Storytelling Tips – बच्चों को कहानी कैसे सुनाएं – The Art of Storytelling – Monica Gupta.. मैं अक्सर parenting की जब बात करती हूं तो कहती हूं कि बच्चों को कहानी सुनाए.. पर बहुत सारे parents जानना चाहते हैं कि कैसे… क्या tips हैं किन बातों का ख्याल रखें तो… मैं आज यही आपको बता रही हूं…
Storytelling Tips – बच्चों को कहानी कैसे सुनाएं –
तो तैयार हैं…
1. सबसे पहले हमें कहानी का चुनाव करना है.. कहानी बच्चे की age के हिसाब से होनी चाहिए.. फिर बच्चे की पसंद न नापसंद… मान लीजिए किसी को शेर की कहानी अच्छी लगती है या किसी को परियों की तो वो सुनाए.. कई बार बच्चे को सुधारने के लिए भी कहानी बोली जा सकती है…पर कहानी ऐसी हो कि अंत में संदेश जरुर दे…
2 अब बात आती है script की
dialogue हो तो बच्चो को मजा आता है… शेर ने कहा मैं तुझे खा जाऊंगा… और कहानी छोटी हो और उसमे characters भी बहुत ज्यादा न हो.. तीन या चार करेक्टर हों…
3 जहां कहानी सुनाए वो जगह एक दम आराम दायक हो.. या तो आरम से बैठ कर या लेट कर.. आमतौर पर रात को सोते समय बच्चे कहानी सुनना ज्यादा पसंद करते हैं.. या दिन में जब बोर हो रहे हों तब…
- हमारी Body Language.. हमारे हाव भाव हमारी आवाज भी बहुत मायने रखती है ये कहानी को और भी ज्यादा मजेदार बना सकती है… इससे ये होगा कि बच्चे भी मजे से सुनेंगें..
5 बच्चों की Active participation जब हम कहानी सुना रहे हों तो बच्चे जो पूछे उनके मन में कोई बात हो तो उन्हें बोलने दें.. क्योकि अगर उन्हें कोई बात स्मझ ही नही आएगी तो फायदा ही नही होगा… means allow interruptions… be easy..
- Visual
दिखा रखते हैं.. ताकि बच्चे का interest बने.. और अगर Visual नही है तो भी अच्छी बात हैं.. देखिए फिर हम बच्चों की कल्पना को बढा सकते हैं.. एक बार एक गांव था.. वहा बहुत बडा पेड था.. वहां खूब सुंदर फूल लगे थे.. लाल करे, पीले.. करने दीजिए बच्चों को कल्पना
- जहां कहानी में कोई संदेश हो जिससे बच्चे सीखें वहीं funny बातें भी हो. कुछ चुटकुले हों, tongue twisters हों, पहेली हो… ताकि रोचकता बनी रहे..
8 . अच्छा कई बार सब ठीक चल रहा है पर बच्चा बोर महसूस कर रहा है तो उसी से पूछिए कि आगे क्या होगा ?? आपको क्या लगता है आज शंटी समय से उठ जाएगा स्कूल जाने के लिए या लेट हो जाएगा…
9. जब कहानी की शुरुआत करें तो हर बार अलग तरीके से करे.. एक बार की बात है.. बहुत समय पहले की बात है या पता है एक बार क्या हुआ
10. Be natural
एक दम स्वाभाविक रहें.. आराम से कहानी सुनाएं .. जो सुनाए वो हमें याद हो या फिर पेपर पर जरुरी points लिख कर रख लिए.. अगर practice करके सुनाएगें तो और भी अच्छा रहेगा.. Mobile मे रिकार्ड भी कर सकते हैं फिर अपनी कमी खोज कर उसे दूर कर सकते हैं..
एक बार बच्चों में शौक हो जाए फिर रामायण, महाभारत, पंच तंत्र की, जातक कथा परी की जादू की आप सुना सकते हैं और अच्छा तो यही रहेगा कि आप खुद बनाए कहानी.. और फिर बच्चों को भी बनाने दें…
Benefits Of Storytelling For Kids बहुत Benefits होते हैं बच्चों को कहानी सुनाने के.. क्या हैं वो मैं आपको अगली वीडियो में बताऊंगी..
तब तक अब आप कहानी सुनाईए और फिर बतईएगा कि कैसा अनुभव रहा…
Storytelling Tips – बच्चों को कहानी कैसे सुनाएं – The Art of Storytelling – Monica Gupta