Teachers n Teaching
कुछ समय पहले एक सहपाठी मिली जो कालिज मे साथ पढती थी. वो बहुत नालायक किस्म की थी ना कभी पाठ याद करना और ना कभी कालिज नियमित आना इसलिए अक्सर टीचर से डांट खाती थी पर प्रैक्टिक्ल मे जब भी बाहर से परीक्षक आते उन्हे किसी की मृत्यु या घर के सदस्य की बीमारी का वास्ता देकर रोंदू सा मुहं बन लेती और बहुत सारे अंक बटोर लेती.
इतना ही नही फाईनल परीक्षा मे भी पता नही कैसे परीक्षक से सैंटिंग कर लेती और आराम से नकल मारती. सच, उसे देख कर बहुत दुख होता और गुस्सा भी आता था. मैं,बस, चुप ही हो जाती और सोचती कि इस लडकी का क्या होगा.
इसको सदबुधि देना भगवान!!! फिर मेरे पापा की बदली कही दूसरी जगह हो गई और हम चले गए.
कुछ समय पहले जब वो मिली तो पता चला कि बहुत नामी गिरामी कालिज मे 15 साल से वो शिक्षिका है. आप सोच रहे होंगे कि तो क्या हुआ. हो सकता है कि अब समझदार हो गई हो और ढंग से पढाने लगी हो. पर जब मैने उसी के कुछ स्टूडेंट से बात की तो समझ गई कि अभी भी मामला वैसा ही है उन बच्चों ने कही और प्रैक्टिकल की ट्यूशन रखी हुई है और किसी अन्य शिक्षक से उस विषय की पढाई करते हैं. आज फिर ऐसी हालत देख कर हे भगवान निकल रहा है किस के लिए शायद आप भी समझ गए होग़ें ! Teachers n Teaching 🙁
Monica Gupta
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