जब बच्चा झूठ बोले तो – what to do when child lies- कल एक जानकार के घर जाना हुआ ... पैरेंट्स नें अपने 3 साल के बेटे को बुलाया और बोला कि राईम सुनाओ जो स्कूल मे सीखी है … उसने सुनाई जॉनी, जॉनी यस पापा eating शुगर नो पापा टेलिंग लाइस नो पापा open your mouth ha ha ha… छोटे बच्चों को कैसे समझाए – जब बच्चा झूठ बोले – Parenting Tips
जब बच्चा झूठ बोले तो – what to do when child lies
तभी दरवाजे पर घंटी बजी … कोई मिलने आए होंगें तो मेरी जानकर ने बोला अपने बेटे को कि अगर पडोस वाली आंटी हो तो कह देना मम्मी घर पर नही है …
और वो बच्छा बहुत खुशी से भागा और झूठ बोल कर आया और मम्मी से बोला कि बोल दिया आंटी चली गई और मुझ्से बोला दूसरी भी सुनाऊ … यकीन मानिए मेरा राईम सुनने का उत्साह खत्म हो गया था …
क्या फायदा हुआ जब हम असल जिंदगी में झूठ बुलवाते हैं …
कई बार पापा लोग भी बच्चों को बोल देते हैं आज आफिस से जल्दी आ जाऊंगा फिर आईसक्रीम खाने चलेंगें पर पापा का कोई समय नही … ऐसे में बच्चा गुस्सा करेगा …
नाराज होगा तो हम क्या कहेंगें … बच्चा बिगड गया है … तो हम ये भी मान सकते हैं कि बच्चे अगर झूठ बोलते हैं तो इसके लिए ज्यादातर जिम्मेदार ज्यादा मामलों में मां-बाप ही होते हैं।बच्चें वही करते हैं जो देखते हैं …
घर उनकी पहली पाठशाला होता है और पैरेंट्स टीचर
पर ज्यादातर होते हैं हमेशा नही …
ये उनकी संगत का असर भी हो सकता है इसलिए कारण जानने की कोशिश करनी चाहिए कि पर मार पिटाई करके ही सुधार आ सकता है
ये सम्भव नही इससे और ज्यादा बिगडने के चांस होते हैं …
patience की बहुत जरुरत होती है
बहुत साल पहले हमारे पडोस में एक परिवार रहता था उनकी बेटी भी बहुत झूठ बोलती थी मम्मी बहुत समझती पर वो समझती ही नही थी … एक दिन स्कूल में जब टेस्ट हुआ और वो फेल थी तो टीचर ने बोला कि सभी बच्चे घर से मम्मी के साईन करवा कर लाएगें और जो नही लाएगा उसे सजा मिलेगी …
उस शाम को वो लडकी पहले सहेलियों के साथ खेलती रही फिर पार्क चली गई … रात को सो गई … सुबह उठी और तैयार होकर स्कूल चली गई … स्कूल जाकर ख्याल आया कि मम्मी के साईन तो करवाए नही …
अब एक दो पक्की सहेलियों को बता दिया … और क्या किया कि चुपचाप खुद ही साईन कर दिए मम्मी के … अब जिन बच्चों को सजा मिली उन्हें पता था कि ये साईन नही करवा कर लाई है और अपने आप किए है …
बात टीचर तक पहुंची और … पांच ही मिनट में टीचर ने उसकी मम्मी को स्कूल बुलवा लिया … अब उस लडकी की हालत खस्ता … सारे भगवान के नाम ले लिए … मन ही मन सोचा कि आज के बाद से झूठ न्ही बोलूगी …
हे भगवान बचा ले … थोडी देर में मम्मी आई और उनसे पूछा गया कि क्या आपने इसकी कॉपी पर साईन किए हैं उन्होनें हैरानी से उसकी तरफ देखा …
मन में तो बहुत गुस्सा था पर अचानक उनके मुंह से निकला कि हां जब ये कॉपी लेकर आई तो मैं किचन मे कुछ काम कर रही थी इसलिए सही से साईन नही कर पाई …
उनकी बेटी अपनी कॉपी लेकर क्लास में चली गई और उसकी मम्मी वापिस लौट गई…
जब स्कूल से वो वापिस लौटी तो एकदम बदल चुकी थी … उस दिन के बाद से उसने कभी झूठ नही बोला उसे सबक मिल गया था …
कई बार patience रख कर माता पिता को बच्चों को समझाना चाहिए पर उससे पहले ये भी कोशिश करनी चाहिए कि वो झूठ न बोले …
वैसे आप कैसे समझातें हैं जब बच्चा झूठ बोलता है जरुर बताईएगा …
जब बच्चा झूठ बोले तो – what to do when child lies
झूठ के पाँव नहीं होते, झूठ नहीं बोलना चाहिए, झूठ बोल, झूठ बोलना पाप है, झूठ मत बोलो