माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन – जय माँ ब्रह्मचारिणी nine forms of durga in hindi मां दुर्गा का दूसरा स्वरुप है मां ब्रह्मचारिणी. ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली.जोर से बोलो जय माता की..
माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन
अगर आप 1 मिनट और 42 सैकिंड की माँ ब्रह्मचारिणी की कहानी सुनना चाहें तो क्लिक करके कहानी सुन सकते हैं.जय माता दी ..जय माँ ब्रह्मचारिणी .. !!! मोनिका गुप्ता का नमस्कार…आज मैं आपको बताऊंगी मां के दूसरे रुप ब्रह्मचारिणी के बारे में… ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली..
देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप पूर्ण ज्योर्तिमय है। यह देवी शांत और मग्न तप में लीन हैं। मुख पर कठोर तपस्या के कारण तेज और कांति का ऐसा अनूठा संगम है जो तीनों लोको को उजागर कर रहा है। हाथ में चंदन की माला और कमण्डल लिए देवी साक्षात ब्रह्म का स्वरूप हैं
जय माँ ब्रह्मचारिणी की कहानी
जय माँ ब्रह्मचारिणी की कहानी कुछ इस प्रकार है … जब देवी पार्वती को पता चला कि वह भगवान शिव को बेहद पसंद करती हैं, और उन्हें अब हर हाल में प्रसन्न करना ही है तब नारद मुनि ने सलाह दी कि अगर उन्हें भगवान शिव को प्रसन्न करना है तो, उन्हें घोर तपस्या और समर्पण का सहारा लेना होगा. कहा जाता है तब माता पार्वती ने खुद को कड़ी तपस्या में डुबो लिया। तपस्या करते वक्त उन्हे प्रकृति की बहुत मार भी झेलनी पड़ी लेकिन वह बिल्कुल भी टस से मस नहीं हुईं। कठिन तप करते वक्त उन्होनें खाना पीना सब कुछ छोड़ रखा था। कई सालों की तपस्या के बाद भगवान शिव ने पार्वती जी की तपस्या को स्वीकारा और उन्हें अपनी पत्नी बनने की अनुमती दी। भगवन ने इतनी साधना और कड़ा तप देख कर माता पार्वती के इस रूप को ब्रह्मचारिणी का नाम दिया।
ब्रहमचारिणी का स्वरूप बहुत ही सादा और भव्य है अन्य देवियों की तुलना में वह बेहद सौम्य क्रोध रहित और तुरन्त वरदान देने वाली देवी हैं।
हे माँ! सर्वत्र विराजमान और ब्रह्मचारिणी के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है।
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।..नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
नवरात्रि पूजा – माता के नौ रुप – Monica Gupta
जय माता की. नवरात्रि पूजा – आईए ऑडियो सुने या पढे . मां दुर्गा के नौ रूप कौन कौन से हैं और माँ के अस्त्र-शास्त्र क्या हैं और उनका वाहन कौन सा है.जय माता दी. read more at monicagupta.info
(तस्वीर गूगल से साभार)
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