मादक पदार्थों का सेवन कभी नहीं करना चाहिए  Read more…

इसी के साथ साथ …

स्ट्रेच मार्क्स पर ध्यान न दें जैसे-जैसे पेट का आकार बढ़ता है, उस पर स्ट्रेच लाइंस आती ही हैं। इस बात को स्वीकार करें और इन लाइंस पर अधिक ध्यान न दें। संपूर्ण आहार और विटामिन ई युक्त मॉइस्चराइजिंग लोशन या तेल लगाकर आप इन्हें कम कर सकती हैं। प्रतिदिन स्नान के बाद इस लोशन को लगाएं, क्योंकि इस समय त्वचा तेजी से नमी सोख सकती है।

त्वचा का खास ख्याल रखें
नौ महीनों के दौरान त्वचा और बालों का विशेष ख्याल रखें। एक चम्मच दही और बादाम तेल की कुछ बूंदों को मिलाएं। इसमें थोड़ा गुलाब जल डालें। इसे त्वचा पर मलें और कुछ देर सूखने के बाद धो दें। इससे त्वचा कोमल होती है। इसके अलावा 4 चम्मच क्रीम, 1-1 चम्मच बादाम तेल, खीरे का रस, शहद, गुलाब जल और नीबू का रस मिला लें। इसे छोटे से डिब्बे में रखकर फ्रिज में रख दें। इसे हर रात लगाएं और सुबह धो दें। इससे त्वचा में चमक बढ़ेगी।

सन्स्क्रीन का प्रयोग:
गर्भावस्था के दौरान त्वचा का काला पड़ना एक आम समस्या है। आपके चेहरे की रंगत फीकी पड़ सकती है, साथ ही पेट के आसपास के हिस्से में भी कालापन बढ़ने लगता है। यह मुख्य रूप से शरीर में मेलानिन पिग्मेंट के बढ़ने के कारण होता है। इस पर नियंत्रण रखने के लिए आप सन्स्क्रीन लोशन और स्क्रब लगा सकती हैं …

खूब पानी पीना,  हरी सब्जी खाना और व्यायाम के साथ साथ तनाव नही रखना पूरा ध्यान इस बात पर रहना चाहिए कि आपका बच्चा तंदुरुस्त हो और हां सबसे जरुरी बार तो बताना ही भूल गई स्माईल रहनी चाहिए आपके चेहरे पर ताकि बच्चा भी हमेशा मुस्कुराता रहे …  बाकि समय समय पर अपनी डाक्टर से जानकारी लेते रहिए और … और … और अपना ख्याल रखिएगा होने वाली मम्मी 🙂

 

Image via patrika.com

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