फैशन, सर्दी और महिलाएँ
फैशन, सर्दी और महिलाएँ
मेरी सहेली मणि का फोन आया वो बात कम और छींके ज्यादा मार रही मेरे पूछ्ने पर कि जुकाम कैसे हुआ वो बोली रात शादी में आक्छी गई थी …. अरे!! तो ??? क्योकि मुझे पता है कि मणि स्वेटर या शाल जरुर लेती है वो दिखावे पर विश्वास नही करती इस पर उसने बताया कि आक्छी शादी बहुत बडे पंडाल में थी कार पार्किंग पर उसकी बहुत सी रिश्तेदार मिल गई और वो सब बिना शाल और स्वेटर के थी मणि की शाल देखा और उतरवा दिया कि अगर वो पहने रहेगी तो उनके परिवार वाले भी पहनने को कहेंगें और उनसे से कोई गर्म कपडा लेना नही चाह रही थी. हालाकि आक्छी एक घंट्रे मे ही उसने कार से स्वेटर निकाल कर चुपचाप पहन लिया पर एक घंटे में जो ठंड लग गई बस वही आक्छी आक्छी … !!!
हे भगवान !! पता नही कुछ महिलाए सर्दी में भी कैसे बिना गर्म कपडों के रह लेती है. यह जानने के लिए मैने कुछ महिलाओ को फोन घुमाया. कांता ने बोला कि कहां है सर्दी ? भई मुझे तो नही लगती सर्दी शादियों में. दिव्या बोली कि शादी एक मौका तो होता है अपने गहने और डिजाईनर ड्रेस दिखाने का भला स्वेटर या शाल मे क्यों छिपाए. वही अंजू ने बताया कि सर्दी तो लगती है पर दूसरी सहेलियां नही पहनती तो हम भी नही पहनते नही तो सोसाईटी में ओल्ड फैशन बन जाएगें. रोशनी को फोन किया तो वो अस्तपाल दवाई लेने आई हुई थी क्योकि सर्दी लगने की वजह से तेज बुखार था. कारण मैने नही पूछा शायद मैं जानती थी.. शायद हम सब महिलाए भी जानती है क्योकि ठंड सभी को लगती है कपकंपी सभी की छूटती है पर … पर … पर …. ????? एक बहुत बडा प्रश्नवाचक चिन्ह !!!
फैशन, सर्दी और महिलाएँ
Leave a Reply