महिला सशक्तिकरण और मोदी जी के मन की बात
पुरुष कौन होते हैं महिलाओं को सशक्त करने वाले वे तो खुद सशक्त होती हैं और पुरुषों से ज्यादा कामयाब होती है… ऐसा महिला दिवस से दो दिन पहले लोक सभा सैंट्रल हॉल में महिला जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री मोदी जी ने कहा
मेरे विचार से … बेशक, महिलाए पुरुषों की तुलना में ज्यादा अच्छे से अपने कार्य को करती है और नतीजे भी अच्छे आते हैं पर दिक्कत तब आती है जब घर से सहयोग नही मिलता. एक पढी लिखी महिला शादी के बाद पति के घर आती है तो घर का माहौल उसे नौकरी की इजाजत नही देता या अगर किसी भी तरह से नौकरी के लिए घर से निकल भी जाती है तो सहयोग नही मिलता. बात बात पर लक्षमण रेखा लांघना, आजादी का नाजायज फायदा उठाना आदि जैसे मन विचलित और मनोबल गिराने जैसे ताने सुनने को मिलते हैं जिससे मनोबल टूट सा जाता है और नौकरी बेमानी सी हो जाती है.. !!
मेरे विचार से महिला तब तक आगे नही आ सकती जब तक उसे अपने घर वालों का सहयोग नही मिलता सुबह सवेरे घर का काम निबटा कर, बच्चों को स्कूल भेज कर आफिस के लिए भागना फिर, दिन भर आफिस का काम फिर शाम को थके हारे आते ही रसोई घर में जुट जाना क्योकि बच्चे भी भूखे हैं और पति ने भी कुछ नही खाया. फिर धोबी, सब्जी वाला, दूध वाला, डाक्टर, बिल … अनगिनत काम … ऐसे कार्य जिनमे पति का बच्चों का सहयोग बहुत मदद कर सकता है पर असल में, न के बराबर होता है ऐसे में वो खुद को कैसे आगे ला सकती है… चेहरे पर मजबूरन मुस्कान भी कब तक लगा कर रखेगी…!!
और अगर वो सिर्फ घर पर ही रहती है तो फिर तो उसकी कद्र बिल्कुल ही नही होती कि सारा दिन घर पर तो रहना है उन्हें क्या दिक्कत पर अपने घर को सहेज कर रखना भी आसान काम नही है… पर उसका मनोबल तब टूट जाता है जब उसे न तो दो बोल प्यार के मिलते हैं ना ही कोई उसकी परवाजह करता है … बेशक अपवाद भी हर क्षेत्र में होते हैं इस क्षेत्र में भी होंगें पर मेरी नजर में अभी तक कोई नही हैं … हां कई बार फिल्मों में जरुर देखने को मिल जाता है … !!!
मोदी जी ने महिलाओं की क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि विषम परिस्थितियों में महिलाएं हमेशा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करती हैं… महिलाओं को भगवान ने अद्भुत शक्ति दी है जिसकी वजह से वह हर कामों को आसानी से करने में सक्षम है इसलिए उन्हें सशक्तिकरण की जरूरत नहीं है वो पहले से ही सशक्त होती हैं. उन्होंने कहा कि अगर महिलाओं का मौका दिया जाए तो वह अपनी क्षमता को साबित कर सकती हैं. राष्ट्र को सशक्त बनाने में राष्ट्र के नागरिकों का अहम योगदान होता है और उन नागरिकों को बनाने में महिलाओं का अहम योगदान होता है.
सारी बाते सही है पर दुख इस बात का है आज भी घर पर महिला की कोई कद्र नही.. न उसे कोई गम्भीरता से लेता न उसकी कोई कीमत समझता…!!!
अगर उसे घर पर सहयोग मिले तो न सिर्फ वो घर का बल्कि अपने ऑफिस का काम भी दुगुने उत्साह से करेगी…
बस जरुरत है महिला को, अपनी पत्नी को, अपनी मम्मी को, अपनी बहन को प्रेरित करने की , उसके छोटे छोटे काम में हाथ बढवानें की.. ताकि घर में खुशियां बरकार रहें … और बच्चों की परवरिश एक अच्छे और मजबूत माहौल में हो… !!
पति अगर अपनी पत्नी के साथ मिलकर काम करेंगें और हर हाल में सहयोग देंगें तो महिलाओं को आगे आने से कोई नही रोक सकता… अन्यथा मोदी जी का यह कहना कि पुरुष कौन होते हैं महिलाओं को सशक्त करने वाले वे तो खुद सशक्त होती हैं और पुरुषों से ज्यादा कामयाब होती है…. सही नही मानी जाएगी…
Prime Minister Narendra Modi’s addresses the two-day National Women Legislators Conference in New Delhi – The Hindu
Prime Minister Narendra Modi on Sunday stressed the importance of women-led development and said a nation was always empowered by its women.
Mr. Modi, addressing the valedictory session of the National Conference of Women Legislators in the Central Hall of Parliament here, said: “We must think beyond “women development,” and move towards “women-led development.” read more at thehindu.com
महिला दिवस पर क्यों न यही प्रण लें कि घर पर या घर के बाहर के छोटे मोटे काम मिलजुल कर करेंगें और मम्मी की मदद करेंगें ताकि उनका कुछ बोझ हलका हो और वो और ज्यादा कार्य और दिल से खुश होकर कर पाएं
महिला सशक्तिकरण और मोदी जी के मन की बात के बारे में आपके क्या विचार हैं जरुर बताईएगा !!!
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