क्रिकेट का मैदान और चुनौती का सामना
चाहे क्रिकेट का मैदान हो या जीवन का … डट कर सामना करना चाहिए कभी हार नही माननी चाहिए …
टी 20 क्रिकेट मैच और हमारा जीवन
कई बार बहरे और अंधे बनने मे ही भलाई होती है … आप जरुर हैरान हो रहे होंगें कि ये क्या कह रही हूं मैं … चलिए मैं अपनी बात एक उदाहरण देकर बताती हूं. बात कुछ ऐसे है कि कुछ लोग पहाड पर चढ रहे होते हैं तो लोग नीचे खडे से आवाज लगाते हैं … रहने दो … नही हो पाएगा … बहुत मुश्किल है …. वापिस आ जाओ …. इस शोर में डर के मारे बहुत लोग वापिस आ जाते हैं पर एक आदमी उपर चढता ही जाता है चढता ही जाता है और जीत जाता है जब नीचे आकर उससे पूछा जाता है कि ये कैसे किया तो वो इशारा करके बताता है कि उसे सुनाई नही देता …!! बस यही बात मैं कहना चाह रही हूं कि हमें अक्सर बहरे और अंधे यानि बातों को अनसुना और नजरअंदाज कर देना चाहिए.
आज मैं अपनी बात दूसरा उदाहरण देकर बताती हूं…
टी 20 क्रिकेट मैच चल रहे हैं. हाल ही में भारत बंगला देश का मैच आप सभी ने देखा होगा … World T20 Second group stage/ Wednesday, 23 March, Stadium M. Chinnaswamy Stadium, Bengaluru मे हुआ. आपने भी जरुर देखा होगा और देखते देखते बीच में ही बंद कर दिया होगा … कि कुछ नही हो सकता …भारत ने हारना तो है ही…!!
भारत ने पहले खेलना शुरु किया और जब बंगला देश टीम मैदान में उतरी तो लग ही नही रहा था कि भारत जीत जाएगा कितने लोग तो मैच के बीच में उठ कर चले जाने की तैयारी मे थे. कमेंट्री करने वाले भी काफी निराश लग रहे थे. टीवी पर मैच देख रहे लगभग 90 % उम्मीद छोड चुके थे पर हमारी भारतीय टीम का मनोबल अंत तक बना रहा .. एक एक गेंद पर पूरी ताकत लगा रहे थे.आखिरी बॉल तक हिम्मत नही हारी और नतीजा यह निकला कि भारत मैच जीत गया. भारत के 146/7 पर थे और बंगला देश के 145/9 पर यानि भारत एक रन से मैच जीत गया.
भारतीय टीम अंत तक यानि एक एक बॉल पर विश्वासी रही और करो और सिर्फ करो की रणनीति अपनाते हुए विजयी हुई. अगर वो भी मन में सोच लेती कि अब तो हार पक्की है कोई फायदा नही … पर ऐसा नही हुआ वो उस ओर से अंधी और बहरी बनी रही और बस पूरा ध्यान खेल और उसकी रण नीति पर ही केंद्रित रखा. और नतीजा क्या हुआ ये हम सभी ने देखा… रोमांचक खेल और अविश्वसनीय जीत हुई. जिसने बीच में मैच बंद कर दिया था वो बहुत दुखी दिखा कि हाय .. मैने मैच बंद क्यो किया था.
क्रिकेट का उदाहरण देकर इसलिए बताना जरुरी समझा कि हम देशवासियों को क्रिकेट से बहुत ज्यादा प्यार है और जब बात हो 20-20 की तो हम और भी ज्यादा उत्साहित हो जाते हैं और भारत पाकिस्तान मैच की बात हो तो …. उसके बारे में तो बताने की ही जरुरत नही … वो प्यार पागलपन से भी बढ कर है … !! मुझे याद है जब हाल ही मे हुए भारत पाकिस्तान मैच मे जब पता चला की बारिश हो सकती हैं तो अनगिनत हाथ प्रार्थना के लिए उठ गए थे कि हे ईश्वर तू मत बरसना !! लाखों के नयन बरस गए थे कि क्या होगा अगर बरसात हो गई तो … !!
आमतौर पर हम अपने कार्य के दौरान सही नतीजा न मिलने पर हिम्मत हार देते हैं और घबरा जाते हैं और कई बार लोगो के कहने पर भी नजरिया बदल लेते हैं पर जब भी कभी ऐसा मौका आए तो हमें अंधे और बहरे बन जाना चाहिए यानि ऐसी बातों पर न ध्यान देना चाहिए और न ही तूल देना चाहिए जो हमें हमारे लक्ष्य से भटकाए…यानि अनसुना और नजर अंदाज कर देना चाहिए.. बस अपने लक्षय की ओर डटे रहना चाहिए..!!!
5 poems by atal bihari vajpayee: :
तो है ना अकसर बहरे और अंधे बनने मे भलाई …
कैसा लगा आपको ये लेख जरुर बताईएगा !!
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