दिखावा करना कितना सही – Why Is It Bad To Show Off – दिखावा … शो ऑफ … हम जो हैं वहीं रहें तो कितना अच्छा हो पर कितना दिखावा करते हैं … एक जानकार ने अपना तीन मंजिला घर बनवाया है … और उनकी टांग़े इतनी कमजोर हैं कि वो दो सीढी भी नही चढ सकती … तीन मंजिला इसलिए बनवाया कि उनके पति के बडे भाई साहब ने दो मंजिल बनवाया था … इसलिए उन्हें सिर्फ दिखाने के लिए ही बस … कई लोग शादी या सगाई से पहले बहुत दिखावा करते हैं ताकि अच्छा पैसेवाला घर बार मिले पर बाद में जब सच्चाई सामने आएगी तब क्या होगा …
सिर्फ अच्छा बनने के लिए दिखावा करना बुरे से भी बुरा है
दिखावा करना कितना सही – Why Is It Bad To Show Off
तो दिखावा किसलिए करना है … जैसे हैं वैसे ही रहें एकदम मस्त और खुश …
सीधी सी बात है कि दिखावे के चक्कर में हम अपनी स्वाभाविकता, अपनी पहचान को खो देते हैं और बदले में पाते कुछ भी नहीं लोग हंसते जरुर है सामने नही तो पीठ पीछे क्योकि पता तो लग ही जाता है
तो दिखावा करना बहुत नुकसान करता है
देखिए हर किसी के व्यक्तित्व में बहुत सारी खूबियां और कमियां होती हैं पर दिखावे के चक्कर में हमारी अच्छाई हमारी खूबियां भी दब जाती हैं और हमारे उपर लेबल लग जाते हैं ऐसे दिखावे के फेर से बचे रहने मे ही समझदारी है देखिए क्या क्या नुकसान होते हैं
क्या क्या नुकसान हैं दिखावे के ..
सबसे पहला कि हम दिखावा तो कर रहे हैं पर खुश नही सफल मगर प्रसन्न नहींबेशक हम झूठ का दिखावा करने में सफल हो भी जाएं पर अंदर ही अंदर खुशी नही मिलेगी मान लीजिए बच्चे का रिश्ता कर रहे हैं बडी बडी बातें कर रहे हैं और अगर रिश्ता हो गया … तो मन में विचार तो आएगें ही ना कि क्या होगा अगर उन्हें सच्चाई का पता चल गया … जरा सोचिए अगर हम बिना दिखावा किए किसी काम को करते तो कितनी खुशी मिलती … अंदर से
दिखावे में एनर्जी वेस्ट होती है … इस चक्कर में झूठ भी बोलना पडता है नाटक करना पडता है
और इस वजह से जीवन में तनाव बढ़ेगा
समस्या पर समस्या आती जाएगीं सामने और तनाव खडा हो जाता है … मान लीजिए घर में शादी के लिए किसी से पैसे लिए और दिखावा ये कि हम तो बहुत अमीर है … तो क्या होगा जब पैसे मांगने वाला दो लोगो के सामने आएगा … जीवन में तनाव के लिए जगह बना लेते हैं।
अपनी स्वाभाविकता खोना – जो आप हैं उसे भी खो देते हैं दिखावे के चक्कर में
और धीरे धीरे हम अपनी खासयियत भी खोने लगते
जब आप दूसरों की तरह दिखने के लिए उसके रास्ते पर चलने की कोशिश करने लगते हैं तो आप अपना रास्ता खो देते हैं। आप उसकी तरह बनने के लिए अपने गुणों पर पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं।
विश्वास खो देते हैं
हैं ये तो ऐसा ही है दिखावा ही करता है और भी पता नही किस किस बात का दिखावा किया होगा … अपनी पहचान को खुद धुंधला कर देते हैं
दिखावे से जुडी एक कहानी जो नेट पर पढ़ी
एक आदमी की नई नई नौकरी लगती है … पहले दिन office जाता है और बैठ कर अपने शानदार केबिन को देख रहा होता है तभी दरवाजा से खटखटाने की आवाज आती है दरवाजे पर एक सिम्पल सा व्यक्ति रहता है , पर उसे अंदर आने कहनेँ के बजाय वह युवा व्यक्ति उसे आधा घँटा बाहर इंतजार करनेँ के लिए कहता है.
आधा घँटा बीतनेँ के पश्चात वह आदमी फिर office के अंदर आने को कहता है.
उसे अंदर आते देख युवक टेलीफोन से बात करना शुरु कर देता है. वह फोन पर बहुत सारे पैसोँ की बातेँ करता है, अपनेँ ऐशो आराम के बारे मेँ कई प्रकार की डींगें हाँकनेँ लगता है.
सामनेँ वाला व्यक्ति उसकी सारी बातेँ सुन रहा होता है, पर वो व्यक्ति फोन पर डींगें हांकना जारी रखता है.जब उसकी बातेँ खत्म हो जाती हैँ तो वो उस व्यक्ति से पूछता है है कि तुम यहाँ क्या करनेँ आये हो?
वह आदमी उस व्यक्ति को विनम्र भाव से कहता है सर , मैँ यहाँ टेलीफोन रिपेयर करनेँ के लिए आया हूं , मुझे खबर मिली थी कि आप जिस टेलीफोन से बात कर रह थे वो चार दिन से से बँद पड़ा है इसीलिए मैँ इस टेलीफोन को रिपेयर करनेँ के लिए आया हूँ…
इतना सुनते ही वो व्यक्ति मन ही मन शर्मसार हो जाता है और किसी काम का बहाना कहकर चुप-चाप कमरे से बाहर चला जाता है..
उसे उसके दिखावे का फल मिल गया…
दिखावा करना कितना सही – Why Is It Bad To Show Off
दिखावा मत कर शरीफ होने का लोग खामोश तो हैं पर नासमझ नही…