बाल कहानी-मणि
मणि छ्ठी क्लास में पढने वाली बेहद चुलबुली और शरारती लडकी है. वो भी बडे होकर कुछ बनना चाह्ती है. कभी सोचती है पत्रकार बन जाऊ कभी सोच में आता है कि टीचर बन जाऊ तो कभी पुलिस अधिकारी पर आखिर में क्या होता है और क्या बनने की सोचती है …
इसी का ताना बाना है बाल कहानी-मणि में …
कहानी का अंत और भी ज्यादा रोचक है कि मणि का फैसला क्या रहता है …
बाल कहानी-मणि
ये कहानी नेशनल बुक ट्रस्ट की पत्रिका पाठक मंच बुलेटिन में प्रकाशित हुई थी …