सोशल नेट वर्किंग साईटस और लक्षमण रेखा लाधंती महिलाए
Social Networking Sites and Our Lives
पिछ्ले कुछ दिनों से जब मेरी एक Face book Friend Fb पर नही दिखी तो मैने उसका phone मिला लिया कि कहां हो भई ?? कुछ देर हाल चाल पूछ्ने के बाद उसने मुझसे कहा कि क्या वो एक बात share कर सकती है … मैने कहा … बिल्कुल … क्यो नही … तब उसने बताया कि अब वो कभी फेसबुक नही करेगी.. अरे !! मेरे पूछने पर उसने बताया कि उसे लगने लगा था कि वो बिगड रही है.. मुझे समझ नही आया और मैने उससे सारी बात जाननी चाही तो उसने बताया कि पिछ्ले कुछ महीनों से वो अपनी Face book wall पर कम और मैसेज पर ज्यादा रहने लगी थी. तीन चार दोस्त बन गए और एक दो कुछ ज्यादा ही खास और वो ज्यादा समय उनसे बात करने मे ही निकालने लगी… हैलो. आप कैसी हैं ? से लेकर good night तक बातों का सिलसिला चालू हुआ …और ये सब अच्छा भी लगने लगा था…!!
पति के दफ्तर और बच्चों के स्कूल जाते ही वो मैसेज करने में जुट जाती और अपनी छोटे छोटी बातों की खबर अपने दोस्तों को देती रहती. बात मैसेज से बढ कर चैट और फिर फोन नम्बरों का भी आदान प्रदान हो गया और फिर शुरु हुआ वीडियों चैट का सिलसिला जो दिन रात बढने लगा.
पर कुछ दिनों से अच्छा महसूस नही हो रहा..!! कुछ दिन से लग रहा है कि ये सब सही नही हो रहा… इस तरह से रात बे रात बातें करना, चैट करना, मैसेज करना गलत है…!! बेशक उसके पति अपने आफिस और टूर में व्यस्त रहते हैं और बच्चे अपनी पढाई और दोस्तों में … उनके पास वक्त नही है कि वो उसका हाल चाल जाने उससे दो पल बैठ कर प्यार भरी बात करें.. उसकी तबियत का जाने उसे बोले कि अपना ख्याल रखों तुम मेरे लिए बहुत कीमती हो …इसका मतलब यह भी नही है ना कि वो बहक जाए और …. !!!
कहते कहते वो अचानक चुप हो गई और फिर बोली दीदी बस मन में एक अपराध बोध की सी भावना आ गई कि वो जो कर रही थी चोरी था …!! इसलिए फिलहाल उसने फेसबुक बंद कर दिया और जो फोन नम्बर दिए थे वो वटस अप और फोन पर ब्लॉक block कर दिए…
अब वो कुछ दिन अपने बारे में सोचना चाहती है और फिर ध्यान कुछ creative work मे लगाएगी ताकि … !!!
उस समय तो मैने bye bye कह कर फोन रख दिया और सोच रही हूं कि मेरी इसने समझदारी से काम लिया और बात बढने से पहले उसने अपने कदम पीछे हटा लिए पर ऐसी कितनी हैं जो ऐसा कुछ सोचती हैं…..
वैसे मैने भी बहुत महिलाओं को देखा है जो कहने के लिए तो सारा सारा दिन फेसबुक पर लगी रहती हैं पर जब उनके wall देखों तो तीन तीन महीने पहले का स्टेटस होता है … तो फिर बात कहां होती है यकीनन मैसेज पर …!!
इसमे कोई शक नही कि बहुत महिलाएं या लडकियां इस बारे में सोचती होंगीं कि ये सब ठीक नही है पर कब ??? शायद तब…. जब बहुत देर हो चुकी होती होगी …!! पानी सिर से गुजर चुका होता होगा … तब … नींद खुलती होगी कि ये मैने क्या कर दिया … !! और फिर … !!! बदनामी और पछताने के इलावा कोई रास्ता नही होता !!
सोशल नेट वर्किंग साईटस बहुत लुभाती हैं पर बहुत सोच समझ कर दोस्त बनाने चाहिए और ऐसे ही किसी पर विश्वास करके के अपने सीक्रेट शेयर नही करने चाहिए… !!!
हम अक्सर ये कहते हैं कि घर से बाहर कदम समझदारी से निकालना चाहिए लेकिन इंटरनेट की दुनिया शायद उससे भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है इसमे बेहद सजगता और जागरुकता की आवश्यकता है … इसकी लक्षमण रेखा को लांधनें से पहले दस बार सोचना चाहिए … ऐसा कोई काम ही क्यों करें कि हमे फेसबुक ही बंद करना पडॆ.. अपनी गरिमा बनाए रखने मे ही असली समझदारी है…!!!
अगर आपके इस बारे में कुछ विचार हैं तो जरुर दीजिए क्या पता इसे पढ कर किसी की जिंदगी में बदलाव आ जाए … पति अपना समय बराबर का दे चाहे वो घर हो या आफिस… !! बच्चे अपनी मम्मी की भावनाओ को समझे और मां से मित्र जैसा व्यवाहर करें … खुशहाल परिवार के लिए बहुत जरुरी है अन्यथा …. !!!
Photo by zephythor