विचलित मन
ये तस्वीर आपको विचलित कर सकती है.
बेशक, सोशल मीडिया यानि गूगल प्लस, फेसबुक, टवीटर पर लिखने , वीडियों अपलोड करने और अपनी बात रखने के अपने फायदे हैं ये एक खुला मंच है जहां हम अपने दिल की भडास या गुब्बार निकाल सकते हैं या अपने विचार सांझा कर सकते हैं पर एक बात इस पर जो पीडा देती है वो ये कि अपने आपको बहुत smart दिखाने के लिए हम कुछ ऐसी तस्वीरे अपलोड कर देते हैं जो नही करनी चाहिए थी. जिन्हे देख कर मन व्यथित हो उठता है.जैसाकि मैने हाल ही मे एक तस्वीर देखी जो एक सडक दुर्धटना की थी और महिला पुरुष के मृत शरीर पडे थे .अन्य तस्वीर में एक नवयुवती ने फांसी लगा रखी थी और उसका मृत शरीर लटक रहा था.
बेशक , उस पर नजर पडी और मैं तुरंत नेट बंद कर दिया या दूसरे शब्दों में कहूं तो मन विचलित सा हो गया और धबराहट सी हो गई कि ये क्या देख लिया और नेट बंद करने के बावजूद भी वही तस्वीर बार बार आखों के सामने आने लगी.
जाने माने समाचार पत्र या टीवी पर भी जब इस तरह की खबर दिखाते हैं तो वो थोडी धुंधली करके दिखाते हैं ताकि पाठक या दर्शक को वो तस्वीर विचलित न कर दे पर सोशल मीडिया पर कुछ लोग ऐसी तस्वीरे दिखा कर ना जाने क्या साबित करना चाह्ते है… ये ठीक नही है 😐 अगर आप भी ऐसा करते हैं तो कृपया न करें !!!
विचलित मन के बारे में आपकी राय क्या है ??
Leave a Reply