What is Blog and Blogging
How to start a Blog ब्लॉग को लेकर हमारे मन में ढेर सारे प्रश्न हैं. मैं आपको, अपने ब्लॉग के जरिए सारी जानकारी विस्तार से देने का प्रयास करुंगी ताकि आप भी अपना शानदार ब्लॉग बनाए- अपनी पहचान बनाएं.
ब्लॉग क्या है ??
ब्लॉग यानि ‘BLOG’ web + log बना है. जिस तरह हम डायरी मे अपने दुख, सुख, अनुभव आदि लिखकर अपने मन की बात सांझा करते हैं. ब्लॉग भी आनलाईन डायरी की तरह ही है जिसमें हम अपनी भावनाए अपने विचार, अपना अनुभव, लेखन के साथ साथ तस्वीरों, ऑडियो, वीडियों के माध्यम से व्यक्त करते हैं और कमेंटस के जरिए विचारों का आदान प्रदान होता है. कुल मिला कर ब्लॉग इंटरनेट पर अभिव्यक्ति प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम है. ब्लाग लिखने वाले को “ब्लागर” और ब्लॉग में किया लेखन “ब्लागिंग” कहलाता हैं.
ब्लागिंग के लिए आपको किसी तकनीकी जानकारी की आवश्यकता नही है और ना ही इसके लिए कोई उम्र की सीमा है. बच्चें, बडे, बुजुर्ग और यहां तक की गृहणियां भी ब्लागिंग अपना कर अपना नाम, पहचान और शानदार आय का साधन बना सकतीं हैं.
ब्लॉग ही क्यों ??
आपके मन में यह विचार आ रहा होगा कि टवीटर, फेसबुक गूगल प्लस जैसी सोशल नेट वर्किंग साईटस मौजूद हैं तो ब्लॉग किसलिए बनाए ? बहुत सही प्रश्न है आपका. मैं बताना चांहूगी कि सोशल साईटस होते हुए भी हमारा सर्कल लिमिटेड ही होता है यानि जो हमारे सकर्ल के मित्र हैं वहीं हमारी पोस्ट देख पाएगें जबकि ब्लॉग पर पब्लिश होते ही पूरी दुनिया उसे देख और पढ सकती है.
फ्री ब्लॉग क्यों नही ??
अब आपके मन में यह बात भी आ रही होगी कि चलो वो तो ठीक है पर फ्री ब्लॉग भी तो बनते हैं. वो किसलिए न बनाए जाएं.
जी हां बिल्कुल …… फ्री ब्लागिंग बहुत अच्छी लग सकती है पर उसमे, अकसर ब्लॉग के लिए न तो हमे theme पसंद के मिलते हैं और न ही plugins हमारी पसंद की होती है और तो और हम उस ब्लॉग के मालिक भी नही होते जबकि जब हम अपना ब्लॉग बनाते हैं तो हमे domain name और hosting लेना पडता है जैसा कि मेरे नाम से बना हुआ है monicagupta.info या फिर इसमें .com, .in भी होते हैं इस नाम से पूरी दुनिया में किसी और का नही हो सकता. ये ठीक वैसे ही है जैसे आधार कार्ड का नम्बर होता है जो एक ही रहता है. ब्लॉग पर आपका पूरा कंट्रोल रहता है और back up ले कर आपके contents सुरक्षित रह सकते हैं.
वहीं दूसरी ओर free वाला ब्लॉग कभी भी बंद हो सकता है… अगर सिर्फ शौकिया तौर पर हम करना चाहते है तो फ्री ही सही है लेकिन ब्लॉग के माध्यम से आप कुछ कर दिखाना चाहते हैं तो हमें प्रोफेशनल ब्लागिंग करनी चाहिए. इस बात से तो आप इंकार नही करेंगें कि अपना नाम हो तो एक authenticity बनती है.
इसके विपरीत कुल मिला कर अगर आप ब्लॉग के प्रति जरा भी गम्भीर नही है आपके सामने कोई लक्ष्य नही है यह सिर्फ टाईम पास ही है तो आपके लिए इस फ्री का ब्लॉग सही हो सकता है पर अगर हम वाकई में, ब्लागिंग के जरिए कुछ बनना चाहते हैं. लेखन से या इससे आय का जरिया बनाकर कुछ कर दिखाना चाहते हैं तो प्रोफेशनल रुप से ब्लागिंग को अपनाना होगा.
वेबससाईट और ब्लॉग क्या एक ही है ?
आमतौर पर हम वेबससाईट और ब्लॉग में कंफयूज हो जाते हैं कि क्या ये दोनो एक हैं या अलग हैं. देखा जाए तो ब्लॉग भी वेबसाईट ही है असल में, जो वेब पर साईट हो वो वेबसाईट कहलाती है और ब्लॉग वेबलाग से बना है. वेबसाईट में static contents (स्थिर) होते हैं जैसाकि कम्पनी के बारे में basic information उसका management, products, services, contact information आदि जिसे हर रोज अपडेट करने की जरुरत नही जबकि ब्लॉग पर dynamic contents( गतिशील) होते हैं जोकि हर रोज update हो सकते हैं.
How to Set Up a Blog
और अगर आप अपना ब्लॉग़ बनवाना चाहतें हैं या इसी बारे में कोई और जानकारी चाहते हैं तो आप मुझे यहां या SetUpMyBlog पर भी सम्पर्क कर सकते हैं
आपको ये लेख कैसा लगा अगर आप भी ब्लॉग के बारे में कुछ और जानते हैं या बताना चाहते हैं जिससे दोस्तों को जानकारी मिले तो आपका स्वागत है
अगले ब्लॉग में Benefits of Blogging भी जरुर पढिएगा…..
Leave a Reply