रक्तदान और हमारी सोच – Birth of Karl Landsteiner who discovered human blood groups & made donation safe – रक्तदान यानि Blood Donate करना सुखद अहसास है और हमें इस नेक कार्य पुण्य कार्य में कभी पीछे नही हटना चाहिए .
रक्तदान और हमारी सोच
रक्तदान करते समय कुछ बातों का ख्याल भी रखना चाहिए …
ये तो हम सभी जानते हैं कि जिनकी उम्र 18 साल से 60 साल के बीच की हो हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम हो. शरीर का वजन 45 किलोग्राम से कम न हो वो रक्तदान कर सकते हैं पर यह जानना भी जरुरी है कि कौन लोग रक्तदान नही कर सकते…
रक्तदान और हमारी सोच – Birth of Karl Landsteiner who discovered human blood groups & made donation safe – रक्तदान यानि Blood Donate करना सुखद अहसास है और हमें इस नेक कार्य पुण्य कार्य में कभी पीछे नही हटना चाहिए .
किन स्थितियों में नहीं हो सकता रक्तदान
जैसा कि हेपेटाइटिस, एचआईवी, एड्स, सिफिलिस, टीबी आदि के रोगी रक्त दान नहीं कर सकते…. जिसने टैटू गुदवाया हो या कान छिदवाया हो वो भी 6 महीने तक रक्तदान नही कर सकते
पीलिया के मरीज और कम हीमोग्लोबिन होने पर भी रक्तदान नहीं करना चाहिए
गर्भवती , स्तनपान कराने वाली महिला हो या महिला को मासिक धर्म यानि पीरियडस हो उन महिलाओं को भी रक्तदान नहीं करना चाहिए….
इसके साथ साथ जिन्हें आने वाले 12 – 14 घंटों में लंबी यात्रा या वायु यात्रा करनी हो या किसी तरह का भारी काम करना हो उन्हें भी रक्तदान नही करना चाहिए
या फिर लगातार खांसी, जुकाम, गला खराब या लंबे समय से एंटीबायोटिक ले रहे हों या फिर अस्थमा के मरीज जो स्टीरइड ले रहे होंं उन्हें भी रक्तदान से परहेज करना चाहिए
या मेजर अथवा माइनर ऑपरेशन होने की दशा में भी रक्तदान से परहेज करना चाहिए
या फिर डायबिटीज के रोगी जो इंसुलिन लेते हो… रक्तदान से बचें
बाते तो और भी बहुत है सबसे ज्यादा जरुरी है कि आप स्वस्थ रहे अपने शरीर का ख्याल रखे और जब भी रक्तदान करने जाए रक्तदान करने से पूर्व फार्म जरुर पढे और उसे सही सही भरे …
Karl Landsteiner’s 148th birthday
You might not know the name Karl Landsteiner, but his discoveries have saved the lives of so many millions of us.
In 1901, Landsteiner discovered the existence of blood types A, B, AB and O, and that people of the same or compatible types can receive transfusions from one another. The first successful blood transfusion occurred in 1907 as a direct result of his work, which led to advances in medicine, therapies, and surgery.
Landsteiner is also credited with laying the groundwork, together with fellow scientist Erwin Popper, that led to the discovery of the polio virus. This was the first step towards developing a treatment for the disease which affected millions of children worldwide. read more at google.com
वैसे आप रक्तदान के बारे में क्या विचार रखते हैं जरुर बताईएगा
ऑडियो – टैटू गुदवाना- रक्तदान और हमारी जागरुकता जरुर सुनिएगा 🙂
जय रक्तदाता
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