Teach Your Child Life Lessons – बच्चों को सिखाएं – Life Lessons for Kids – हम बच्चों को हर रोज सिलेबस का सबक याद करवाते हैं पर क्या जिंदगी के सबक के बारे में भी क्या सीखाते है…. वो सीखाना भी बहुत जरुरी होता है… क्या है वो सबक !! मैं आपको 9 Lessons बता रही हूं… जीवन में बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है पर अच्छा आदमी बनना बहुत बडी बात है… हम किसी पर दोष बहुत जल्दी लगा देते हैं कि ये काम उसकी वजह से नहीं हुआ.. पर अगर सपने हमारे हैं तो पूरे करने के लिए कोशिश भी हम माता पिता को ही करनी होंगी..
Teach Your Child Life Lessons – बच्चों को सिखाएं – Life Lessons for Kids –
1.अपनी Respect करना… अगर बच्चे अपनी Respect करेगें तो अलग तरह का confidence उनमे आएगा… अगर किसी तरह का कॉम्प्लेक्स है तो उन्हें समझाईए कि no one is perfect हम जैसे हैं बहुत अच्छे हैं और हम खास है जो भी living being इस planet पर है वो खास है और valuable है… और हम जो चाहें वो कर के दिखा सकते हैं और हमने कुछ कर दिखाना है.. दूर कीजिए.. हम जैसे हैं उसे स्वीकार करके आगे बढें… बजाय ये कहने के कि no one likes me… there is no one like me… 🙂 ये कहना चाहिए..
2.फिर बात आती है कि दूसरों की Respect करें.. कोई छोटा है बड़ा है दूसरी जाति दूसरे धर्म का है हम सब एक है और हमें सबका समान आदर करना है… ये नहीं कि काम वाली बाई को तू तडाक करके बोलना है.. उसे भी आराम से बात करनी है आदर मान देकर बात करनी है.. इंसान बनना है.. और यह सबक बचपन से ही पढा दिया तो उसे सभी पसंद करेंगें… जितने भी बडे लोग हैं आज जिस शिखर पर हैं उनमे ये क्वालिटी जरुर मिलेगी.. अगर सभी को आदर मान देंगें आराम से प्यार से बात करेंगें तो उनका सर्किल भी बहुत अच्छा बनेगा.. तो इस सबक को कभी नहीं भूलना और इस की प्रेरणा वो खुद बने.. वो खुद बच्चों से आदर मान देकर प्यार से बात करें.. कोई आसपास ऐसे लोग
3. ईमानदार रहें honest रहें.. ये भी बहुत महत्वपूर्ण सबक है जिंदगी का… सच्चे रहें.. स्कूल की दीवारों पर लिखा होता है और उसे अपनाना भी चाहिए.. इससे जिंदगी बेहतर नहीं बेहतरीन बनती है.. मैं आपको एक बात बताती हूं दो बच्चे दोस्त थे और एक ही स्कूल में पढते थे.. दोनो के पापा सरकारी नौकरी में थे.. एक बच्चा के बहुत साधारण रहता.. और ऑटो में स्कूल जाता वही दूसरा बच्चा अपनी कार में और कार भी बडी वाली.. तो जो साधारण वाला बच्चा था वो पापा से हमेशा नाराज रहता कि आप तो कुछ नहीं करते.. उसको देखो.. सब कुछ है उसके पास.. पापा समझाते कि हम जो है इसी में खुश है.. एक बार दूसरे वाला दोस्त स्कूल नहीं आया.. घर आकर पता चला कि इनके घर रेड हुई थी और बहुत पैसा निकला अब वो जेल में है.. वो पापा के पास भाग कर गया और लिपट गया.. तो बच्चों को बचपन से ही समझाना चाहिए.. बहुत बार पेरेंटस नकल मारने को भी बहुत प्रोत्साहित करते हैं या कोई प्रैक्टिकल सब्जेक्ट हुआ तो सिफारिश लगवा दी कुछ खिला पिला दिया ताकि नम्बर अच्छे आ जाए.. पर ऐसे बच्चे भले ही उस समय नम्बर अच्छे ले लें पर जिंदगी के इम्तेहान में कभी पास नहीं हो पाएगें.. समय सम्य पर बच्चों को ईमानदार से जुडी कहानियां सुनाते रहना चाहिए ताकि उनमें आत्मविश्वास बना रहे..
4. मेहनत का फल जरुर मिलता है इसलिए कठिन परिश्रम से घबराना नहीं चाहिए.. और हमेशा नया सीखते रहना चाहिए. मेहनत का फल मीठा होता है… कई बार बच्चे हार मान जाते हैं कि नहीं हमसे नहीं हो पाएगा पर बच्चों को बताईए कि आप करो.. जीवन के जिस भी क्षेत्र में वो आगे आना चाहते हैं उसमे मेहनत ही छिपी है.. चाहे वो गाना गाना हो या डांस करना या कोई खेल मेहनत से नहीं घबराना चाहिए.. बचपन से ही मजबूत बना दिया तो बडे होकर तो वो मजबूत इरादे वाले ही बनेंगें
5.समय की कीमत बताना बहुत जरुरी है. अगर उसकी कीमत नहीं समझेंगें तो ये भी हमारी वेल्यू नहीं करेगा.. बच्चों में काम टालने की आदत बहुत होती है.. टालमटोल की आदत नहीं कि कल कर लूंगा.. ये रास्ता उन्हें असफलता की ओर ले जाएगा… परसो कर लूंगा काल करे सो आज कर, आज करे सो अब । पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब.. जीवन में समय का अत्यधिक महत्त्व है जिसने इसे पहचान लिया वो सफल जरुर होगा… है समय को सही पहचानना ही समय का सदुपयोग है । टिक टिक करके घडी चलती रहती है निरंतर सरकती हुई हमें यही चेतावनी देती है कि समय निकला जा रहा है, कुछ कर लो.. समय पर स्कूल नहीं पहुंचते तो सजा मिलती है ना… जितना हो सकता है समय को मैंनेज करके इसका उपयोग करना चाहिए.. punctual होना सीखाना चाहिए.
6.गलती को मान लेना चाहिए… Admit mistakes. हम इंसान गलती से ही सबक सीखते हैं.. तो अगर कभी कोई गलती हो तो सबक सीखना पर ये नहीं है कि डर के मारे उसे करना ही नहीं… साईकिल सीखते हैं तो गिरते हैं ना… सीखना बंद तो नहीं करते… इससे उसकी स्किल भी निखरेगी.. बार बार प्रयास करेगें तो अच्छे से सीख भी जाएगें… उसे challenge की तरह स्वीकार करना चाहिए..
7. दोस्ती की Value करनी चाहिए.. अच्छे दोस्तों का साथ हमेशा बनाए रखना चाहिए.. और दोस्त को जरुरत हो तो उसकी मदद करनी भी चाहिए.. Cooperate करना चाहिए… अच्छे दोस्त बहुत भाग्य से मिलते हैं अगर कोई बहुत sincere है तो दोस्ती निभानी चाहिए..
- Be patient: संयम रखना सीखाना चाहिए और इसका उदाहरण पेरेंटस को खुद बनना चाहिए… खुद भी बने और बच्चों को भी सिखाएं.. बात बात पर गुस्सा करना, इमपेशेट होना अच्छा नहीं..थोडा तसल्ल्ली से आराम से बैठ कर सोचने का समय दें.. जल्दबाजी करें तो समझाए कि इससे नुकसान ही होता है और हम ओर्गेनाईज रहेंगें तो फिर कोई दिक्कत आएगी ही नहीं… इसलिए पेशेंस होनी बहुत जरुरी है.. अपने इमोशन पर काबू रखना आना चाहिए. किसी से लड़ाई हो गई.. नाराजगी हो गई…
9. अपना परिवार priority होनी चाहिए अपने परिवार का ख्याल रखना उनकी केयर करना प्राथमिकता होनी चाहिए. उनका आदर करना.. वो कोई काम कहें तो उसे करना… उन्हें हग करना.. उनकी सुनना..
Teach Your Child Life Lessons