मां शैलपुत्री – नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की कहानी – maa durga ke 9 roop – नवरात्रे का पहला दिन और मां शैलपुत्री की कहानी . माता दुर्गा के सभी नौ रूपों का अपना अलग महत्व है. माता का प्रथम रूप शैलपुत्री का है .दूसरे को ब्रह्मचारिणी, तीसरे को चंद्रघण्टा, चौथे को कूष्माण्डा, पांचवें को स्कन्दमाता, छठे को कात्यायनी, सातवें को कालरात्रि, आठवें को महागौरी तथा नौवें रूप को सिद्धिदात्री कहा जाता है , यह हैं नवदुर्गा के नौ रूप.
मां शैलपुत्री – नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की कहानी
आपको यह बताने के लिए मैने कहानी का 3 मिनट और 9 सैकिंड का ऑडियो बनाया है. देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं. दुर्गा जी पहले स्वरूप में ‘शैलपुत्री’ के नाम से जानी जाती हैं नवरात्रि पूजन के पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप माता शैलपुत्री का पूजन किया जाता है। पर्वत राज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा।
कहानी मां शैलपुत्री की
आईए सुनते हैं कहानी मां शैलपुत्री की …
नंदी नामक वृषभ पर सवार ‘शैलपुत्री’ के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प है। इन्हें सभी वन्य जीव-जंतुओं की रक्षक माना जाता है। दुर्गम स्थलों पर स्थित बस्तियों में सबसे पहले शैलपुत्री के मंदिर की स्थापना इसीलिए की जाती है कि वह स्थान सुरक्षित रह सके।
माना जाता है अपने पूर्वजन्म में ये प्रजापति दक्ष के घर कन्या के रूप में उत्पन्न हुईं थीं तब इनका नाम ‘सती’ था और इनका विवाह भगवान शंकरजी से हुआ.
एक बार प्रजापति दक्ष ने बहुत बड़ा यज्ञ किया जिसमें उन्होंने सारे देवताओं को निमंत्रित किया पर द्क्ष ने शंकरजी को इस यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया.
सती ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यन्त विशाल यज्ञ का अनुष्ठान कर रहे हैं तो वहां जाने के लिए उनका मन व्याकुल हो उठा. अपनी यह इच्छा उन्होंने शंकरजी को बताई.
सारी बातों पर विचार करने के बाद शंकर जी ने कहा – प्रजापति दक्ष किसी कारणवश हमसे रुष्ट हैंइसलिए अपने यज्ञ में उन्होंने सारे देवताओं को आमंत्रित किया है. उनके यज्ञ- भाग भी उन्हें समर्पित किए हैं, किन्तु जान- बूझकर हमें नहीं बुलाया है ऐसी स्थिति में तुम्हारा वहां जाना किसी भी प्रकार श्रेयस्कर नहीं होगा…
शंकरजी के इस उपदेश से सती को कोई बोध नहीं हुआ और पिता का यज्ञ देखने, माता- बहनों से मिलने की इनकी व्यग्रता किसी भी प्रकार कम न हुई. उनका प्रबल आग्रह देखकर अंतत: शंकरजी ने उन्हें वहां जाने की अनुमति दे ही दी.
सती ने पिता के घर पहुंचकर देखा कि कोई भी उनसे आदर और प्रेम के साथ बात नहीं कर रहा है। सारे लोग मुँह फेरे हुए हैं. केवल सती की माता ने स्नेह से उन्हें गले लगाया.
बहनों की बातों में व्यंग्य और उपहास के भाव भरे हुए थे. परिजनों के इस व्यवहार से सती के मन को बहुत क्लेश पहुँचा. सती ने जब देखा कि उन सभी में भगवान शंकर जी के प्रति तिरस्कार का भाव भरा हुआ है और दक्ष ने भी उनके प्रति कुछ अपमानजनक वचन कहे तो यह सब देखकर सती का मन क्षोभ, ग्लानि और क्रोध से भर गया उन्होंने सोचा भगवान शंकर जी की बात न मान, यहां आकर मैने बहुत बड़ी भूल की है वो अपने पति भगवान शंकर जी का अपमान न सह सकीं और उन्होंने उस रूप को उसी समय अग्नि द्वारा भस्म कर दिया.
जब इस दु:खद समाचार को शंकरजी ने सुना तो अतिक्रुद्ध होकर अपने गणों को भेजकर दक्ष के यज्ञ का पूर्णतया: विध्वंस करा दिया.
वही सती ने अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। इस बार वे “शैलपुत्री” नाम से विख्यात हुईं।
पार्वती, हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं।
“शेलपुत्री” देवी का विवाह भी शंकरजी से ही हुआ। पूर्वजन्म की ही भांति वे इस बार भी शिवजी की ही अर्धांगिनी बनीं.
नवदुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री दुर्गा का महत्व और शक्तियाँ अनंत हैं।
नवरात्रि पूजा – माता के नौ रुप – Monica Gupta
जय माता की नवरात्रि पूजा – माता के नौ रुप. आईए जाने मां दुर्गा के नौ रूप कौन कौन से हैं और ये भी जानिए कि माँ के अस्त्र-शास्त्र क्या हैं और उनका वाहन कौन सा है जय माता दी देवी मां के नौ स्वरुप नवरात्रि पूजा – माता के नौ रुप … जय माता की … […] read more at monicagupta.info
उपासना मंत्र : वन्दे वांछितलाभाय चन्दार्धकृतशेखराम्।
वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्।।
माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन – Monica Gupta
माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन – जय माँ ब्रह्मचारिणी nine forms of durga in hindi मां दुर्गा का दूसरा स्वरुप है मां माँ ब्रह्मचारिणी- नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन – Monica Gupta
देवी के नौ नाम के नाम , Nine names of Devi in Hindi , शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी , सिद्धिदात्री , nine forms of durga in hindi , Navadurga , nav durga names in Hindi , maa durga ke 9 roop , जय माता दी , माता दुर्गा के उन नौ रूप,
नवरात्रों की कहानियाँ, नवरात्री २०१७, नवरात्री स्पेशल, नवरात्रि पूजा, नवरात्रि २०१७, नवरात्रों की पूजा, mata ka mandir, navratri 2017, durga pooja, जय माता दी, nine forms of durga in hindi, नवरात्रि पूजन, नवरात्रि में दुर्गा पूजा, नवदुर्गा के नौ रूप, maa durga ke 9 roop, nav durga names in hindi, navratri katha in hindi, navratri katha, navratri vrat katha, durga navratri vrat katha in hindi, navratri stories, navratri ki katha, durga vrat katha hindi, navratri vrat ki kahani, chaitra navratri 2017, devi maa, druga maa,
नवदेवी पूजन, मां की महिमा , मां की शक्ति , मां का आशीर्वाद , माँ का आशीर्वाद , कृपा माँ की कृपा , जय अम्बे जगदम्बे , मातारानी का आशीर्वाद, माता रानी की भक्ति , , मनोकामना पूर्ति के उपाय , इच्छा पूर्ति के उपाय , सर्व मनोकामना पूर्ण , सर्व मंगल मांगल्ये , मां का चमत्कार , या देवी सर्व भूतेषु ,
Leave a Reply